NEWS : जावद में माहेश्वरी समाज का भव्य समारोह संपन्न, देश के ख्यातनाम कवि गोविंद राठी का कुछ यूं किया स्वागत, सांसद सुधीर गुप्ता ने भी की शिरकत, कार्यक्रम में किसने क्या कहां, पढ़े इस खबर में

जावद में माहेश्वरी समाज का भव्य समारोह संपन्न

NEWS : जावद में माहेश्वरी समाज का भव्य समारोह संपन्न, देश के ख्यातनाम कवि गोविंद राठी का कुछ यूं किया स्वागत, सांसद सुधीर गुप्ता ने भी की शिरकत, कार्यक्रम में किसने क्या कहां, पढ़े इस खबर में

जावद। नगर के माहेश्वरी भवन में रविवार को आयोजित भव्य समारोह में देश के ख्यातनाम कवि गोविंद राठी का माहेश्वरी समाज द्वारा आत्मीय स्वागत किया गया। कार्यक्रम में क्षेत्रीय सांसद सुधीर गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान सांसद गुप्ता ने कहा कि “हम सभी को स्वदेशी अपनाना चाहिए और स्वदेशी के लिए ही कार्य करना चाहिए। कवि समाज की आत्मा होते हैं, जो अपने शब्दों से समाज को दिशा देते हैं। 

कुमार विश्वास और शैलेंद्र लोढ़ा जैसे प्रसिद्ध कवियों के साथ मंच साझा कर चुके अखिल भारतीय स्तर के कवि गोविंद राठी ने इस अवसर पर अपनी कविताओं के माध्यम से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके साथ मंच पर श्रद्धा शौर्य, अमित शर्मा चेतक, चर्चित, और झकलाल सोनी भी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर जैन समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र गांधी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्याम काबरा, माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष दिलीप बांगड़, पूर्व जिला अध्यक्ष राजकुमार मुछाल, समाज के संरक्षक जयप्रकाश भूतड़ा, विजय मुछाल, कमलेश सारड़ा, मंडल अध्यक्ष सचिन गोखरू, नगर परिषद अध्यक्ष सोहन माली, उपाध्यक्ष सूचित सोनी सहित बड़ी संख्या में नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। महिला मंडल से जिला अध्यक्ष अर्चना सारड़ा, कोषाध्यक्ष कृष्णा मुछाल, संगीता भूतड़ा, ममता झवर, दिव्या बांगड़ भी कार्यक्रम में सक्रिय रूप से शामिल रहीं।

इसके अलावा भारत विकास परिषद के प्रदीप चोपड़ा, कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर, अनिल काबरा, निरंजन गोयल, राजेश गोयल, पार्षद सत्यनारायण शर्मा सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष दिलीप बांगड़ ने किया, स्वागत भाषण महिला मंडल की जिलाध्यक्ष अर्चना सारड़ा ने दिया और आभार विजय मुछाल ने व्यक्त किया। माहेश्वरी भवन में आयोजित यह कार्यक्रम कवि गोविंद राठी के सम्मान में एक यादगार आयोजन बन गया, जिसमें कवि की रचनाओं और समाज के सहयोग से एकता और संस्कारों का सुंदर संदेश प्रसारित हुआ।