BIG NEWS : नौकरी और हम्माली का ठेका दिलाने के नाम पर धोखधड़ी, ग्रामीणों का आरोप, इन्होंने लिए लाखों रूपए, फिर मिला आश्वासन, शिकायत पहुंची नीमच जिला कलेक्टर के पास, पढ़े खबर
नौकरी और हम्माली का ठेका दिलाने के नाम पर धोखधड़ी
नीमच। जिला कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को हुई जनसुनवाई के दौरान एक मामला पहुंचा है। जिसमे जिले के कुछ ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई, और उपार्जन कैंद्र के जिम्मेदारों के खिलाफ नौकरी और ठैका दिलाने के नाम पर लाखों रूपये ऐठने और धोखधड़ी करने का आरोप लगाया। जिसके लिए इन जिम्मेदारों ने गांव के ही अंकित नाम के युवक को मोहरा बनाया।
दरअसल, जिले के ग्राम मोरवन, रामनगर और ग्राम मालखेड़ा निवासी युवराज उर्फ अर्जुन पिता बसंतीलाल दायमा, विक्रम पिता रूपा दायमा, भरत पिता दिनेश प्रजापत, मोहनलाल पिता मंशा सुरावत और गणपत पिता जयसिंह सुरावत मंगलवार को हुई जनसुनवाई में पहुंचे। जहां उन्होंने जिला कलेक्टर के नाम और फिर एसपी कार्यालय पहुंच पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में इन सभी लोगों ने आरोप लगाते हुए बताया कि, हमे स्टेट सिविल सप्लायर कारर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा जिला शाखा प्रबंधक नीमच जावद, वेयर हउसिंग एण्ड लाजीस्टीक कारर्पोरेशन जिला नीमच पर पदस्थ के.एल वघेला व जिला (प्रबंधक) अधिकारी के रूप में पदस्थ गणतलाल पिता गिरधरीलाल परमार जावद द्वारा नीमच जावद वेयर हाउस लजीस्टिक में हम्माली पर काम करने का आश्वासन दिया गया। जिसके चलते दोनों प्रबंधको के कहे अनुसार समय-समय पर नगद राशि दी, और उपार्जन केन्द्र जावद नीमच में हम्माली का ठेका दिलाने का आवश्वसन दिया।
आवेदन में आरोप है कि, राशि देने के लिए हम सभी ने बेरोजगार होने के चलते हमारे माता पिता ने गिरवी रख कर उक्त व्यक्तियों को नगद राशि दी। फिर उक्त प्रबंधक द्वारा ठेका दिलाने का बार-बार आश्वासन दिया, और कहां कि, विधानसभा चुनाव होने के बाद तुम्हारे नाम का ठेका जारी हो जाएगा। फिर उन्होंने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने का बहाना किया। इस कारण हम रुके भी। इसके बाद हम सभी की उक्त उक्त दोनों प्रबंधकों से फोन पर बात होती रहती थी, और वह आश्वसान देकर हमे गुमराह करते रहें।
इस तरह धीरे-धीरे कर दोनो प्रबंधकों ने सांठगांठ और मिली भगत से हम गरीब बेरोजगारो को लूट लिया, और लाखों की राशि हड़प ली। फिर फोन पर धमकी देने लगे कि, यह बात किसी को बोली, तो तुम्हारे खिलाफ भोपाल तथा नीमच में मुकदमा दर्ज करा देंगे। जिसके बाद हिम्मत जुटाकर शिकायत करने का निर्णय लिया, और जिला कलेक्टर व एसपी कार्यालय पहुंचे। अतः हमे आशा और विश्वास है कि, उक्त छल कपट करने वाले लोगों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही होगी। उक्त व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएं, और हमारी राशि हमे वापस दिलाई जाएं।
अंकित को बनाया जरिया, और दिया नौकरी का आश्वासन...!
ग्रामीणों द्वारा दिए गया ज्ञापन में उन्होंने आरोप लगते हुए बताया कि, धोखाधड़ी करते हुए जो राशि उक्त लोगों ने हमसे ली है। वह डिकेन केंद्र पर पदस्थ ऑपरेटर अंकित सुरावत पिता गणपत सुरावत निवासी मालखेड़ा द्वारा पेसा लिया गया है। जिसमे अंकित स्वयं पुरा साक्षी है, और उसके बाद विपक्षीगण द्वारा अंकित के साथ भी मारपीट करने और धमकीया दे रहे है। जिससे अंकित आज भी भयभीत होकर काम से बंद है। उक्त लोगों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि, नौकरी दिलाने के नाम पर अर्जुन से 75 हजार, विक्रम से 75 हजार, भरत से 2 लाख नौकरी के लिए, इसके अलावा मोहनलाल से 5 लाख की राशि लेकर हम्माली का ठेका दिलाने के आश्वासन दिया। वहीं गणपतलाल से उपार्जन केंद्र जावद व नीमच में हम्माली का ठेका दिलाने का आश्वासन देकर 6 लाख 50 हजार नगद प्राप्त कर लिये। जिनके प्रमाण पत्र की छाया प्रति भी शिकायतकर्ताओं के पास है। जिन पर शाखा प्रबंधक गणपतलाल के हस्ताक्षर है।
पहले की शिकायत, तो मिली धमकियां-
ग्रामीणों में अपने आवेदन में यह भी बताया कि, हमारे द्वारा बीती दिनांक- 02 जुलाई को पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन दिया गया था। जिसके बाद इन दोनों प्रबंधकों द्वारा बीती 12 जुलाई को हमे धमकी दी, और बोले कि ज्यादा होशियार मत बनों, नहीं तो निपटा देंगे। के.एल वघेला व जिला (प्रबंधक) अधिकारी मोबाइल नंबर- 94240-34522, 62607-79751 के रूप में पदस्थ गणतलाल पिता गिरधरीलाल परमार मोबाइल नंबर- 98270-82459 व हमारे मोबाईल नंबर- 76972-50725 से 25 जुलाई 2023 से निरंतर अप्रेल तक व्हाट्सप्प और सामान्य कॉल होती आ रही है। जिसकी काल डिटेल से पुरी स्थिति स्पष्ट हो जावेगी।
इनका कहना-
ये शिकायते झूठी है, डाटा ऑपरेटर के लिए कोई लाखों और हजारों की राशि दे सकता है क्या...? अंकित और राहुल मिलकर ये फर्जीवाड़ा कर रहे है, और भोलेभाले लोगों को गुमराह कर रहे है। इन्होंने गौरख धंधा बनाया हुआ है। फर्जी लेटर लाइप किए, और पंचनामा भी फर्जी बनाया। इनकी शिकायत के बाद हम एसपी कार्यालय भी गए थे। धीरे-धीरे सारी चीजों का खुलासा हो जाएगा- के.एल वाघेला।
ये झूठे और बैबुनियाद आरोप है, सरकारी गोदाम में कर्मचारी या तो आर.एम रखते है, या हैड ऑफिस से नियुक्ति होती है। ये फर्जी शिकायते है। अब किसी का मुंह और हाथ नहीं पकड़े जा सकते... इनके द्वारा की गई शिकायत के बाद हम पुलिस कार्यालय में स्टेटमेंट भी देने गए, और अब हो सकेगा तो कलेक्टर साहब से भी मिलेंगे। पूर्व में हमने भी एफआईआर कराई थी।- गणतलाल परमार