OMG ! इंस्ट्राग्राम ग्रुप, हर ID के आखरी में 302, और बायों... जो हमारी आंखों में खटके-वों शमशान में भटके, युवक से हुई झड़प, तो रिवेंज की बारी, ONLINE चाकू की डिलेवरी, फिर तीनों ने हिमांशु को घेरा, और उतार दिया मौत के घाट, पढ़े भानपुरा पुलिस का बड़ा खुलासा
इंस्ट्राग्राम ग्रुप, हर ID के आखरी में 302, और बायों... जो हमारी आंखों में खटके-वों शमशान में भटके, युवक से हुई झड़प, तो रिवेंज की बारी, ONLINE चाकू की डिलेवरी, फिर तीनों ने हिमांशु को घेरा, और उतार दिया मौत के घाट, पढ़े भानपुरा पुलिस का बड़ा खुलासा
मंदसौर। पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानीया, गरोठ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेन्द्र तारणेकर, गरोठ SDOP फुलसिंह परस्ते के मार्गदर्शन एवं भानपुरा थाना प्रभारी अवनीश श्रीवास्तव और उनकी टीम ने थाना भानपुरा के अपराध क्र.150/2022 धारा 302, 34 भादवि मे आरोपीगणों को गिरफ्तार किया।
जानकारी के अनुसार दिनांक 11.04.2021 की रात तीन व्यक्तियों द्वारा शीतलामाता मोहल्ला मंदिर के पास हिमांशु पिता तुलसीदास वैष्णव (22) निवासी भानपुरा पर चाकू से हमला किया। जिससे उसे धड़ वाले हिस्से में चोट आई, फिर हिमांशु को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोशित कर दिया। इस पर थाना भानपुरा में आरोपी विनय जादौन, अश्मीर मंसूरी और दीपक गुर्जर निवासी भानपुरा के विरुद्द अपराध क्र. 150/2022 धारा 302, 34 भादवी में प्रकरण दर्ज किया। जिसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया।
मामूली बात हत्या का कारण-
बच्चों में बढ़ रहीं आपराधिक मानसिकता का दुषपरिणाम- जो हमारी आंखों में खटकते है, वे सीधा श्मशान में भटकते हैं...
दरअसल इस्ट्राग्राम के जरिये क्षेत्र के कुछ कम उम्र के लड़कों का एक ग्रुप एक्टिव रहता है। साथ ही अपनी आईडी के आखिर में 302 लिखते है। ये लड़के आपस में ही अवैधानिक कंटेंट शेयर करते है, और आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की बाते भी लिखते है। ग्रुप के माध्यम से ऐसा लगता है कि, ये लड़ने खलनायकों को ही अपना महानायक मानते है। ग्रुप के सदस्यों में से ही एक लड़ने की प्रोफाइल आईडी पर बायों में, जो हमारी आंखों में खटकते है, वों सीधा जाकर शमशाम में भटकते है... अपलोड था, जो ग्रुप के लड़कों की मानसिकता को स्पष्ट रूप से परिभाषीत करता है।
आपकों बता दें कि, ग्रुप- 302 के लड़के अपराध से इतने अधिक सम्मोहित है कि वे हत्या करने के लिए भी तैयार रहते है, और इसे अपनी शाम मानते है। आरोपी विनय जादौन की पांच इंस्टा आईडी एक्टिव थी, और इन सभी पर आखिर में 302 लगा हुआ था। साथ ही हथियारों के साथ खिंचाई फोटों और आपराधिक मानसिकता की बाते विनय जादौन सहित साथियों की आईडी पर देखी जा सकती है। ऐसी ही घोर मानसिकता वाले व्यक्ति को मृतक हिमांशु ने चोट पहुंचा दी। जिससे उसे थोड़ा खून निकल आया, और उसी समय उसने बदला लेने का संकल्प ले लिया।
जिसके बाद विनय ने अपने साथियों के साथ योजना बनाई, और चाकुओं का जुगाड़ किया। फिर बीती दिनांक- 11.04.22 की रात उसे हिमांशु को घेरने का मौका मिल गया, और वो समय था एक शादी समारोह से हिमांशु के अपने घर लौटने का। उसी दौरान मंदिर के समीप उसे विनय ने अपने साथियों के साथ घेर लिया, और चाकुओं से अंधाधुन वार किए, और मौके से फरार हो गया।
जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश में विशेष टीमों का गठन किया गया, और दिनांक- 15 अप्रैल को पुलिस को सूचना मिली कि, विनय और अश्मीर दोनों रावतभाटा क्षेत्र में कही है। जिसके बाद टीम ने मौके पर दबिश दी, और दोनों को अभिरक्षा में लिया। फिर दोनों आरोपियो ने घटनाक्रम का कारण पूर्व में हुई मारपीट का होना बताया। फिर पुलिस ने एक अन्य आरोपी दीपक गुर्जर की गिरफ्तारी ग्राम सानड़ा थाना भानपुरा से की। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि, उन्होंने चाकू फलीपकार्ड से मंगवाया था।
जिसके बाद पुलिस ने 16 मार्च को आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। जहां से तीनों आरोपियों को पांच दिनों के पुलिस रिमांड पर सौंपा है। अब रिमांड के दौरान पुलिस को घटना के संबंध में और भी अहम जानकारियां मिल सकती है। हालांकि पुलिस मामले की जांच में लगातार गंभीरता बरत रही है।
इन आरोपियों को किया गिरफ्तार-
कार्यवाही के दौरान पुलिस ने आरोपी विनय पिता कन्हैयालाल जादौन (19) निवासी गफूर बस्ती, अशमीर पिता अफसर हुसैन निवासी मंदसौर, जनक व दितीय पिता कल्लु उर्फ जाकीर (20) निवासी स्टेट बैंक के पास, भानपुरा और दीपक पिता जगदीश गुर्जर (21) निवासी गुर्जर मोहल्ला भानपुरा को गिरफ्तार किया। साथ ही पुलिस ने उनके कब्जे से एक सील्वर रंग की बाइक क्रमांक= एमपी.14.एमटी.8364 और एक खटकेदार शिकारी चाकु जब्त किया।
उक्त सराहनीय कार्य में निरीक्षक अवनीश श्रीवास्तव, सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र सिसौदिया एंव उनकी टीम, उनि. रितेश नागर, बलवीर सिंह यादव, सउनि गेंदाल पलासीया, जीएस शर्मा, प्रआर नरेन्द्र चोधरी, सोनु ठाकुर, आरक्षक धर्मेश बैरागी, वकील दायमा, आलोक गुर्जर, रामकरण गुर्जर, मनीष परमार, आर. चालक शैतान कछावा तथा थाना रावतभाटा जिला चितोड़ राजस्थान से प्रआर कालू सिंह, आरक्षक दुर्जन सिंह, आर. चालक जगदीश सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।