ELECTION NEWS: त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव, ग्राम सनावदा में चुनावी दंगल, आशीष पाटीदार बने सरपंच, नई सोच से संवरेगा गांव का भविष्य, ऐसे बदला 60 सालों का इतिहास...! पढ़े नरेंद्र राठौर की ये खबर
त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव, ग्राम सनावदा में चुनावी दंगल, आशीष पाटीदार बने सरपंच, नई सोच से संवरेगा गांव का भविष्य, ऐसे बदला 60 सालों का इतिहास...! पढ़े नरेंद्र राठौर की ये खबर
मंदसौर। जिले में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव और नगरीय निकाय चुनाव का दौर लगातार जारी है। ऐसे में प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला भी देखने को मिल रहा है। ग्राम पंचायतों में सरपंच पदों की दौड़ भी रौमांचक होती नजर आ रही है। इसी क्रम में एक और बड़ा अपडेट हम तक पहुंचा है। जिसमे एक ग्राम पंचायत का इतिहास 60 सालों बाद बदलता नजर आया है।
दरअसल, हम बात कर रहे है ग्राम पंचायत उमरिया की। इस ग्राम पंचायत में पूर्व में उमरिया, अम्बा और सनावदा गांव आते थे। लेकिन इस वर्ष होने वाले चुनाव से पहले सनावदा ग्राम स्वयं ग्राम पंचायत के रूप में तब्दील हो गया। ऐसे में इस चुनावीरण में इस बार यहां भी प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ, और जब परिणाम सामने आएं, तो मानों जैसे गांव का इतिहास ही बदल गया है।
बताया जा रहा है कि, गाम पंचायत सनावदा के ग्रामीणों ने इस बार 30 वर्षीय युवा सरपंच आशीष छोटू पाटीदार को अपना सरपंच चुना। गांव में करीब 1030 वोटर्स है, और इन्हीं बोटरों ने अपने गांव को सुनहरा भविष्य देने की ठानी। फिर चुनावी दंगल में आशीष पाटीदार को सरपंच पद का ताज पहनाया।
जानकारी में यह भी सामने आया है कि, तीनों गांव एक ही ग्राम पंचायत उमरिया में होने के चलते हमेशा ही अम्बा और उमरिया गांव के प्रत्याशियों में से कोई सरपंच चुनाव जाता था, लेकिन इस बार जब सनावदा गांव की ग्राम पंचायत के रूप में तब्दील हुआ, तो करीब 60 सालों का इतिहास यहां बदलता दिखाई दिया, और सरंपच पद की उम्मीदवारी करने वाले आशीष पाटीदार भारी मतों से विजयी हुए।
आशीष पाटीदार का कहना है कि, गांव और ग्राम पंचायत की जनता से उन पर भरोसा करने के बाद गांव की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है, तो वह बखूबी जनता के विश्वास पर खरे उतरेंगे, और गांव में मुलभूत सुविधाओं से हमेश ग्रामीणों की समस्या में उनके साथ खड़े रहेंगे।