BIG NEWS: सर्व नागदा ब्राह्मण और गुर्जर समाज में आक्रोश, एसपी कार्यालय पहुंच सौंपा ज्ञापन, निष्पक्ष जांच के साथ इस प्रकरण को खत्म करने की मांग, मामला- ग्राम गिरदौड़ा-कानाखेड़ा के बीच हुए जमीन विवाद का, पढ़े खबर
सर्व ब्राह्मण और गुर्जर समाज में आक्रोश

नीमच। ग्राम गिरदौड़ा और कानाखेड़ा के बीच मौजूद जमीन को लेकर हुए विवाद का मामला अब तक पकड़ता नजर आ रहा है। गुरूवार की शाम गुर्जर समाजजनों ने नीमच सिटी थाने का घेराव करते हुए यहां प्रदर्शन किया था, तो वहीं शुक्रवार दोपहर सर्व नागदा ब्राहम्ण और गुर्जर समाज के सैकड़ों को एकजुट होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने एसपी अमित तोलानी के नाम एक ज्ञापन एएसपी सुंदर सिंह कनेश को सौंपा।
ज्ञापन में समाजजनों ने बताया कि, नागदा ब्राहम्ण समाज के चंद्रशेखर नागदा निवासी ग्राम रेवली देवली द्वारा विपक्षी विक्रम पाटीदार, राहुल पाटीदार और महेश पाटीदार, पटवारी हल्का नं. 22 के स्वामित्व एवं आधिपत्य की कृषि भूमि सर्वे नं. 966 पेकी रकबा 0.11 खसरा नम्बर 967/ पैकी रकबा 0.77 हे. खसरा नम्बर 976 रकबा 0.40 है व खसरा नम्बर 977 रकबा 0.42 है, कुल कीता 4 कुल रकबा 1.70 है। उक्त जमीन को चंद्रशेखर नागदा को विक्रय की थी।
चंद्रेशखर नागदा को विक्रय करने से पहले विपक्षीगणो ने उक्त जमीन को विनोद जायसवाल पिता श्रवण जायसवाल निवासी ग्राम जमुनियाकलां से सोदा कर 27 लाख नगद प्राप्त कर रखे थे, तथा चंद्रशेखर के साथ धोखाधडी कर 50 लाख ले लिये। फिर चंद्रशेखर नागदा खेत देखने के लिए बीती दिनांक- 30 जून को गया, तो तथा हंकाई कर रहा था।
इसी दौरान विपक्षी महेश पाटीदार, विक्रम पाटीदार एक अन्य व्यक्ति बोले कि, बुआई मत कर गाली गलोज कर मारपीट की। इसी दौरान सरदार सिंह व उनका लड़का जो रास्ते जा रहे थे। उन्होंने बीच बचाव किया। जिसकी रिपोर्ट चन्द्रशेखर नागदा ने की। परन्तु विपक्षीगण ने योजनाबद्ध तरीके से षडयंत्र पूर्वक जालसाजी करके पुलिस से सांठ-गांठ कर प्रार्थीगणों के समाज के व्यक्तियों के विरूद्ध जमीन विवाद को लूट के मामले में झूठा कायम करा दिया है, जिससे समाज में रोस है।
हम समाजजन निवेदन करते है कि, निष्पक्ष जांच कर झूठी कार्यवाही करने व कराने वाले के विरूद्ध कार्यवाही की जावे। तथा हमारे समाज के व्यक्तियों के साथ धोखाधडी षडयंत्र करके दस्तावेज तैयार कर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने वाले दोषी विकम पाटीदार, राहुल पाटीदार, महेश पाटीदार निवासी नीमच के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया जावें। साथ ही हमारे समाज के व्यक्तियों के द्वारा किसी प्रकार के मोबाईल नही लूटे गए है, जबकि मोबाईल विवाद के समय विपक्षीगण मोके पर छोड़कर योजनाबद्ध तरीके से भाग गए थे।
मोबाईल गिरदौड़ा निवासी खेत के पडोसी रोहित यादव, अनुप सिंह को मिले है। जिन्होने नगर पुलिस अधीक्षक को दिये। उनके द्वारा कहे अनुसार झूठी कार्यवाही करने वाले एसआई तिवारी को दिये, और एसआई तिवारी के द्वारा हमारे समाज के चारो व्यक्तियो को बयान का कहकर थाने बुलाया गया, फिर झूठी कार्यवाही की जा रही है एवं विपक्षी अपनी वकीलगिरी के दम पर हमारे समाज के व्यक्तियो को झूठा प्रकरण में फंसाया जा रहा है।
जमीनी विवाद को लूट के प्रकरण से जोडा जा रहा है, तथा हमारी समाज के सरदार सिंह गुर्जर व उनके पुत्र का उक्त जमीन से कोई संबंध नहीं है। उनको राजनीति द्वेषता से मोहरा बनाया जा रहा है। जिससे जमीनी विवाद को दबाया जा रहा है, तथा हमारे समाज के व्यक्ति के 50 लाख रूपये हड़प करना चाहते है। उक्त जमीन को उंचे दामो पर किसी अन्य को विक्रय करना चाहते है। विनोद जायसवाल के भी 27 लाख रूपये लोटाए नहीं है।
ऐसी स्थिति हम समाजजन चाहते है कि, पुलिस निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करें, और हमारे समाज के व्यक्तियो के विरूद्ध जो प्रकरण बनाया गया है, उसका खात्मा किया जावें।