NEWS : आज के दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल का आगाज, फिर इनसे हुई चर्चा, अब जनवरी की रूप रेखा तैयार, बड़े आंदोलन की तैयारी में प्रदेश के 32 हजार संविदाकर्मी, पढ़े खबर

आज के दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल का आगाज

NEWS : आज के दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल का आगाज, फिर इनसे हुई चर्चा, अब जनवरी की रूप रेखा तैयार, बड़े आंदोलन की तैयारी में प्रदेश के 32 हजार संविदाकर्मी, पढ़े खबर

नीमच। प्रदेश टीम के आह्वान से जिले में 18/12/24 का अनिश्चित कालीन हड़ताल का आगाज किया था चूंकि आज सीएस महोदय और एमडी मैडम से विस्तृत चर्चा के बाद प्रदेश टीम उपरोक्त विषय में निवेदन है कि, संघ द्वारा अपनी दो सूत्रीय मांगो (जिनमे संविदा नीति 2023 की सभी कंडिकाओ को एनएचएम कर्मचारीयो पर लागू करने एवं वेतन विसंगति का निराकरण करने) के लिए दिनांक 18.12.2024 से सांकेतिक स्वरूप अनिश्चितकालीन हड़ताल का आव्हान किया गया था।

माननीय स्वास्थ्य आयुक्त महोदय एवं मिशन संचालक महोदय से मुलाकात एवं सकारात्मक चर्चा के उपरान्त संघ की राज्य कार्यकारिणी द्वारा निर्णय किया गया है कि दिनाक 18.12.2024 से प्रारंभ होने वाली अनिश्चितकालीन हड़ताल को दिनांक 16.01.2025 तक के लिए आगे बढ़ाया जाता है। आज दिनांक 18/12/2024 एचएचएम एमडी मैडम से एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा एक बार फिर मुलाकात हुई और करीबन 1 घंटे विस्तृत चर्चा के बाद मैडम द्वारा दो से तीन सप्ताह का समय मांगा गया है। 

मैडम से विस्तृत चर्चा के बाद  2023 की नीति  के हर एक  मुद्दे पर बात हुई है एमडी मैडम और रावत सर के द्वारा कहा गया है कि हर एक मुद्दे पर हर पॉलिसी में संशोधन किया जाएगा। मैडम ने ग्रेड पे संशोधन के बारे में भी आश्वासन दिया है आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास हे कि हमें 2023 की नीति का लाभ सभी 32000 को जल्दी ही मिलेगा। पूर्व मुख्यमंत्री जन जन के लाडले मामाजी द्वारा एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को शिवराज सरकार द्वारा बड़ी सौगातो की घोषणा इस प्रकार थी। 

प्रतिवर्ष अनुबंध प्रक्रिया होगी समाप्त- 

- नेशनल पेंशन स्कीम का मिलेगा लाभ
- वेतन 100 प्रतिशत मिलेगा
- स्वास्थ्य बीमा का मिलेगा लाभ
- अनुकंपा नियुक्ति का लाभ
- रिटायरमेंट के समय ग्रेच्युटी
- नियमित पदों पर भर्ती में 50% आरक्षण
- नियमित कर्मचारियों के समान अवकाश
- मातृत्व अवकाश भी नियमित कर्मचारी की तरह मिलेगा
- आंदोलन के दौरान दर्ज मामले होंगे वापस

एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी  मांगो को लेकर विगत कई सालो से शासन से मांग कर रहे हैं। विगत 2018 में भी बीजेपी सरकार द्वारा  90% की नीति लागू की गई थी जो की कैबिनेट में पारित कर दी गई थी लेकिन nhm आला अधिकारीयो द्वारा उसकी अनदेखी कर दी गई, अभी भी संविदा कर्मचारी और नियमित कर्मचारियों के वेतन मे जमीन आसमान का अंतर होने से संविदा कर्मचारी 2023 की  नीतियों को लागु करवाने हेतु लाभबद्ध हैं।