NEWS: तेजाजी महाराज स्वयं सहायता समुह भगवानपुरा द्वारा केचुआँ खाद निर्माण का शुभारम्भ, छात्राओं को सेनिटरी पेड एवं स्वयं सुरक्षा पर विस्तृत प्रशिक्षण भी किया प्रदान, पढ़े खबर

तेजाजी महाराज स्वयं सहायता समुह भगवानपुरा द्वारा केचुआँ खाद निर्माण का शुभारम्भ, छात्राओं को सेनिटरी पेड एवं स्वयं सुरक्षा पर विस्तृत प्रशिक्षण भी किया प्रदान, पढ़े खबर

NEWS: तेजाजी महाराज स्वयं सहायता समुह भगवानपुरा द्वारा केचुआँ खाद निर्माण का शुभारम्भ, छात्राओं को सेनिटरी पेड एवं स्वयं सुरक्षा पर विस्तृत प्रशिक्षण भी किया प्रदान, पढ़े खबर

नीमच। टाटा पावर नीमच के सीएसआर के तहत बाएफ लाईवलीहुड्स द्वारा गठित तेजाजी महाराज स्वयं सहायता समुह, भगवानपुरा की 10 महिलाओं द्वारा गत दिनों 10 केचुआँ पिट का निर्माण उद्योगिनी परियोजना के सहयोग से तैयार कराये गये। जिनका विधिवत तौर पर प्लांट हेड नितेश पारीख एवं सीएसआर प्रबन्धक  वरुण चतुर्वेदी द्वारा किया गया है।

इस अवसर उपस्थित समुह की महिलाओं द्वारा बताया गया कि बाएफ संस्था के मार्गदर्शन में हमारे गांव भगवानपुरा में 05 महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। जो कि वर्तमान में अपनी अपनी बचत कर आंतरिक ऋण का आदान प्रदान कर रही है। चूंकि गांव में पशुओं की संख्या अधिक है, जिससे उत्पन्न होने वाले गोबर का सही तोर पर निपटान नहीं हो पा रहा है। गोबर को व्यवस्थित निपटान एवं इससे आय प्राप्त करने हेतु बाएफ द्वारा केचुओं खाद बनाने का प्रशिक्षण दिया गया तथा समुह की केचुआ खाद बनाने की रुचि का दृष्टिगत परियोजना से 10 पिट सहयोगात्मक तैयार कराये गये।

जिसमें प्रति पिट 5 क्विंटल गोबर की क्षमता है। इन्हीं 10 पिट को गत सप्ताह भर कर तैयार किये गये तथा आज टाटा पावर एवं बाएफ के अधिकारियों की उपस्थिति में इसमें केचुएं डालकर गतिविधि का शुभारंभ किया गया। महिलाओं द्वारा बताया गया कि टाटा पावर एवं बाएफ लाईवलीहुड्ड हमारे क्षेत्र के विकास हेतु विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीण विकास का कार्य कर रही है। जिसके परिणाम दिखने लगे हैं तथा लोग इसका लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इस केचुआँ खाद से समुह को सभी खर्चे काटकर प्रति तीन माह में 1,13,000 / - का लाभ प्राप्त होगा।

वर्तमान में महिलाओं के पास केचुआ खाद के आर्डर भी प्राप्त होने लगे है। कार्यक्रम में उपस्थित बाएफ लाईवलीहुड्स के रीजनल कार्यक्रम अधिकारी जे. एल. पाटीदार तथा वरिष्ठ परियोजना अधिकारी आर. जी. गुप्ता द्वारा बताया गया कि टाटा पावर के सीएसआर के तहत बाएफ द्वारा कुल 07 गांवों में 20 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। इनका एनआरएलएम एवं कृषि विज्ञान केन्द्र नीमच के साथ अभिसरण कराकर समय-समय पर कौशल विकास किया गया तथा परियोजना के सहयोग से समूहों की रुचि अनुसार केचुआ खाद निर्माण, मसाला उत्पादक, दोना पत्तल तथा नर्सरी आदि गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है।

उक्त गतिविधियों के माध्यम से समुह से जुडी कुल 214 महिलाओं को लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है। महिलाओं को मशरूम एवं सिलाई प्रशिक्षण विषय पर भी प्रशिक्षण प्रदान कर कौशल विकास किया जा रहा है, साथ ही इन समूहों के आगामी सुविधाओं के लिये मध्यप्रदेश आजीविका मिशन के भी जोड़े जाने की कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। जिससे कि उनका सतत मार्गदर्शन होकर नियमित रूप से कौशल होकर महिलाएं अपने पैर पर खड़ी हो सके। उद्योगिनी परियोजना का जमीनी स्तर पर कार्य देख रहे आर. के. श्रीवास्तव तथा इन्द्रेश सोनकर के कार्यों की सराहना करते हुए महिलाओं द्वारा बताया गया कि इन अधिकारियों द्वारा हमारे गांव में सतत् विजिट करते हुए समय-समय पर हमारा मार्गदर्शन कर रहे है।

टाटा पावर के सीएसआर प्रबन्धक वरुण चतुर्वेदी द्वारा बताया गया कि क्षेत्रान्तर्गत आने वाले गावों के 15 विद्यालयों पुलिस चौकी, नगर पंचायत डीकैन एवं रतनगढ़ में कोविड 19 से बचाव हेतु मास्क , सैनिटाईजर, थर्मल स्केनर, पल्स आक्सीमिटर तथा पुलिस चौकी डीकैन में वाटर प्युरीफाई की स्थापना की गई। साथ ही डीकैन विद्यालय में छात्राओं को सेनिटरी पेड एवं स्वयं सुरक्षा पर विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उक्त शुभारम्भ कार्यक्रम के दौरान टाटा पावर प्लांट से प्रहलाद पाटीदार सुनील कुर्मी, उमेश ग्राम प्रधान सुखदेव गुर्जर, गांव के प्रतिष्ठित व्यक्ति राजू गुर्जर आदि उपस्थित रहे।