BIG NEWS: नीमच में आवारा पशुओं और कुत्तों का आतंक, बीते दिनों बुजुर्ग, तो आज स्कूली बच्चे निशाने पर, आमजन में भय का माहौल, प्रशासन और जनप्रतिनिधि दें ध्यान, पढ़े जोगेंद्र सिंह (राजा बना) की कलम से

जोगेंद्र सिंह (राजा बना) की कलम से

BIG NEWS: नीमच में आवारा पशुओं और कुत्तों का आतंक, बीते दिनों बुजुर्ग, तो आज स्कूली बच्चे निशाने पर, आमजन में भय का माहौल, प्रशासन और जनप्रतिनिधि दें ध्यान, पढ़े जोगेंद्र सिंह (राजा बना) की कलम से

नीमच। शहर के नागरिकों व स्कूल जाने वाले बच्चों को इन दिनों बड़ी ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक और जहां बच्चों को समय पर स्कूल पहुंचने की जल्दी रहती है, तो वहीं दुसरी और बारिश के साथ शहर में स्कूल मार्ग पर ही बढ़ता ट्राफिक और बड़े वाहनों का शहर में प्रवेश रहता है। स्कूल जाने की जल्दी में बच्चों पर बहुत ही ज्यादा दबाव रहता है। आंखों देखें इस वाक्यें को राजा बना ने शब्दों के रूप में भी ढाला है। 

राजा बना लिखते है कि, ऐसे में बच्चों को बहुत ही परेशानी हो रही है। देखने में आया है कि, शहर में आवारा कुत्तों का झुंड घूमना आम हो गया है। दिन हो या रात, आवारा कुत्तों का यह झुंड शहर की सड़कों घूमते देखा जा रहा है। इसके कारण भी शहरवासियों और स्कूली बच्चों में भर का माहौल है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक शहरवासी रोजाना सुबह और शाम से समय पैदल घूमते है, इन्हें भी मार्ग पर होने वाले ट्रेफिक के साथ ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीते सप्ताह शहर की शिक्षक कॉलोनी के निवासी एक बुजर्ग पर अचानक गाय ने हमला किया था। जिन्हें गंभीर गंभीर चोट आई, और उनका उपचार जारी है। शहर में आए दिन ऐसी घटनाएं सुनी व देखी जा रही है, जो की अब आम हो गई है।

बुधवार सुबह स्कूल जा रहें बच्चों पर कॉन्वेंट स्कूल रोड़ पर स्कूल परिसर के पास ही आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। इसमें तीन बच्चों को चोट आई है, एवं दो बच्चों को कुत्तों ने काटा है। जिन्हें राहगीरों द्वारा इन आवारा कुत्तो से बचाया गया। अन्यथा बड़ी दुर्घटना हो जाती। ऐसे में शहर के नागरिकों के मन में व्यवस्थाओं एवं आवारा पशुओं के प्रति रोष उत्पन्न हो रहा है। 

राजा बना लिखते है कि, नीमच के नागरिकों की अपेक्षा है कि, प्रशासनिक अधिकारियों, नगर पालिका के अधिकारियों और शहर के प्रति जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को तत्काल इस ज्वलंत विषय पर विशेष ध्यान देते हुए त्वरित कार्यवाही करना चाहिए। जनता आशा करती है कि, शहर में व्याप्त आवारा पशुओं व कुत्तो के झुंडों से आम जनता एवं बच्चों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए रक्षात्मक एवं ठोस कदम जल्द से जल्द उठाए। 

इनका कहना- 

यदि इस तरह की घटना कहीं होती है, तो संबंधित कॉलोनी के पार्षद को तत्काल सुचना देवें। चूंकि न्यायालय के आदेश है कि, जो कुत्ता जहां रहता है, वों वहीं का निवासी माना जाएगा। इसी कारण उन्हें पकड़कर दुर छोड़ा नहीं जा सकता, लेकिन आक्रमक कुत्तों को कुछ समय के लिए हर्कियाखाल स्थित सैंटर पर देखरेख के लिए रखा जा सकता है। फिलहाल नगर पालिका द्वारा कुत्तों की नसबंदी का अभियान भी चलाया जा रहा है।- स्वाति चौपड़ा, नगर पालिका, नीमच।