NEWS: नागदा क्षेत्र में बारिश और ओलावृष्टि, फसले हुई तबाह, सर्वे में भेदभाव का आरोप, इन्होंने सौंपा ज्ञापन, की ये बड़ी मांग, पढ़े बबलू यादव की खबर
नागदा क्षेत्र में बारिश और ओलावृष्टि, फसले हुई तबाह, सर्वे में भेदभाव का आरोप, इन्होंने सौंपा ज्ञापन, की ये बड़ी मांग, पढ़े बबलू यादव की खबर
नागदा। जब किसानों की फसल खेतों में खड़ी होती है तो बाजार में गेहूं के भाव 3000 से लेकर 3500 हजार प्रति कुंटल हो जाते हैं। वही जब किसान अपनी फसल काटकर मंडी तक लाता है तो यही भाव 2000 और 1800 कुंटल हो जाता हैं यह शासन की गलत नीतियों का परिणाम है उस पर से प्राकृतिक आपदाएं किसानों को कहीं का नहीं छोड़ रही सोमवार को हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि ने क्षेत्र के किसानों की फसल तबाह कर दी। वहीं शासन-प्रशासन आज भी भेदभाव अपना कर सर्वे का कार्य कर रहा है।
जिसे हमने प्रमाणित रुप से देखा ग्राम ऊंचा खेड़ा में तहसीलदार महोदय आए, लेकिन गांव के एक हिस्से में बैठकर सर्वे का कार्य कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली जिसके कारण किसानों में शासन प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है यह बात आम आदमी पार्टी के सुबोध स्वामी ने मंगलवार को अनुविभागीय अधिकारी महोदय को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कही।
स्वामी ने कहा कि, शासन द्वारा लागू फसल बीमा योजना का भी लाभ किसान भाइयों को नहीं मिल पा रहा है वही शासन द्वारा जो मुआवजा दिया जाता है वह किसानों के साथ मजाक होकर उनकी जले पर नमक छिड़कने जैसा काम करता है विगत दिनों किसानों को मिले मुआवजे में किसी को ₹20 ₹50 और ₹100 मुआवजा तक का चेक शासन द्वारा दिया गया है जबकि नुकसान हजारों में होता है जिसे आम आदमी पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी किसान हित में आम आदमी पार्टी सड़क पर आंदोलन करेगी जिसकी समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर ओम प्रकाश मौर्य भंवर सिंह पवार हेनरी मचार योगेश मीणा चेतन परमार राजेश बानिया सचिन रघुवंशी दीपक रघुवंशी हराहंगी तिवारी अंतर सिंह तोमर सत्य प्रकाश शर्मा भेरूलाल चावड़ा आदि आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे ज्ञापन का वाचन आदित्य मालवीय द्वारा किया गया जिसे अनुविभागीय अधिकारी आशुतोष गोस्वामी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम पर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा दिया गया।
इसके पूर्व प्रातः ऐसे ही आज आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा क्षेत्र के लगभग 1 दर्जन से अधिक गांवों का दौरा किया जिनमें ऊंचा खेड़ा सनासला नंदवासला कनवास भुवासा नरेडीबेरा बरलाई पालना मड़ावदा आदि ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर फसलों में हुए नुकसान का जायजा लिया।