BIG NEWS: मंदसौर में दिन दहाड़े चैन स्नैचिंग, जब थाने पहुंची शिकायत, तो हरकत में आई पुलिस, महज 36 घंटों में खाकी को मिली बड़ी सफलता, अन्तर्राज्यीय लूटेरे गिरफ्त में, वारदात का पर्दाफाश, पढ़े खबर
मंदसौर में दिन दहाड़े चैन स्नैचिंग
मंदसौर। बीती दिनांक- 18 फरवरी को शहर में दिन दहाड़े महिलाओ के गले से चैन एवं मंगलसूत्र छिनने की घटना घटीत हुई। दो लूट की घटना होने पर क्षेत्र में सनसनी फेल गई। एसपी अनुराग सुजानिया द्वारा घटना को गंभीरता से लेते हुए एएसपी गौतम सोलंकी के निर्देशन में विशेष दिशा निर्देश देकर तत्परता से प्रभावी कार्यवाही कर घटना की पतारसी एवं आरोपी की धरपकड़ हेतु तीन विशेष टीमों का गठन किया।
सीएसपी सतनाम सिंह के मार्गदर्शन व निरी. किशोर पाटनवाला के नेतृत्व में एसआई रितेश नागर, शेलेन्द्र सिंह कनेश, संदीप मौर्य की टीमों द्वारा घटना स्थल से अन्वेषण एवं पतारसी प्रारम्भ की। अज्ञात आरोपी की पतारसी हेतु प्रारम्भिक सुराग प्राप्त करना पुलिस टीम के लिये सबसे बड़ी चुनौती थी। किन्तु पुलिस टीम के द्वारा अपना लक्ष्य मानते हुए तत्परता से घटना के प्रत्येक दिशा में खोज प्रारम्भ की।
लगातार अथक परिश्रम एवं कार्यकौशल, व्यवसायिक दक्षता एवं तकनीकी विश्लेषण के आधार पर टीम को महत्वपूर्ण सुराग मिला। जिसके आधार पर टीम मंदसौर से राजस्थान राज्य के प्रतापगढ़ तक कड़ी से कड़ी जोड़कर हर संभव एवं हर दिशा में अपनी-अपनी कार्य कौशलता के अनुरूप तकनीकी सहायता से आगे बढती रही। जिससे पुलिस टीम आरोपीयों की पहचान प्रोफेशनल चैन स्नेचर्स जितेन्द्र ऊर्फ भीमा के रूप में करने में सफल हुई।
लगातार प्रयासो के परिणाम स्वरूप आरोपियों के संबंध में अपने स्त्रोतो से जानकारी एकत्रीकरण में एक प्रमुख सूचना प्राप्त हुई कि, आरोपी पुनः किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना में मन्दसौर तरफ रवाना हुए हैं। उक्त सूचना पर तत्काल पुलिस टीमो के द्वारा भी योजनाबद्ध तरीके से मन्दसौर प्रतापगढ़ रोड़ नाका नं. 10 पर घेराबंदी कर बाईक पर सवार दोनो आरोपियों जितेन्द्र ऊर्फ भीमा एवं ईशाक को सकुशल अभिरक्षित करने में सफलता प्राप्त की। इस प्रकार विगत दिनो हुई दिन दहाड़े एक साथ दो सनसनीखेज लूट की वारदातो का खुलासा करने वाली पुलिस टीम द्वारा लगातार अपने अथक परिश्रम के परिणामस्वरूप लग्न मेहनत व तत्परता से कार्य करते हुए अनुपम सफलता अर्जित करने में सराहनीय भूमिका का निर्वाहन कर अपने कर्तव्य का निष्ठा से प्रतिपादन किया।
वारदात का तरीका-
बदमाश बाइक पर बैठकर भ्रमण करते है, किसी महिला को अकेली पाकर मौका देखकर उसके गले मे पहने चेन / मंगलसुत्र को खीचकर अपनी बाइक से फरार हो जाते है। बीच में कही रुककर घटना के समय पहने कपड़े निकालकर अपने पास रखे बेग मे रख लेते है, व वाहन चलाने वाला पीछे बेठ जाता है, व पीछे बैठने वाला वाहन चालक बन जाता है। घटना के समय ये अकसर सिर पर केप लगाये रखते है जिससे सीसीटीवी कैमरे मे अपनी पहचान छिपा सके।
आरोपियों की पृष्ठ भूमि-
गिरफ्तार दोनों आरोपीगण अन्तर्राज्यीय शातीर बदमाश होकर प्रोफेशनल चैन स्नेचर्स हैं। आरोपीगण दिन दहाडे बाईक पर सवार होकर व्यस्तम ईलाको में राहगीर महिलाओं के गले से चैन छीनकर भागने में पूर्णरूपेण अभ्यस्त होकर आदतन हैं। आरोपी जितेन्द्र ऊर्फ भीमा मूल रूप से सांवेर जिला इन्दौर का निवासी होकर कुख्यात चैन स्नैचर हैं। भीड भाड वाले ईलाको में महिलाओ के गले से चैन छीन कर बाईक से फरार होने में शोहरत रखते हुए इस प्रकार की वारदातो को अंजाम देता हैं। आरोपी भीमा व उसका साथी ईशाक अन्तर्राज्यीय अपराधी होकर कुख्यात चैन लूटेरे हैं जिनके विरूद्ध लूट, चोरी सहित अन्य विभिन्न गंभीर धाराओं में लगभग डेढ दर्जन से अधिक अपराध दर्ज हैं।
प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपी जितेन्द्र ऊर्फ भीमा द्वारा पूर्व में माह जून व अक्टूम्बर 2023 में जिला नीमच, नवम्बर 2023 में नागदा तथा खाचरौद जिला उज्जैन, दिसम्बर 2023 में निम्बाहेडा तथा रतलाम में एवं बडवानी व खरगोन जिलों में भी अपने अन्य साथियो के साथ चैन स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देना कबूल किया गया हैं। इस प्रकार सनसनीखेज लूट की घटना में पुलिस टीम द्वारा अपनी व्यवसायिक दक्षता एवं लगतार कठोर परिश्रम के आधार पर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए प्रकरण में आरोपियो द्वारा घटना में लूटे गये सामान को बेचने के पूर्व ही घटना के 36 घण्टो में अपने अथक परिश्रम से सफल उदभेदन कर आरोपियों को गिरफ्त में लेकर मश्रुका बरामद करने में सफलता अर्जित की गई है। आरोपीगणो को आश्रय देने वाले उनके साथी को भी अपराध में अभियुक्त बनाया गया हैं जिसकी गिरफ्तारी शेष हैं।
गिरफ्तार शुदा आरोपी का नाम-
जितेन्द्र ऊर्फ भीमा पित मोतीलाल बलाई (35) निवासी चन्द्रभागा नई आबादी, सांवेर जिला इन्दौर और ईशाक पिता इल्यिास खान जाति मुसलमान (34) निवासी गुलाबपुर बडनगर जिला उज्जैन को गिरफ्तार किया है। वहीं
फरार आरोपी विनोद पिता मांगीलाल मालवीय जाति बलाई निवासी मालीखेडा प्रतापगढ की तलाश में टीम जुटी हुई है।
बरामद मश्रुका का विवरण-
एक सोने का मंगल सुत्र किमती करीबन 50 हजार, एक सोने की चेन किमती 75 हजार रुपये, एक बाइक होंडा शाईन ग्रे कलर किमती 90 हजार, घटना में प्रयुक्त एक बाइक अपाचे किमती एक लाख 20 हजार रुपये, जप्त मश्रुका किमती 3 लाख 35 हजार रुपये लगभग।
सराहनीय भूमिका निर्वाहन करने वाले पुलिस अधिकारी-कर्मचारी-
उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाहन करने वाले निरीक्षक जितेन्द्र सिंह सिसोदिया प्रभारी सायबर सेल, किशोर पाटनवाला निरीक्षक थाना प्रभारी कोतवाली, एसआई रितेश नागर, शेलेन्द्र सिंह कनेश, संदीप मोर्य, लाखन सिह भुरिया, प्रआर रमीज राजा, अर्जुन सिह, हरिश यादव, आशिष बैरागी, जितेन्द्र सिह, नगेन्द्र, म. प्रआर यासमीन जिला प्रतापगढ, आरक्षक मनीष बघेल, भानुप्रताप सिह, नरेन्द्र सिह, भारत बैरागी, महेश, म. आर 512 कविता, आरक्षक अजहर मेव, योगेश साहू, आरक्षक नरेन्द्र पाटीदार जिला प्रतापगढ़, निलेश जिला प्रतापगढ़, आरक्षक पंकेश सिह थाना सावेर जिला इंदौर ग्रामीण, सैनिक बालूराम जिला प्रतापगढ़, आरक्षक सुमित रजक थाना सावेर जिला इंदौर ग्रामीण का महत्वपूर्ण योगदान रहा।