ELECTION NEWS : नीमच नगर पालिका चुनाव, भाजपा का अभेद गढ़ वार्ड क्रमांक- 12, फिर भी बढ़ रही चिंता, क्या कोई साइलेंट एजेंडे पर तो नहीं हो रहा काम, विकास कैसे आ गया FIGHT में, पढ़े ये खास खबर

ELECTION NEWS : नीमच नगर पालिका चुनाव, भाजपा का अभेद गढ़ वार्ड क्रमांक- 12, फिर भी बढ़ रही चिंता, क्या कोई साइलेंट एजेंडे पर तो नहीं हो रहा काम, विकास कैसे आ गया FIGHT में, पढ़े ये खास खबर

ELECTION NEWS : नीमच नगर पालिका चुनाव, भाजपा का अभेद गढ़ वार्ड क्रमांक- 12, फिर भी बढ़ रही चिंता, क्या कोई साइलेंट एजेंडे पर तो नहीं हो रहा काम, विकास कैसे आ गया FIGHT में, पढ़े ये खास खबर

नीमच। नगर पालिका चुनाव अब अपनी अंतिम चरण में है, वार्डो में प्रत्याशी अपनी-अपनी पूरी ताकत झोंक जीतने के हर संभव प्रयास में लगे दिखाई पड़ रहें है। शहर के एक ऐसे ही वार्ड जिसे भाजपा का गढ़ मन जाता है।  वहां भाजपा प्रत्याशी जिनेन्द्र जीनु मेहता चुनावी मैदान में है, तो दूसरी और एक सामान्य गरीब परिवार से कांग्रेस के विकास राव शिन्दे चुनावी दंगल में दो-दो हाथ कर रहे है। विकास राव के कांग्रेस प्रत्याशी बनाएं जाने के बाद विपक्षी खेमे को ऐसा नहीं लग रहा था कि, वे मतदान के आते-आते वार्ड में अपनी अच्छी खासी पकड़ बना लेंगे, लेकिन अब यहां की परिस्थितयों में बदलाव दिखाई दे रहा है। 

विकास छोटे कद के जरूर है, और उन्होंने अपने चुनाव लड़ने की शुरुआत भी छोटे-छोटे कदमों से की। पर जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़े, और विकास ने मतदाता के बीच जाना शुरू किया, और अपना जनसंपर्क सतत बनाये रखा। विकास अपनी सोच को उन तक पहुंचाने के साथ ही जिस तरह से कांग्रेस के नेताओ और वार्ड वासियों का जनसंपर्क एक दिन पहले दिखाई पड़ा। उसने यहां के मतदाताओं को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। अब छोटे से कद का दिखने वाला विकास राजनीति के इस रण में भाजपाई प्रत्याशी के बराबरी में खड़े दिखाई दे रहें  है, मुकाबला अब कड़ा हो चूका है, और ऊंट किसी भी करवट बैठ सकता है। जिसे लेकर भाजपा खेमे में भी चिंता है। 

वैसे वार्ड क्रमांक- 12 भाजपा का वो किला है, जो अभेद सा मना जाता है, लेकिन इस किले में सिंधमारी विकास ने कुछ हद तक तो की है, लेकिन अब ये तो मतदान और उसके रिजल्ट के बाद ही पता चलेगा कि, ये सिंधमारी वोटों में कितनी तब्दील हुई, क्योंकि भाजपा प्रत्याशी जिनेन्द्र जीनु मेहता भी राजनीती के पुराने खिलाडी है, वे चुनावी मैनेजमेंट को अच्छे से जानते है, और फिर भाजपा का बड़ा वोट बैंक भी यहां है। बस चिंता इस बात की रह गई कि, इन सब के बावजूद कोई साइलेंट डेमेज तो नहीं हो रहा है। वहीँ दो और प्रत्याशी शमीम बानों और आम आदमी पार्टी के रवि थदानी भी वोटों को कितना प्रभावित कर उन्हें कितना नुकसान पहुंचाते है, ये चिंता के बड़े कारण है।