BIG NEWS: अनिश्चितकालीन हड़ताल का पांचवा दिन, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पहने PPE किट, सरकार को याद दिलाएं कोरोना काल के दिन, मंदसौर से बड़ी खबर, पढ़े खबर

अनिश्चितकालीन हड़ताल का पांचवा दिन, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पहने PPE किट, सरकार को याद दिलाएं कोरोना काल के दिन, मंदसौर से बड़ी खबर, पढ़े खबर

BIG NEWS: अनिश्चितकालीन हड़ताल का पांचवा दिन, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पहने PPE किट, सरकार को याद दिलाएं कोरोना काल के दिन, मंदसौर से बड़ी खबर, पढ़े खबर

मंदसौर। जिले के साथ प्रदेशभर में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे है। जिसका गुरूवार को आंठवा दिन है। स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा हड़ताल की शुरूआत से ही रोजाना अलग-अलग गतिविधियां करते हुए सरकार तक अपनी मांगे पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे है। 

गुरूवार को स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल परिसर में  पीपीई किट पहने, और सरकार को कोरोना काल के समय में अपने द्वारा दी गई सेवाओं की याद दिलाई, साथ ही कोरोना योध्दा प्रमाण पत्रों को सम्मानपूर्वक वापस किया गया।

इस दौरान उन्होंने सरकार को बताया कि, हर एक संविदाकर्मी कोरोना योध्दा होने के साथ ही एक इंसान भी है। जिनके पीछे पूरा परिवार है। उनके पालन पोषण के लिए सिर्फ प्रमाण पत्र ही काफी नहीं है। उसके लिए सम्मानपूर्वक नियमित कर्मचारियों की तरह वेतन की भी आवश्यकता होती है। 

उन्होंने कहां कि, सीएम शिवराज द्वारा कोरोना योध्दाओं के सम्मान स्वरूप 10-10 हजार की  राशि देने का वादा भी किया था। यह वादा भी आज तक पूरा नहीं हुआ। सरकार तक अपनी बात पहुंचाते हुए स्वास्थ्यकर्मियों ने कहां कि, कोरोना के कैस फिर से एक्टिव हो रहे है, लेकिन संविदा कर्मचारी हड़ताल पर है। अगर आने वाले दिनों में हालात बिगड़ते है, तो जनता की सेवा कैसे और कौन करेगा। अगर आगामी दिनों में ये महामारी बढ़ती है, तो इसे लेकर भी सरकार के कानों में जूं तक नहीं रैंग रहीं है। 

गौरतलब है कि, सीएम शिवराज द्वारा स्वयं इस संविदा व्यवस्था को अन्यायपूर्ण माना है, आपने जो संविदाकर्मी को नियमित करने का संकल्प लिया था।  उसे पूर्ण करें, आपने स्वयं ट्विटर और फेस बुक के माध्यम से संविदा नीति को अन्याय पूर्ण माना। तो फिर आपकी ही सरकार होते हुए भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी के साथ न्याय क्यों नही कर रहें। कोरोना काल में दी गई जिम्मेदारी को भी बेहतर ढंग से निभा रहे हैं। ऐसे में कम से कम जो काम कर रहे हैं। उनकी सुध तो सरकार ले ले। 

यह मुख्य मांगे- 

मध्‍य प्रदेश के एन.एच.एम. के संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों को अन्‍य राज्‍यों की भांति नियमित किया जावे। तथा नियमित की प्रक्रिया के प्रचलन में सामान्‍य प्रशासन विभाग के पत्र 5 जून 2018 की नीति लागू कर उसके अनुसान नियमित कर्मचारियों का न्‍यूनतम 90 प्रतिशत वेतन एवं अन्‍य सुविधाएं आज दिनांक तक एरियर सहित राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन के समस्‍त संविदा कर्मचारियों को तत्‍काल आदेश करने का कष्‍ट करें।

एन.एच.एम. सपोर्ट स्‍टाफ को आउट सोर्सिग से हटाकर तत्‍काल एन.एच.एम. में वापस लिया जाए, तथा बी.मॉक लेखापाल, मलेरिया एम.पी.डब्‍ल्‍यू व अप्रेजल से निष्‍काशित कर्मचारियों को तत्‍काल एन.एच.एम. में वापस लिये जाने संबंधित आदेश प्रदान करे।