BIG NEWS: रामपुरा क्षेत्र में इनकी कार्यवाही, मकानों पर चलाया बुलडोजर, तो लगे पक्षपात के आरोप, महिलाएं पहुंची जिला कलेक्टोरेट, ज्ञापन सौंपा, नुकसान की भरपाई सहित ये मांगे, अब बेसहाराओं का सहारा कौन...? क्या है पूरा मामला, पढ़े खबर और देखें वीडियों
रामपुरा क्षेत्र में प्रशासन की कार्यवाही
नीमच। जिले के रामपुरा थाना क्षेत्र में नगर परिषद और प्रशासन की कार्यवाही से नाराज महिलाएं मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंची, यहां सभी महिलाओं ने जिला कलेक्टर दिनेश जैन के नाम एक ज्ञापन सौंपा। जिसमे पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए मकान को धराशाही करने का आरोप लगाया। साथ ही नुकसान की भरपाई करने और पट्टे दिलाने की मांग इनके द्वारा की गई।
ज्ञापन में महिलाओं ने बताया कि, हम रामपुरा में बरसों से निवास कर रहे है। हमारे पास आवास हेतु कोई भूमि नहीं है। हम सभी आवासहिन एवं भूमिहीन रामपुरा के गरीब परिवार मजदूर नागरिक है, चूंकि हमारे पेतृको द्वारा सालों पुरानी कब्जाई भूमि पर कर्ज लेकर एक एक कच्ची खोली रहने के लिए बनवाई गई। जिस पर रामपुरा नगर परिषद व राजस्व विभाग द्वारा मिली भगत एवं पक्षपात पूर्ण राजनीति प्रभाव द्वारा हम गरीबों के कच्चे मकानो पर बिना कोई पूर्व सुचना पत्र दिये गत दिनांक- 21 दिसम्बर की सुबह 5 बजे बुलडोजर कार्यवाही करते हुए दल बल के साथ तोड़ दिये गये। जिसमें हमारे राशन पानी सहित रहवासी सामग्री को भी ज्वलनशील पदार्थ छिड़कर जला दिया। और हमें धमकी दी गई कि, दोबारा वहां निवास करोगे, तो दंडात्मक कार्यवाही करके सभी को कारावास पहुंचा दिया जावेगा।
ज्ञापन में यह भी बताया कि, हम गरीब परिवारों को अन्य कोई निवास आधार नही है, और नाही हम इतने सक्षम है कि, अन्य जगह निवास कर सकें, और आवास ले सके। जबकी देश के प्रधानमंत्री का हर एक नागरिक से वादा भी है कि, उनका अपना निजी निवास हो। उक्त नगर परिषद राजस्व विभाग द्वारा शासन की पट्टा वितरण योजना का भी हमे लाभ नही दिया गया। जबकी हमारे द्वारा कई बार नगर परिषद एवं तहसील कार्यालय में जाकर गुहार लगाई गई, किंतु हमारी सुनवाई हुई। जबकी नगर के ही अन्य रसूखदार, जनप्रतिनिधियों, पार्षदो को शासन की पट्टा योजना का अवैध लाभ दिया गया। इनके द्वारा शासकीय सुविधा संसाधनों को तोड़कर खुद के लिए शासकीय भूमि पर अवैध पक्के मकान बनाये जा रहे है। जिस पर उनका अधिकार भी बही है। इनके द्वारा शासन की दौहरी नीति का लाभ लिया जा रहा है। इस और उक्त प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है, जबकी इनके विरूद्ध कई बार लिखित में शिकायते भी हो चुकी है। हम गरीब बेघर असहाय भूमिहीन आवासीन लोगों को जबरन पक्षपात पूर्ण परेशान किया जा रहा है।
ज्ञापन के माध्यम से महिलाओं ने मांग की है कि, उक्त मामले की जांच कर एवं हम गरीब मजदूर परिवारों की समस्या की और ध्यान देते हुए प्रशासन द्वारा तोड़े गये हमारे कच्चे आवासों और हमारे नुकसान की भरपाई करने संबंधित आदेश दिए जाएं, साथ ही हमे उक्त भूमि पर आवासीय पट्टे मुहैया कराने संबंधित आदेश नगर परिषद / राजस्व विभाग रामपुरा को प्रदान करने का कष्ट करें।
ज्ञापन देने में संगीता, सकुबाई, ममता, राधा, श्यामाबाई, रेश्मा, लालीबाई, जमनाबाई, संजू पति विष्णु, लता, डाला पति कमलेश, सोना, सुमन, बटलू बाई, चंदा, लीला, दिशा, सुनीता, विजाबाई, संगीताबाई, नीतू, बिटटू धुलिबा, मेनाबाई, गीताबाई, चंदा, कविता, बिनु, रूपेश, लक्ष्मी, ज्योति धुलिया, आरती, मंजूबाई, संजूबाई, किरणबाई, रमाबाई, कृष्णाबाई और पूजाबाई सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।