BIG NEWS : घीसालाल की जमीन पर अवैध कब्जा, JCB और पोकलेन से खुदाई, रोजाना हो रहा अवैध खनन, मारपीट पर भी उतारू ये भू-माफिया, पीड़ित की शिकायतों पर सुनवाई नहीं, मामला जीरन थाना क्षेत्र का, पढ़े खबर

घीसालाल की जमीन पर अवैध कब्जा

BIG NEWS : घीसालाल की जमीन पर अवैध कब्जा, JCB और पोकलेन से खुदाई, रोजाना हो रहा अवैध खनन, मारपीट पर भी उतारू ये भू-माफिया, पीड़ित की शिकायतों पर सुनवाई नहीं, मामला जीरन थाना क्षेत्र का, पढ़े खबर

नीमच। जिले के जीरन थाना क्षेत्र में भील समाज के एक व्यक्ति की भूमि पर कब्जा करने और वहां अवैध खनन करने का मामला सामने आया। जिसकी शिकायत भूमि मालिक ने थाने से लेकर अधिकारियों के दफतर तक की, लेकिन इसके बावजूद भी उसकी सुनवाई अब तक नहीं हो पाई, लगभग 10 सालों से किए गए इस अवैध कब्जे को मुक्त कराने  भूमि मालिक के साथ कई लोग भी मौके पर पहुंचे, लेकिन भू-माफियाओं की दंबगाई के चलते उन्हें उलटे पैर लौटना पड़ा। 

दरअसल, यह पूरा मामला है नीमच जिले के जीरन थाना क्षेत्र के ग्राम गोविंदपुरा का, गांव से कुछ दूरी पर घीसालाल पिता चैनराम भील की करीब 5 बीघा जमीन है। जिस पर पिछले करीब 10 से 15 सालों से गांव के ही प्रहलाद पिता बालचंद पाटीदार, उसके बेटे बनवारीलाल और मुकेश पाटीदार ने कब्जा किया हुआ है। इस भूमि पर प्रहलाद और उसके बेटे अवैध खनन करते है, यहां रोजाना जेसीबी और पोकलेन जैसी मशीने खुदाई करती है, और अवैध खनन करते हुए डंपरों व ट्रैलर की मदद से मिटटी को एक से दुसरी जगह ले जाया जाता है। 

भूमि मालिक सहित गांव के अन्य कई लोग घीसालाल की जमीन पर हो रहे अवैध खनन को रूकवाने कई बाद पहुंचे भी, लेकिन यहां लाठियों और डंडों से लैस प्रहलाद पाटीदार के गुर्गे सीधे हाथापाई और मारपीट शुरू कर देते। जिसके डर से ग्रामीण फिर से लौट जाते। 

घीसालाल भील द्वारा की गई शिकायतों में उसने बताया कि, मेरे पिता द्वारा उनके नाम की भूमि पर फसल बोकर प्राप्त की जाती रही है। उक्त भूमि के पास ही अतिक्रमण की भूमि है, जिसका दण्ड जुर्माना शासन को समय समय पर जमा किया जाता रहा है, जो सब मिलाकर करीब 5 बीघा भूमि है। मैं पिता के बिमार होने पर ग्राम गोविंदपुरा आकर रहने लगा व पिता की सेवा चाकरी करते हुए कृषि भूमि पर फसल बोकर प्राप्त करता रहा हूं।

मेरे पिता का स्वर्गवास हो जाने के बाद ग्राम राबडिया निवासी प्रहलाद पिता बालचन्द पाटीदार ने मेरे पिता के नाम की भूमि पर कब्जा कर लिया व मेरे कृषि भूमि पर जाने पर मुझे बेदखल कर दिया। मेरे पास उक्त भूमि के अलावा गुजर बसर हेतु अन्य कोई भूमि नहीं है। प्रहलाद पाटीदार उक्त भूमि पर की लाल मिट्टी/मोहर्रम वाले को विक्रय कर दी। जिस पर माइंस वाला लाल मिट्टी/मोहर्रम को जेसीबी से खोदकर व भरकर ले जाता है। मेरे विरोध करने पर प्रहलाद व उसके पुत्र बनवारीलाल व मुकेश पाटीदार ने मुझे जातिगत गालिया दी, और जान से मरने की धमकी दी। कब्जा मांगने या विरोध करने पर मेरे या मेरे परिवार के साथ कोई भी घटना दुर्घटना कारित कर सकते है, या करवा सकते है। मुझे व मेरे परिवार के सदस्यों को उपरोक्त व्यक्तियों से जान का खतरा उत्पन्न हो गया है।

घीसालाल ने आवेदन के माध्यम से मांग की है कि, उपरोक्त व्यक्तियों विरूद्ध अपराध दर्ज कर कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जाएं, और भूमि का कब्जा मुझे दिलवाये जाएं, यदि मेरे व मेरे परिवार के साथ कोई घटना दुर्घटना होती है, तो उसके लिये उक्त व्यक्ति व उनका सहयोग करने वाले ही जवाबदार व जिम्मेदार होंगे।