NEWS : मातमी धुन के साथ नगर में निकले ताजिये, पुरे दस दिनों तक होता है भोजन का आयोजन, जुलूस में पुलिस प्रशासन रहा मुस्तेद, पढ़े खबर

मातमी धुन के साथ नगर में निकले ताजिये

NEWS : मातमी धुन के साथ नगर में निकले ताजिये, पुरे दस दिनों तक होता है भोजन का आयोजन, जुलूस में पुलिस  प्रशासन रहा मुस्तेद, पढ़े खबर

जावद। इस्लामी नए साल की शुरूआत मोहर्रम महीने से होती है। इस्लामी नया साल की पहली तारिख 8 जुलाई से हुई। इस्लाम धर्म के पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे ईमान हुसैन की शहादत के अवसर पर मुस्लिम समाज द्वारा मोहर्रम पर्व मनाया जाता है। उर्दु की 1 तारिख पर नगर के मुस्लिम समाजजन अलग अलग अखाड़ो के द्वारा चौकी धोने की परम्परा करते है, फातेहा (धुप-ध्यान) लगाई जाती है और तबर्रूक (प्रसाद) भी तकसीम (वितरण) किया जाता है। नगर में पुरे दस दिनों तक मुस्लिम मोहल्लो में भोजन का आयोजन किया जाता है और छबिल लगा कर शरबत पिलाया जाता है। 

उर्दु की 7 तारिख पर नगर के अलग अलग अखाड़ो के द्वारा खुर्रा (हुसैनी) चौक पर अखाड़े के द्वारा अलग-अलग करतब दिखाए जाते है। फिर सभी एकत्रित होकर नगर में छड़ी के रूप में ढ़ोल और लेजम के साथ अखाड़ा निकालते है जो नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ चुड़ी गली से तकिया चौक पहुंचता है यहां पर रात्रि को भोजन का आयोजन किया जाता है इसके पश्चात जुलूस नगर के बाकी अन्य चौराहो से होता हुआ अपने-अपने स्थान पर पहुंचता है।

उर्दु की 9 तारिख मंगलवार को लगभग रात्रि 9.30 बजे मेवाफरोश समाज का ताजिया हुसैनी मस्जिद नीमच दरवाजे से निकलना शुरू हुआ। यही पर छोटे-छोटे बच्चों को भी तोलने की परम्परा निभाई एवं तबर्रूक (प्रसाद) बाटा गया। जुलूस में युवा लेजम एवं ढ़ोल बजाते हुए ताजिये के आगे-आगे चलते रहे। मेवाफरोश समाज के ताजिये के जुलूस में निम्बाहेड़ा के मशहुर जय हिंद बैंड के कव्वालों ने जुलसे में अलग की रोनक ला दी। मेवाफरोश समाज का ताजिया लक्ष्मीनाथ चौक, माणक चौक, कण्ठाल चौराहा, कसेरा बाजार पहुंचा। इसी दौरान मोमिन समाज का ताजिया भी अपने निश्चत स्थान से निकला जो कसेरा बाजार, कण्ठाल चौराहा, बड़ी होली होते हुए पुनः हुसैनी चौक पहंुचा यहां से खेरादियों का ताजिया एवं मोमिन समाज का ताजिया निकलना शुरू हुआ जो मेवाफरोश ताजिये के पीछे-पीछे चलता रहा। 

मोचियान कमेटी के युवाओं द्वारा विगत 4 सालों से नगर में मन्नत का ताजिया निकाला जाता है जो कसेरा बाजार तक मेवाफरोश के ताजिये के पीछे चलता है वहीं से खेरादियों के ताजिये के पीछे हो जाता है एवं पुरे नगर में निकलता है। ताजियों का जुलूस पुरी रात नगर के प्रमुख मार्गो से निकला जो पुनः अपने निश्चित स्थान पर पहुंचा, इसी प्रकार उर्दु की 10 तारिख बुधवार को दोपहर में चारों ताजिये नगर में निकले जो शाम को कसेरा बाजार तक पहुंचे व युवाओं ने हुसैनी चौक पर अलग-अगल अखाड़ो के साथ करतब दिखाए। खुर्रा (हुसैनी) चौक पर अखाड़ो के उस्तादों, खलीफाओं एवं प्रशसान के अधिकारीयों का स्वागत किया गया साथ ही गंगादीन अखाड़ा (मोचियान समाज युवा कमेटी) के सदस्यों ने भी प्रशासनिक अधिकारीयों का स्वागत-सम्माना किया । देर रात्रि को अठाना दरवाजा धनेरिया रोड़ स्थित करबला कुए में ताजियों को ठंड़े किए गए। ताजिये के जुलूस निकलने वाले मार्गो पर समाजनो ने पानी, चाय, कॉफी, शरबत, नाश्ता एवं भोजना का आयोजन भी किया। 

मोहर्रम के दस दिनों तक पुलिस प्रशासन मुस्तेद रहा, नगर परिषद, विद्युत मंडल, दुरसंचार विभाग, राजस्व विभाग के अधिकारी/कर्मचारीयों ने भी अपने-अपने कार्यो को ईमानदरी से पुरा किया। वहीं ताजियादारो एवं अखाड़ो के उस्तादो ने पुलिस प्रशासन, नगर प्रशासन, राजस्व विभाग के अधिकारी, विद्युत मण्डल एवं नगर पालिका के अधिकारी/कर्मचारीयो का आभार माना। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी हबीब राही द्वारा दी गई।