डेस्क। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के उम्मीदवारों के लिए बड़ी अपडेट है। दरअसल लोक सेवा आयोग द्वारा घोषणा की गई है कि 1 महीने के भीतर राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम दोबारा घोषित किए जाएंगे। इस परिणाम के आधार पर ही राज्यसेवा 2019 की मुख्य परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। दरअसल सोमवार को मुख्यालय के बाहर छात्रों का प्रदर्शन किया गया। जिसके बाद उन्हें लिखित आश्वासन पत्र देकर इसकी घोषणा की गई है।
मामले में एमपीपीएससी के ओएसडी रविंद्र पंचभाई ने कहा कि उच्च स्तर पर चर्चा चल रही है संकेत मिले हैं कि आरक्षण पर सामान्य प्रशासन विभाग से जल्द निर्देश मिल जाएंगे। ऐसे में 1 महीने में सबसे पहले 2019 राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा के नए रिजल्ट की घोषणा की जाएगी। उसके बाद मुख्य परीक्षा और प्रक्रिया में तेजी देखने को मिलेगी। वही एमपीपीएससी के इस फैसले से राज्यसेवा 2019 के इंटरव्यू के लिए चयनित हुए 1918 उम्मीदवारों को बड़ा झटका लगा है। जबकि लाखों अभ्यर्थी एमपीपीएससी के सिलसिले से संतुष्ट हैं।
दरअसल प्रारंभिक परीक्षा के रिजल्ट बदलाव और दोबारा होने वाली मुख्य परीक्षा के कारण कई चयन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।अभ्यर्थी द्वारा एमपीपीएससी कार्यालय के नीचे प्रदर्शन करने के बाद अध्यक्ष चर्चित में अभ्यर्थियों को आश्वासन पत्र दिया गया है। 4 बिंदु वाले आश्वासन पत्र में आयोग के ओएसडी के हस्ताक्षर भी है। जिस पर परिमित परीक्षा के रिजल्ट जारी करने के 3 महीने के भीतर परीक्षा आयोजित करवाने की बात कही गई है।
इससे पहले राज्य सेवा परीक्षा 2019 के परिणाम PSC ने नई भर्ती नियम के हिसाब से जारी किए थे जबकि पुरानी परीक्षाओं के लिए अलग आरक्षित वर्ग के नियम शामिल थे। आरक्षित वर्ग के मेरिट होल्डर अभ्यर्थियों को अनारक्षित सीटों पर नहीं चुना गया था। इस संशोधन के खिलाफ याचिका लगाई गई थी। जिस पर हाईकोर्ट ने 7 अप्रैल को निर्णय दिया है। कोर्ट ने पुराने भर्ती नियम यानी राज्य सेवा नियम 2015 के हिसाब से रिजल्ट को संशोधित कर जारी करने के आदेश दिए हैं।
वही एमपीपीएससी के तरफ से साफ कहा गया है कि पुराने नियम का पालन करते हुए रिजल्ट जारी करना होगा। ऐसे में राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2019 फिर से आयोजित की जाएगी। हालांकि अभी तक ओबीसी आरक्षण का विवाद भी कोर्ट में लंबित है। इसलिए परीक्षा की घोषणा में समय लग सकता है।