OMG ! भागों-भागों बाघ आया...! बुजुर्ग को बनाया निवाला, आधा शव छोड़ा, खौफ इतना कि, एक दर्जन विद्यालयों का समय बदला, तो दहशत में 14 गांव के लोग, घटना MP के इस जिले की, पढ़े ये खबर

दहशत में 14 गांव के रहवासी, घटना MP के इस जिले की, पढ़े ये खबर

OMG ! भागों-भागों बाघ आया...! बुजुर्ग को बनाया निवाला, आधा शव छोड़ा, खौफ इतना कि, एक दर्जन विद्यालयों का समय बदला, तो दहशत में 14 गांव के लोग, घटना MP के इस जिले की, पढ़े ये खबर

डेस्क। इंदौर जिले के वन क्षेत्र महू में बाघ की ऐसी दहशत है कि, यहां बच्चों का रूटीन बदल दिया गया। दहशत के बीच शिक्षा विभाग ने 14 गांवों के विद्यालयों का समय भी बदल दिया। जंगली जानवर से विद्यार्थियों और शिक्षकों की सुरक्षा के लिए इन स्कूलों का समय बदला गया है। 

गुरुवार को अधिकारी ने यह जानकारी दी कि, महू क्षेत्र में चार दिन पहले 60 वर्षीय बुजुर्ग को निवाला बनाने वाले आदमखोर बाघ का अभी तक पता नहीं चल सका। वन विभाग के सघन खोज अभियान के बावजूद खतरनाक जानवर अभी तक जंगल और आसपास के इलाकों में बेखौफ घूम रहा है। 

जिला शिक्षा अधिकारी व्यास ने बताया कि, महू वन क्षेत्र में बाघ ने कुछ दिनों पहले एक बुजुर्ग का शिकार कर लिया था। इसके मद्देनजर 14 गांवों के सरकारी विद्यालयों को सुबह 10:30 बजे से पहले और शाम 4:00 बजे के बाद संचालित नहीं करने के निर्देश दिए है। पहले इन विद्यालयों को समय सुबह 07:30 से दोपहर 12 बजे के बीच था। इन विद्यालयों में करीब 1 हजार 400 ग्रामीण विद्यार्थी पढ़ते हैं। 

बाघ ने किया बुजुर्ग का शिकार- 

बाघ की दहशत को लेकर व्यास ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान हुई चर्चा के बाद उन्होंने बताया कि, बाघ को पहाड़ियों से घिरे महू वन क्षेत्र के 14 गांवों के आस-पास सुबह और शाम के वक्त घूमते देखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि बाघ ने क्षेत्र में बीती 18 जून को मलेंडी गांव के निवासी सुंदरलाल (60) को अपना निवाला बना लिया था। जब सुंदरलाल मवेशी चराने गए थे। उसी समय ये हादसा हुआ। वन विभाग को जंगल में बुजुर्ग का आधा खाया हुआ शव और इसके पास बाघ के पग मार्क्स मिले थे। 

डीएफओ ने कहा- घूम रही मादा तेंदुआ भी- 

वन मंडलाधिकारी पंडवा ने बताया कि, वन कर्मियों के अलग-अलग दलों द्वारा बाघ को ढूंढकर बचाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इस जंगली जानवर का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। बाघ संभवतः जंगल के अंदरूनी हिस्से में चला गया है।  बाघ की हलचल वाले मलेंडी गांव के पास एक मादा तेंदुआ अपने तीन शावकों के साथ देखी गई, जंगली जानवरों की हलचल के मद्देनजर हम ग्रामीणों को लगातार आगाह कर रहे हैं।