BIG NEWS: फिर गरमाया बंगला-बगीचा का मुद्दा, व्यवस्थापन के नियमों में सुधार नहीं, नंदकिशोर पटेल का बड़ा बयान, भाजपा सरकार को घेरा, तो इन जिम्मेदारों पर भी साधा निशाना, और क्या बोले पूर्व विधायक, पढ़े ये खबर
फिर गरमाया बंगला-बगीचा का मुद्दा, व्यवस्थापन के नियमों में सुधार नहीं, नंदकिशोर पटेल का बड़ा बयान, भाजपा सरकार को घेरा, तो इन जिम्मेदारों पर भी साधा निशाना, और क्या बोले पूर्व विधायक, पढ़े ये खबर

नीमच। चुनाव जीतने के बाद स्थानीय विधायक ने अपेक्षित प्रयासों पर ध्यान ही नहीं दिया। वर्ष 2018 के चुनाव के बाद 15 माह तक प्रदेश में कांग्रेस सरकार रही और जनता की परेशानी के मद्देनजर कांग्रेस संगठन ने प्रभावी पहल कर तत्कालीन जिला कलेक्टर के माध्यम से व्यवस्थापन नियमों में जन अपेक्षाओं के अनुरूप संशोधनो का प्रस्ताव शासन को भिजवाया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी व्यवस्थापन नियमों में सर्वहितकारी संशोधन के निर्देश दिए थे और इस बाबत सम्बद्ध मंत्रालय में प्रक्रिया पूर्णता के करीब थी। लेकिन भाजपा के षड़यंत्र के चलते असमय कांग्रेस सरकार गिर जाने से अपेक्षित समाधान नही हो पाया। उक्त बात पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल ने प्रेसनोट जारी कर कहीं।
उन्होंने कहां कि, इसके बाद से प्रदेश में पुनः ढाई साल से भी अधिक समय से भाजपा सरकार है। किंतु व्यवस्थापन नियमों में सुधार को लेकर कोई हलचल नहीं हैं। इस बीच जुलाई 2022 में सम्पन्न नगर पालिका चुनाव को लेकर जारी घोषणा पत्र में भाजपा ने बंगला-बगीचा क्षेत्र के पीड़ित नगरवासियों से वादा किया कि, परिषद में बहुमत और भाजपा अध्यक्ष बनने की स्थिति में पहली बैठक में ही व्यवस्थापन नियमों के सभी असंगत, अनीतिपूर्ण और पक्षपात भरे नियमों में संशोधन का प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार से अविलम्ब मंजूर करवाएं जाकर राहत प्रदान की जायेगी।
पटेल ने कहा कि, जनता ने पुनः भाजपा के वादे पर भरोसा कर नीमच नपा परिषद के बंगला-बगीचा क्षेत्रों से सम्बन्धित सभी वार्डों में भाजपा पार्षदों को विजयी बनाकर परिषद में बहुमत दिया। किन्तु हमेंशा की तरह एक बार फिर चुनावी सफलता के बाद जनता के साथ वादा खिलाफी करते हुए भाजपा के नीमच नपाध्यक्ष ने बहुमतधारी परिषद में दो बैठकों के बावजूद दूषित व्यवस्थापन नियमों से प्रभावित शहरवासियों को न्याय और राहत प्रदान करने वाले कोई भी संशोधन प्रस्ताव विचारार्थ रखे ही नहीं हैं।
वोटों और नोटों की लूट की बदनीयत से भाजपा ने लटका रखा है बंगला-बगीचा समस्या समाधान-
पटेल ने कहा कि, मई 2017 में पहले पूरी तरह त्रुटि पूर्ण और असंगत व्यवस्थापन नियम बनाकर और फिर साढ़े पांच साल गुजरने के बावजूद जन-अपेक्षित सुधार नहीं करने के पीछे भाजपा सरकार और क्षेत्रीय भाजपा नेताओं की यह मंशा साफ है कि समस्या को लटका कर समाधान के नाम पर वोट एवं नोटों के रूप में प्रभावितों को छला जाए। इस लम्बी अवधि में भाजपा विधायक व भाजपा नेतागन महज दिखावे के लिए मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन के अधिकारियों से समाधान के लिए मिलने की खबरे छपवा कर जनता को भ्रमित करते रहें हैं।
नगर पालिका अध्यक्ष और विधायक सत्तारूढ़ भाजपा के हैं और अगर पीड़ितों के सच्चे हितैषी बन कर समर्पित प्रयास करते तो बहुत पहले ही दूषित नियमों में सकारात्मक बदलाव हो जाता। किंतु मुद्दे को जीवित रख कर झूंठे दिलासे और वादों के जरिये जनता को छलने के षड़यंत्र के कारण समाधान लटका कर रखा गया हैं। इसी तरह कुछ महीनों के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में भी एक बार फिर झूंठे वादे कर वोट बटोरने के गलत मंसूबे नजर आ रहें हैं।
जनहित में कांग्रेस की मांग और संकल्प-
पटेल ने कहा कि, जिला मुख्यालय नीमच के बंगला-बगीचा क्षेत्र के रहवासी हजारों परिवारों को भाजपा सरकार की षडयंत्र पूर्ण नीतियों से लगातार दमन और शोषण का शिकार बनते हुए देख कर कांग्रेस अब चुप नहीं बैठ सकती हैं। कांग्रेस की पुरजोर मांग है कि भाजपा सरकार प्राथमिकता से बंगला-बगीचा व्यवस्थापन नियमों की विसंगतियों-खामियों को दूर करने के लिए जरूरी संशोधन करें। अगर जनहितों को ध्यान में रखते हुए निश्चित समयबद्धता के साथ पक्षपात रहित एवं सर्व स्वीकार्य समाधन नहीं किया जाता हैं तो कांग्रेस संगठन द्वारा लोगों को न्याय मिलने तक चरणबद्ध रूप से सभी प्रभावी प्रयास किये जायेंगे।