NEWS: वास्तविकता जानेंगे तो उड़ जायेंगे होश, वोट के खातिर भाजपा सरकार की लाड़ली बहना योजना, ढकोसला चुनावी झुमले तक सीमित, सत्यनारायण पाटीदार का बड़ा बयान, पढ़े खबर
वास्तविकता जानेंगे तो उड़ जायेंगे होश, वोट के खातिर भाजपा सरकार की लाड़ली बहना योजना, ढकोसला चुनावी झुमले तक सीमित, सत्यनारायण पाटीदार का बड़ा बयान, पढ़े खबर
नीमच। हमेंशा झूठी घोषणायें कर खूब वाहवाही लूटने वाले देश के सबसे बड़े घोषणावीर मुख्यमंत्री बन चुके भाजपा सरकार के शिवराजसिंह चौहान ने मध्य प्रदेश की जनता के लिये लाडली बहना योजना नाम से फिर एक नया चुनावी झूमला फैंका है। यह चुनावी झूमला इसलिये क्योंकि प्रदेश की 4.50 करोड़ महिलाओं में मात्र 20 लाख महिलायें पात्र होगी और उसमें कुछ कागजी कार्यवाही पूरी करते- करते अयोग्य हो जायेगी और जो बचेंगी योजना का लाभ लेने के लिए उनका नंबर आयेगा तब तक आचार संहिता लग चुकी होगी और इससे भाजपा सरकार को बहाना मिल जायेगा कि उन्होंने तो महिलाओं के हित में योजना लागू कर दी थी, आचार संहिता लग गई इस प्रकार का तरीका अपनाकर महिलाओं से वोट साधने तरीका घोषणावीर सीएम शिवराजसिंह ने अपनाया है।
उक्त विचार व्यक्त करते हुए कॉंग्रेस नेता और जावद के पूर्व जनपद अध्यक्ष सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि लाड़ली बहना योजना के लिए बने नियमों को देखे तों उसमें किसान तो आ ही नहीं सकता है क्यों कि अधिकतर किसानों के पास नियम से अधिक जमीन भी है और उनके पास ट्रेक्टर भी है। वही हम्माली करने वाले मजदूर, चार पहिया वाले, लोडिंग टेम्पू से फेरी लगाने वाले भी इससे बाहर है उनकी महिलाओं को भी लाड़ली बहन योजना का लाभ नहीं मिलेगा। वहीं कुंवारी महिला को भी लाभ नही मिलेगा और तो और ऐसी महिलाएं जिनकी नसबंदी नहीं हुई है उनको भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इस प्रकार से पेचीदा नियमों में हर महिला के लिये पाबंदी लगा दी गई है तो आखिर भाजपा सरकार इस योजना का लाभ देगी किसकों?, यह विचारणीय है।
पाटीदार ने कहा कि कमलनाथजी ने वादा किया है कि इस बार कॉंग्रेस की सरकार बनी तो मप्र की हर बहन को प्रतिमाह 15 सौ रुपए देंगे। गौरतलब है कि कमलनाथजी की तत्कालीन सरकार में कॉंग्रेस ने जो वादे जनता से किये थे वो पूरे किये थे और कर रही थी इस बीच खरीद फरोख्त कर भाजपा के नेताओं द्वारा कांग्रेस सरकार गिरा दी गई। जबकि कॉंग्रेस की कमलनाथ सरकार ने 15 महीने में वो कर दिखाया था जो भाजपा सरकार 18 सालों में भी नहीं कर पाई। कांग्रेस की सरकार में अतिक्रमणकारियों और मिलावटखोरियों के विरूद्ध चली कार्यवाही से हलचल मच गई थी वहीं आमजनता को प्रतिमाह 100 रूपयें बिजली बिल देकर इतिहास रचा था ऐसी कई विकासवादी योजनाएं थी जिसके चलते कमलनाथजी की सरकार को भाजपा के नेता पचा नहीं पा रहे थे इसलिये साजिश के तहत कांग्रेस की सरकार को गिरा दी गई। इस बार निश्चित है पुनः कांग्रेस की सरकार बनेगी और मध्यप्रदेश एक नया इतिहास रचेगा।
सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि घोषणावीर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को केवल घोषणा करना आता है और उन घोषणाओं में नियमों को इतना पेचीदा बना दिया जाता है कि उसका लाभ आमजनता को मिलता ही नहीं और जिन नाम मात्र के लोगो को लाभ मिलता है उनको कागजी कार्यवाही पूरी करने में पसीना आ जाता है। श्री पाटीदार ने कहा कि अभी तक भाजपा सरकार के शिवराज 450 से अधिक घोषणायें कर चुके है अमल में 5 भी नहीं आइ है। चुनावी वर्ष आ गया है और जनता के बीच भाजपा सरकार व उसके जनप्रतिनिधियों की छवि निरंतर धूमिल होती जा रही है। भाजपा के नेता फिर से सत्ता में आने का ख्वाब सजा रहे है उनका ये ख्वाब अब कभी भी पूरा नहीं हो सकता। वर्तमान मप्र की भाजपा की सरकार को 2018 के चुनाव में मध्यप्रदेश की जनता ने नकार दिया था। भाजपा के लोगो ने लोकतंत्र का मजाक बनाकर, लोकतंत्र का गला घोंटकर विधायकों को खरीद फरोख्त कर फिर से सरकार बनाई थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। आमजनता भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियो, निरंतर बड़ रही महंगाई के साथ ही किसानों, मजदूरो, आदिवासियों, महिलाओं पर बड़ रहे अत्याचार के चलते मध्यप्रदेश में अराजकता का माहौल बन चुका है। आमजनता आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प ले लिया है।
बाक्स बनाना है-
कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि लाडली बहना योजना का निम्न वास्तविकता जानकर हैरान रह जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में महिलाओं की संख्या 4.50 करोड़, 23 वर्ष से कम की महिलाएं एक करोड़। इन्हें लाभ नहीं मिलेगा।, 60 वर्ष से अधिक की महिलाएं एक करोड़। इन्हें भी नहीं मिलेगा लाभ।, परिवार में ढाई लाख से अधिक आमदनी वाली महिलाएं-50 लाख।, 5 एकड़ से अधिक परिवार में जमीन वाली महिलाएं 50 लाख।, परिवार में सरकारी सदस्य वाली महिलाएं 30 लाख।, घर में चार पहिया वाहन या ट्रेक्टर वाली महिलाएं 20 लाख।, अन्य दूसरी वजह से लाडली बहना के लिये अयोग्य महिलाओं की संख्या 80 लाख।, लाडली बहना के लिए आवेदन करने की पात्र महिलाएं बची मात्र 20 लाख।,इन 20 लाख महिलाओं के कागजों की जांच करते हुए लग जाएगी आचार संहिता। अब इसको देखे तों जनता के हाथ में कुछ नहीं आने वाला।