NEWS : जीरन में सिद्धितप का निकला वरघोड़ा, तपस्वियों का बहुमान, तो इन्होने की उपवास की तपस्या, नगर में जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत, पढ़े खबर

जीरन में सिद्धितप का निकला वरघोड़ा

NEWS : जीरन में सिद्धितप का निकला वरघोड़ा, तपस्वियों का बहुमान, तो इन्होने की उपवास की तपस्या, नगर में जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत, पढ़े खबर

जीरन। नगर के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा गया। स्थानीय जैन समाज में पर्युषण पर्व की पूर्णाहुति एवं सिद्धि तप, 11 उपवास, अट्ठाई, सामूहिक अट्ठम तप, नमस्कार मंत्र की नव दिवसीय आराधना आदि के निमित्त दिनांक 30 अगस्त को सिद्धचक्र महापूजन रात्री में प्रभु भक्ति एवं तप वधामना का कार्यक्रम रखा गया तथा दिनांक 31 अगस्त रविवार को भव्य वरघोड़ा एवं रथ यात्रा निकाली गई। 

नगर के जैन आराधना भवन में विराजित परम पूज्य साध्वी वर्या विपुल प्रज्ञा श्रीजी महाराज साहब, परम पूज्य प्रिय वर्षा श्रीजी महाराज साहब, परम पूज्य मोक्ष वर्षा श्रीजी महाराज साहब आदि ठाणा तीन की पावन निश्रा में विगत 45 दिन से सिद्धिदायक सिद्धितप की आराधना चल रही थी। जिसमें रुक्मण बेन मोगरा, मंजू बहन भामावत, उर्मिलाबेन भामावत, साधना बेन मारू एवं निधि बहन बाठिया ने सिद्धितप की आराधना की। प्रियांशी बहन भामावत एवं विपिन भाई मेहता, छवि मोगरा एवं ज्योति संघवी ने 11 उपवास तथा डॉक्टर अंतिम मोगरा, कविता भामावत, विपुल मेहता, वंशिका मेहता एवं ऐश्वर्य मेहता ने 8-8 उपवास की तपस्या की। इसके अतिरिक्त इंदिरा बेन भामावत एवं रेणु बेन पोरवाल के वर्षितप की तपस्या अनवरत जारी है।

वरघोड़ा एवं रथयात्रा जैन मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ जैन आराधना भवन पर पहुंचा। नगर में विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं ने जुलूस का भव्य स्वागत एवं पुष्प वर्षा की। सभी समाजजनों ने चावल की गहुली कर भगवान को बधाया। आराधना भवन में तपस्वियों के बहुमान का चढ़ावा स्व नाथूलाल मारू परिवार एवं तपस्वियों को प्रथम पारणा करने का चढ़ावा संदीप मेहता रतलाम, प्रवीण मेहता प्रतापगढ़ ने लिया। लाभार्थी परिवार ने शाल, श्रीफल, माला, उपहार एवं अभिनंदन पत्र से तपस्वियों का बहुमान किया एवं पारणा के लाभार्थी परिवार ने तपस्वियों को पारणा करवाया। 

पूज्यश्री ने फरमाया कि तप करना जीवन की सबसे कठिन एवं उत्कृष्ट अनुभूति है और उस पर सिद्धितप की तपस्या कर अपनी इंद्रियों को वश में रखना अत्यंत कठिन कार्य है। आप तपस्वियों ने इतना कठिन तप कर जिन शासन एवं जीरन नगर को गौरवान्वित किया है। आपकी खूब-खूब अनुमोदना करते हैं। इस अवसर पर सकल जैन श्री संघ एवं बाहर से पधारे मेहमानों का स्वामीवात्सल्य भी आयोजित किया गया ।