BIG NEWS: निःशुल्क काम, और पंचायत सचिव व सहायक सचिव ने मांगी रिश्वत, पीड़ित पहुंचा वरिष्ठ अधिकारियों के पास, की शिकायत, पढ़े ये खबर
निःशुल्क काम, और पंचायत सचिव व सहायक सचिव ने मांगी रिश्वत, पीड़ित पहुंचा वरिष्ठ अधिकारियों के पास, की शिकायत, पढ़े ये खबर
पिपलियामंडी। ग्रामीण क्षेत्र में निःशुल्क होने वाले सरकारी कामों में रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। लेकिन इसके बाद भी जब व्यक्ति का काम नही हुआ, तो उसने इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को की, और दोषी पर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी देते हुए ग्राम पंचायत झारड़ा के ग्राम हरमाला निवासी कन्हैयालाल भाटी ने बताया कि, तीन माह पूर्व परिवार की समग्र आईडी में उसका व उसकी पत्नी का नाम जोड़ने के लिए पंचायत सचिव दशरथ मालवीय व सहायक सचिव नीतिन जोशी को स्टाम्प पर शपथ-पत्र करवाकर आवेदन दिया था। जिसमे सभी दस्तावेज भी शामिल थे। बाद में पंचायत सचिव मालवीय व सहायक सचिव जोशी ने दो हजार रुपए लिए और कहां कि एक नाम जोड़ने के उपर अधिकारी को एक हजार रुपए देना पड़ते है। दो नाम जोड़ने के 2 हजार रुपए दे दो जल्दी काम हो जाएगा।
भाटी ने बताया कि, दो हजार रुपए देने के बाद भी समग्र आईडी में नाम नही जुड़ा। जब इसकी तलाश की तो पता चला कि, यह कार्य निःशुल्क होता है, राशि देने की जरुरत नही पड़ती। मैंने पुनः पंचायत सचिव व सहायक सचिव को बोला, तो उन्होंने वापस दस्तावेज देने की राशि जमा कराने की बात कहीं।
रिश्वत नही ली, मंदिर पर चढ़ जाऊं-
इस संबंध में पंचायत सचिव दशरथ मालवीय से चर्चा की, तो उनका कहना था, लगाए गए आरोप निराधार है, मैंने व सहायक सचिव ने रिश्वत नही ली, आप कहो तो मंदिर पर चढ़ जाऊं। अगर परिवार आईडी जोड़ने का काम पंचायत से नही हो रहा है, तो आनलाइन भी हो सकता है।