NEWS: ज्ञानोदय संस्थान में मनाया बालकवि बैरागी का जन्मोत्सव, प्रमोद रामावत ने कहां- बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे बालकवि बैरागी, पढ़े खबर

ज्ञानोदय संस्थान में मनाया बालकवि बैरागी का जन्मोत्सव

NEWS: ज्ञानोदय संस्थान में मनाया बालकवि बैरागी का जन्मोत्सव, प्रमोद रामावत ने कहां- बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे बालकवि बैरागी, पढ़े खबर

नीमच। पूर्व सांसद एवं प्रख्यात कवि बालकवि बैरागी बहु आयामी व्यक्तित्व के धनी थे। जिन्होंने मनासा से अपना संघर्षमय जीवन प्रारंभ करके राजनीति और साहित्य में ऊंचाईयां प्राप्त की वे सफल कवि कुशल वक्ता श्रेष्ठ राजनेता रहे हैं। उन्होंने जीवन पर्यंत साहित्य साधना के साथ-साथ राजनीति के माध्यम से समाज सेवा की। मंगते से लेकर मिनिस्टर तक की यात्रा में उन्हें कभी भी अहंकार नहीं हुआ। हिंदी और मालवी के प्रति उनका गहरा लगाव था। उक्त उद्गार प्रख्यात गजलकार प्रमोद रामावत ने ज्ञानोदय संस्थान के बाल कवि बैरागी महाविद्यालय में बैरागी के जन्मोत्सव पर आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किए।

ज्ञानोदय संस्थान की निदेशिका डॉ माधुरी चौरसिया ने बालकवि बैरागी को याद करते हुए कहा कि, दादा बैरागी का मुझे खूब स्नेह प्राप्त हुआ। बैरागी ने समर्पित भाव से साहित्य सेवा की वे प्रकाश के प्रतीक सूरज को ललकारने वाली कविता लिखते थे। उनकी कविताओं में युवाओं के लिए प्रेरणा होती थी। वे संवेदनशील साहित्यकार थे। उनके बचपन में इतना अभाव था कि, स्वयं के पास शर्ट नहीं होने से वे बच्चों की रेलगाड़ी के खेल में गार्ड का डिब्बा बनते थे। 

ज्ञानोदय संस्थान के चैयरमेन अनिल चौरसिया ने अपने भाव भरे उद्बोधन में कहा कि, ज्ञानोदय संस्थान के साथ दादा बालकवि बैरागी का अटूट संबंध है। दादा बैरागी की हम पर खूब कृपा रहीं है। बैरागी दादा की पुरे देश में पहचान थी वे ओज के साथ-साथ श्रृंगार के भी कवि थे। उनकी कविताएं एक तरफ युवाओं को प्रेरित करती थी। उसी के साथ-साथ में पनिहारी जैसे गीतों के माध्यम से भी मालवी की सेवा करते रहें। नगर के वरिष्ठ साहित्यकार एवं समाजसेवी डॉ महिपाल सिंह चौहान ने दादा बैरागी को याद करते हुए सुन्दर कविता गायन किया। 

ज्ञानोदय संस्थान के ग्रुप डायरेक्टर डॉक्टर प्रशांत शर्मा ने कहा कि, बालकवि बैरागी देश के प्रख्यात साहित्यकार और राजनेता थे। उनके जीवन से छात्रों को प्रेरणा लेना चाहिए उनका जन्म दिवस मनाना हमारे लिए गौरव का विषय है। प्रमोद रामावत एवं डॉ महिपाल सिंह ने अपना समय देकर इस आयोजन को सफल बनाया मैं उनका हृदय से धन्यवाद करता हूं। बालकवि बैरागी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर सुरेंद्र शक्तावत में अपने स्वागत उद्बोधन में दादा बालकवि बैरागी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।

बीकॉम फर्स्ट ईयर की छात्रा निधि शर्मा एवं बी.एस.सी.बी.एड. की छात्रा फरहीन द्वारा क्रमश: बालकवि बैरागी जी के रचना संसार पर चर्चा करते हुए बैरागी जी की कविता का पाठ किया। इस कार्यक्रम में ज्ञानोदय नर्सिंग महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दिनेश पाटीदार ज्ञानोदय आईटीआई के प्राचार्य हरिश्चंद्र सिंह राठौड़ बी.एड. कॉलेज की प्राचार्य ऋचा सक्सेना ज्ञानोदय मनासा के प्राचार्य डॉ दिनेश तिवारी सहित ज्ञानोदय संस्थान के विभिन्न महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष प्राध्यापकगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन ज्ञानोदय इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी की उप प्राचार्य डॉ विनीता डाबर ने किया तथा आभार प्रदर्शन ज्ञानोदय इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल टेक्नोलॉजी के उप प्राचार्य सुरेंद्र पांडे ने व्यक्त किया।