BIG NEWS:प्रदेशभर में अभियान, और जिलों में कार्यवाहियों का दौर भी, चैकिंग तो ठीक, पर मैदान, चैक पोस्ट और हाईवे किसकी जिम्मेदारी, क्या कोई नशे में भी करता है ड्यूटी...! कैसी हो नए साल की नई शुरुवात, पढ़े ये खबर

प्रदेशभर में अभियान, और जिलों में कार्यवाहियों का दौर भी, चैकिंग तो ठीक, पर मैदान, चैक पोस्ट और हाईवे किसकी जिम्मेदारी, क्या कोई नशे में भी करता है ड्यूटी...! कैसी हो नए साल की नई शुरुवात, पढ़े ये खबर

BIG NEWS:प्रदेशभर में अभियान, और जिलों में कार्यवाहियों का दौर भी, चैकिंग तो ठीक, पर मैदान, चैक पोस्ट और हाईवे किसकी जिम्मेदारी, क्या कोई नशे में भी करता है ड्यूटी...! कैसी हो नए साल की नई शुरुवात, पढ़े ये खबर

नीमच। मध्य प्रदेश में दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जिसके चलते समस्त जिलों में जहां एक और पुलिस द्वारा वाहन चालकों को जागरूक किया जाता है, तो वहीं दूसरी और लापरवाह वाहन चालको के खिलाफ कार्यवाही भी की जाती है। साल के अंतिम दिनों और नए साल की शुरूवात में भी प्रदेशभर में पुलिस, यातायात, टोल और फैक्ट्री सहित अन्य विभागों द्वारा सख्ती बरती जाती है, और तरह-तरह के अभियानों के साथ आम जनता से रूबरू होकर समझाइशों और कार्यवाहियों का दौर जारी रहता है। 

इसी बीच एक महत्वपूर्ण सुझाव सामने आया, जो कि प्रदेश में चल रहे सड़क सुरक्षा सप्ताह के अलावा यातायात के नियमों और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए भी काफी कारगार साबित हो सकता है। सुझाव के साथ ही बतौर उदाहरण बताया गया कि, बीते दो-तीन दिन पहले एक वाक्या सामने आया। जिसमे यातायात विभाग ने शराब पीकर वाहन चलाने वाले दो लोगों को पकड़ा और उन पर जुर्माना लगाया। पुलिस का यह कार्य काफी प्रशसंनिय है। 

लेकिन देखने और सुनने में आता है कि, सार्वजनिक स्थलों और स्थानों पर कई तरह के लोग नशे के पदार्थो का सेवन करते है। वहीं कई विभागों में कुछ गिनेचुने कर्मचारी नशे ही हालत में अपनी ड्यूटी भी करते है। जिन्हें किसी ना किसी का सरंक्षण होने की जानकारी सामने आती है, और इसी कारण व्यवस्थापन मंडल उन पर कोई कार्यवाही नहीं कर पाते। 

ऐसे सार्वजनिक स्थल जैसे विभिन्न शहरों में स्थित मैदान, प्रायवेट-रोड़वेज बस स्टेंड और बसें, शासकीय अस्पताल, रात के अंधेरे में मुख्य मार्ग, सिनेमा घर, चैक पोस्ट, हाईवे और टोल सहित अन्य कार्यलयों में कार्यरत कर्मचारियों की समय-समय पर चैकिंग करना भी आवश्यक होना चाहिए। साथ ही पुलिस द्वारा पर स्थानों पर निगरागी और पुलिसिंग करना चाहिए, इससे आम जनता इन कर्मचारियों के अभद्र व्यवहार का शिकार होने से बचेगी। 

अगर ऐसा होता है, तो बखूबी शासन-सुशासन में यह सुझाव परिवर्तनिय मोड़ लाता दिखाई देगा। नए साल की शुरूवात नए अंदाज और बेहतर तरीके से शासन, प्रशासन और पुलिस विभाग को करना चाहिए, और इस व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना चाहिए।