OMG ! लाडली बहना योजना, मां को फार्म भरवाने ले जाता बेटा, अचानक हुआ ये, की आ गया ट्रैन की चपेट में, अब मिला जिंदगीभर का दर्द, मामला- इस जिले का, पढ़े खबर
लाडली बहना योजना, मां को फार्म भरवाने ले जाता बेटा, अचानक हुआ ये, की आ गया ट्रैन की चपेट में, अब मिला जिंदगीभर का दर्द, मामला- इस जिले का, पढ़े खबर
डेस्क। एमपी के हरदा जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई, यहां अपनी मां को लाडली बहना योजना का फॉर्म भरवाने आया युवक ट्रेन की चपेट में आ गया। हादसे में उसके दोनों पैर कट गए, घटना के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है। उसका बेटे के अलावा कोई और सहारा नहीं है। हादसा खिरकिया रेलवे स्टेशन पर उस वक्त हुआ जब युवक मां को दूसरे कोच में बैठाकर खुद कहीं और बैठने जा रहा था। युवक को ट्रेन के नीचे आता देख चीख-पुकार मच गई, लोगों ने पुलिस की मदद से युवक को खिरकिया के जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
जिले के खिरकिया रेलवे स्टेशन पर 2 अप्रैल को उस वक्त हड़कंप मच गया। जब एक युवक पठानकोट दादर अमृतसर एक्सप्रेस के नीचे आ गया। हादसे में युवक के दोनों पैर कट गए, लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि, युवक का नाम विजय सातनकर है। वह अपनी मां सुमंती बाई को कोच में बैठाने के बाद हादसे का शिकार हो गया।
रोजे रखे युवक ने की पूरी मदद-
दूसरी ओर, स्टेशन पर मौजूद शाहरुख मंसूरी, सुमित और उसके दोस्त घायल विजय को खिरकिया के सरकारी अस्पताल ले गए, यहां डॉक्टरों ने इमरजेंसी में उसका प्राथमिक इलाज किया और उसे वहां से हरदा जिला अस्पताल भेज दिया गया। यहां से इलाज के बाद युवक को और बेहतर इलाज के लिए भोपाल रेफर किया गया। घायल युवक को अस्पताल तक ले जाने वाले शाहरुख के रोजे चल रहे हैं, उन्होंने इंसानियत का फर्ज निभाने में किसी बात की परवाह नहीं की।
माता-पिता का इकलौता सहारा-
एएसआई रूपसिंह धाकड़ ने बताया कि, घायल युवक विजय सातनकर खिरकिया के खेड़ा में रहता है। वह मंडीदीप की एक फैक्ट्री मे काम करता है। वह मां सुमंती बाई को लेकर मंडीदीप से खिरकिया आया था। उसे मां का लाडली बहना योजना का फार्म भरवाना था। फार्म भरवाने के बाद जब दोनों लौट रहे थे, तब ये हादसा हो गया। बुजुर्ग माता-पिता का विजय के अलावा कोई सहारा नहीं है। बेटे के दोनों पैर कट जाने से दुखी मां के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे, रोते हुए मां अपने बेटे की सलामती की प्रार्थना करती रही। घटना के बारे मे विजय की मां बस इतना बोलती रही कि मालूम नहीं बेटा केसे गिरा। उसके दोनों पैर कट गए।