BIG REPORT: जाकों राके साईयां, मार सकें ना कोय... सुरक्षित है समाजसेवी अशोक अरोरा, SP तोलानी के निर्देश, शहर में नाकाबंदी, और हाई अलर्ट पर पुलिस, अब हमलावर की हिस्ट्री आई सामने, कुछ दिन पहले ही जैल से छूटा, क्या भेरूगढ़ में रची फायरिंग की साजिश, किस हत्याकांड से जुड़े बाबू के तार, कहां से कहां कनेक्शन...! पढ़े ये खबर
जाकों राके साईयां, मार सकें ना कोय...
नीमच। रविवार शाम शहर में करीब 4.30 बजे एक बड़ा घटनाक्रम हुआ। समाजसेवी अशोक अरोरा पर अज्ञात बदमाशों ने जानलेवा हमला किया, इसी दौरान जवाबी फायरिंग में एक हमलावर की मौत हो गई, वहीं दो आरोपी मौके से फरार होने की खबर सामने आईं है, इस घटना के बाद जहां एक और एसपी अमित तोलानी सहित बड़ी संख्या में बल मौके पर पहुंचा, तो वहीं दुसरी और समाजसेवी अरोरा के सैकड़ों परिचित और समर्थक भी मौके पर पहुंच गए।
इस बड़े गोलीकांड के बाद घटना से जुड़े कई पहलू निकलकर सामने आ रहे है। मृतक हमलावर के नाम के साथ उसकी तस्वीर भी साफ हो गई, उक्त हमलावर का नाम बाबू फकीर बताया जा रहा है, और कुछ समय पहले ही वह जेल से छूटा था। इसके बाद फिर बाबू ने समाजसेवी अशोक अरोरा पर जानलेवा हमला कर दिया।
जाकों राके साईयां, मार सकें ना कोई...!
कहावत है कि, जाकों राके साईयां, मार सकें ना कोई.... समाजसेवी अशोक अरोरा अपने व्यापार-व्यवसाय के साथ ही धर्म और आस्था में भी विश्वास रखते है। शहर में हनुमान जयंती का जुलुस हो, या फिर गुरू गोविंद सिंह जयंती... हर धार्मिक और सामाजिक आयोजन में समाजसेवी अरोरा बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते है। साथ ही वह मालवा की वैष्णोंदवी महामायां भादवामाता के भी अनन्य भक्तों में से एक है। आज समाजसेवी अशोक आरोरा पर हुए हमले में कहीं ना कहीं उनकी धार्मिक आस्था और मां भादवा के प्रति सच्ची श्रध्दा ही आड़े आई, और वें पूरी तरह सुरक्षित है।
भेरूगढ़ जैल से हो सकता है कनेक्शन...!
पुलिस जांच में मृतक हमलावर की पुष्टि बाबू फकीर के रूप में हुई, और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीते वर्षो में मंदसौर शहर के बहुचर्चित समाजसेवी अनिल त्रिवेदी और कोमल सिंह हत्याकांड में भी इसी हमलावर का कनेक्शन था। जिसके चलते ये लंबे समय से प्रतापगढ़ जैल में बंद था, और यहां से बाबू फकीर को भेरूगढ़ जैल भेजा गया। यहीं से कुछ समय पहले छूट कर यह बाहर आया था। हो सकता है कि, भेरूगढ़ जैल में ही बाबू फकीर ने कोई साजिश समाजसेवी अरोरा पर हमले की रची हों, क्योंकि भेरूगढ़ जैल में कई ऐसे व्यक्ति सजा काट रहे है, जिनका कनेक्शन कहीं ना कहीं नीमच से हो सकता है...! हालांकि फिलहाल इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है, और गोलीकांड का पूरा खुलासा तो पुलिस जांच के बाद ही हो पाएगा।
एसपी ने किया टीमों का गठन-
समाजसेवी अरोरा पर हुए हमले के तुरंत बाद एसपी अमित तोलानी और एएसपी नवलसिंह सिसौदिया सहित बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और जवान मौके पर पहुंचे। फिर एसपी तोलानी के निर्देशन में गंभीरता से जांच को आगे बढ़ाया। शहर जगह-जगह नाकाबंदी की गई, और चैकिंग शुरू की गई, बताया जा रहा है कि, एसपी के निर्देश पर पुलिस विभाग के अनुभवी अफसरों को पूरे मामले की जिम्मेदारी सौंपी गई है, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि, जल्द ही पुलिस इस गोलीकांड की जड़ तक पहुंच सकती है, और पुरे घटनाक्रम का खुलासा कर सकती है।
एक नजर में पूरी घटना-
दरअसल, रविवार शाम नीमच के प्रसिध्द समाजसेवी अशोक अरोरा अपने दफ्तर से घर के लिए निकले। इसी दौरान विजय टाॅकिज चैराहा और लायंस पार्क के बीच काले रंग की एक क्रैटा कार उनकी कार के पास आकर रुकी, जिसमें से बाबू फकीर सहित तीन लोग उतरे और समाजसेवी अरोरा पर फायरिंग शुरू कर दी। फिर अरोरा के अंग रक्षकों ने भी जवाबी फायरिंग की। जिसमें बाबू फकीर गंभीर रूप से घायल हो गया, और बाद में उसकी मौत हो गई, वहीं अन्य दो हमलावर मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है।