BIG NEWS : अब नीमच में जानलेवा स्क्रब टायफस का खतरा! मंदसौर में बढ़े मरीज,स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर,दिखे लक्षण तो पहुंचे अस्पताल,पढ़े ये खबर

अब नीमच में जानलेवा स्क्रब टायफस का खतरा,मंदसौर में बढ़े मरीज

BIG NEWS : अब नीमच में जानलेवा स्क्रब टायफस का खतरा! मंदसौर में बढ़े मरीज,स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर,दिखे लक्षण तो पहुंचे अस्पताल,पढ़े ये खबर

नीमच / पिस्सू के काटने से फैलने वाला जानलेवा स्क्रब टायफस ने नजदीक के जिले मंदसौर में अपनी दस्तक दे दी है ऐसे में नीमच जिले में भी लोगो को सावधानी बरतने की जरुरत है और लक्षण दिखते ही सीधे डॉक्टर को दिखाना ही चाहिए,नहीं तो ये खतरनाक साबिक हो सकता है ,

जी हां मंदसौर में में जानलेवा स्क्रब टायफस ने एक बार फिर दस्तक दी है अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों की तादात में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है,सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 20 दिनों में जिलेभर में स्क्रब टायफस के 30 से ज्यादा केस सामने आए है, जिनमें सबसे अधिक सीतामऊ क्षेत्र से 18 पॉजिटिव सामने आए हैं तो वहीं मल्हारगढ़ से 3 बाकी के 10 पॉजिटिव मरीज़ मंदसौर शहर से सामने आने का अनुमान हैं. जिसे देखते हुए डॉक्टर भी लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दे रहे है,हल्की ये आंकड़े जो सामने आये है वो सरकारी रिकार्ड में है जबकि निजी अस्पतालों में भी लोग अपना इलाज करने पहुंच ही रहे है,

स्क्रब टायफस पिस्सुओं के काटने से फैलती है, पिस्सू चूहों पर सवार होकर लोगों के घरों में पहुंचते हैं और घरों के अंदर प्रवेश करते ही पिस्सू लोगों को अपना शिकार बनाने में जुट जाते हैं. जैसे ही पिस्सू इंसान को काटता है तो उसकी लार में मौजूद जीवाणु जिसे रिक्टिशिया सुसुगामुशी कहते हैं. रक्त में फैलने लगता है जिसकी वजह से दिमाग और फेफड़ों में कई तरह के संक्रमण पैदा होने लगते हैं.

लक्षण यह पहचानने में मदद कर सकते हैं कि किसी को स्क्रब टाइफस है या नहीं। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं.............। 
-बुखार
-सिर दर्द
-ठंड लगना
-अभिविन्यास और व्यवहार में परिवर्तन- यह भ्रम से शुरू हो सकता है और गंभीर मामलों में कोमा तक भी पहुंच सकता है।
-लिम्फ नोड्स का बढ़ना
-चकत्ते 
-शरीर में दर्द 
-जोड़ों में दर्द 

बैक्टीरिया के शरीर में प्रवेश करने के 4-5 दिन बाद ही स्क्रब टाइफस के लक्षण विकसित होने शुरू हो सकते हैं। यदि उपचार न किया जाए, तो संक्रमण घातक हो सकता है क्योंकि यह आपके श्वसन तंत्र, गुर्दे , मस्तिष्क को प्रभावित कर सकता है और यहां तक ​​कि बहु-अंग विफलता का कारण भी बन सकता है। इस बीमारी में तुरंत चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है।

ये सावधानी बरते ,,,,,,
-ऐसे कपड़े पहनें जो पैरों को अच्छी तरह से ढकें ताकि चिगर्स आपकी त्वचा के सीधे संपर्क में न आ सकें। 
-किसी भी बाहरी गतिविधि के बाद हमेशा अपने हाथ और पैर अच्छी तरह धोएं। 
-यदि आप झाड़ियों वाले नम क्षेत्रों के पास जा रहे हैं तो ऐसे जूते पहनें जो आपके पैरों को पूरी तरह से ढक दें। 
-घर से बाहर निकलने से पहले अपने कपड़ों या त्वचा पर जैविक कीट प्रतिकारक लगाने का प्रयास करें। 
-यदि आप किसी बच्चे के साथ पार्क या बगीचों में यात्रा कर रहे हैं, तो हमेशा सुनिश्चित करें कि वे घुमक्कड़ी में हों। सुरक्षा के लिए  घुमक्कड़ी को मच्छरदानी से ढकें।
-सुनिश्चित करें कि आपके घर में चूहे या चूहा जैसे कोई कृंतक न हों।