BIG NEWS : सालों से फरार ईनामी बदमाश, अब राजस्थान पुलिस की मंदसौर जिले में दबिश, इस गांव से गोर्वधनलाल को किया गिरफ्तार, मामला तस्करों को काला सोना उपलब्ध कराने का, पढ़े खबर

सालों से फरार ईनामी बदमाश

BIG NEWS : सालों से फरार ईनामी बदमाश, अब राजस्थान पुलिस की मंदसौर जिले में दबिश, इस गांव से गोर्वधनलाल को किया गिरफ्तार, मामला तस्करों को काला सोना उपलब्ध कराने का, पढ़े खबर

चित्तौड़गढ़। तीन साल पहले अल्टो कार से 15 किलो डोडाचूरा व 2 किलो अफिम की जब्ती के मामले में गिरफ्तार आरोपी को अफीम उपलब्ध कराने वाले फरार आरोपी को निम्बाहेड़ा कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एमपी के निवासी आरोपी की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से पांच हजार रुपये के ईनाम के साथ टॉप 10 अपराधी में भी चयनित था।

पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि, तीन वर्ष पूर्व 3 मार्च को निम्बाहेड़ा कोतवाली पुलिस ने नाकाबन्दी के दौरान जलिया चैक पोस्ट पर एक अल्टो कार से 15 किलो डोडाचूरा व 2 किलो अफिम जब्त कर मौके से आरोपी मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के वाईडी नगर थाना क्षेत्र निवासी मुमताज पिता जमाल खां मोमीन को गिरफ्तार किया था। मामले में गिरफ्तार आरोपी को अफीम उपलब्ध करने वाले वांछित आरोपी मध्य प्रदेश के हाथी बोलिया थाना नाहरगढ़ निवासी गोवर्धन पिता हीरालाल डांगी फरार चल रहा था, जिस पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से 5000 रूपये का ईनाम जारी किया था।

वांछित आरोपी गोवर्धन डांगी को गिरफ्तार करने हेतु एएसपी परबत सिंह व डीएसपी निम्बाहेड़ा बद्री प्रसाद राव के निर्देशन व थानाधिकारी निम्बाहेडा कोतवाली रामसुमेर पु.नि. के नेतृत्व में आरोपी की तलाश हेतु एएसआई सूरज कुमार, हैड कानि. राकेश, कानि. रणजीत, जगदीश, देवेन्द्र, राकेश व वीरेन्द्र की टीम का गठन किया। टीम द्वारा फरार चल रहे वांछित आरोपी मध्य प्रदेश के हाथीबोलिया थाना नाहरगढ़ निवासी 36 वर्षीय गोवर्धन लाल पिता हीरालाल डांगी की तलाश लगातार मन्दसौर, नीमच व नाहरगढ़ की तरफ की जा रही थी। इसी दौरान एएसआई सूरज कुमार को सूचना मिली कि, गोवर्धन लाल डांगी गांव हाथीबोलिया से नाहरगढ़ की तरफ जा रहा है। जिस पर आरोपी को डिटेन कर गिरफ्तार किया। 

आरोपी गोर्वधन लाल गिरफ्तारी से बचने के लिये गांव से बाहर खेत कुएं पर रहता और किसी भी प्रकार का मोबाईल व अन्य डिवाइस का उपयोग नही करता। जिसकी गिरफ्तारी हेतु निम्बाहेडा पुलिस ने काफी दिनों से उसके रहने के ठिकानों पर रैकी कर मुखबीर मामुर कर गिरफ्तारी के प्रयास किये।