BIG BREAKING: खरगोन हिंसा, आज हाई अलर्ट पर MP !...चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात, DGP खुद रखेंगे नजर, पढ़े खबर
खरगोन हिंसा, आज हाई अलर्ट पर MP !...चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात, DGP खुद रखेंगे नजर, पढ़े खबर

डेस्क। खरगोन-बड़वानी में श्रीराम नवमी पर शोभायात्रा में पथराव की घटना के बाद त्यौहारों को लेकर एमपी सरकार अलर्ट हो गई है। आज हनुमान जयंती के मौके पर मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा सभी जिलों मे हाई अलर्ट जारी किया गया है। खास बात ये है कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुधीर सक्सेना ने खुद निगरानी की कमान संभाली है, और ड्रोन से जुलुस पर नजर रखी जाएगी।
खरगोन में आज हनुमान जयंती पर कर्फ्यू जारी है, हालांकि सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है। इस दौरान सब्जी, फल, दूध, किराना, मेडिकल, इलेक्ट्रिक रिपेयरिंग, मिठाई और नमकीन वाले दुकान खोल सकेंगे, हालांकि गाड़ी ले जाने की परमिशन आज भी नहीं दी गई, लेकिन दुकानों को छोड़कर दूसरे स्थानों पर 5 या इससे ज्यादा लोग जमा नहीं हो सकेंगे और धार्मिक स्थल भी नहीं खुलेंगे।
इधर, भोपाल पुलिस हाई अलर्ट पर है। भोपाल कमिश्नर ने भी अलर्ट जारी किया है, जिसके तहत हनुमान जयंती पर निकलने वाले जुलूस का पुलिस ने रूट तय किया है, और डीजे पर बजने वाले गानों पर पुलिस की सख्ती रहेगी। वही सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने पर एक साल के लिए अकाउंट बैन होगा और साइबर सेल भड़काऊ पोस्टों की निगरानी करेगा। आज निकलने वाले जुलुस पर ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुधीर सक्सेना ने मैदानी अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। डीजीपी खुद पूरे समय संवेदनशील जिलों के SP से संपर्क में रहेंगे और अपडेट लेते रहेंगे। प्रदेश के विभिन्न् शहरों में जिन संवेदनशील इलाकों से शोभायात्रा निकाली जाएगी, उन पर भारी पुलिस बल तैनात रहेगा। अधिकारियों से साफ कहा गया है कि सोशल मीडिया पर होने वाली हर गतिविधि पर पैनी नजर रखें, किसी प्रकार की संदिग्ध सूचना दिखाई देती है, संबंधित पर तुरंत कार्रवाई करें। यदि मामला बड़ा हो, तो वरिष्ठ अधिकारियों को भी सूचना देने में देरी न करें, लापरवाही बिलकुल ना करें।
आपकों बता दे कि, हाल ही में मीडिया से चर्चा करते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि आगामी दिनों में कई पर्व आ रहे हैं। इसे देखते हुए मध्य प्रदेश के सभी जिले अलर्ट मोड़ पर हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एहतियातन सभी सम्मानित मंत्रियों को अपने-अपने प्रभार के जिलों में व्यवस्थाओं पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं और परिस्थतियों के हिसाब से चर्चा करने के कहा है।