NEWS: अनिश्चितकालीन हड़ताल का तीसरा दिन, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने किया सुंदरकांड का पाठ, मांगो को पूरा करने को लेकर कहीं ये बात, पढ़े नरेंद्र राठौर की खबर
अनिश्चितकालीन हड़ताल का तीसरा दिन, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने किया सुंदरकांड का पाठ, मांगो को पूरा करने को लेकर कहीं ये बात, पढ़े नरेंद्र राठौर की खबर
मंदसौर। अनिश्चितकालीन आंदोलन के तीसरे दिन शनिवार को हड़ताल पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सुंदरकांड करते हुए अंत में भगवान से प्रार्थना करते हुए कहा कि, हे प्रभु प्रदेश सरकार को सद्बुद्धि दे, सत्ता के अहंकार में आकर सरकार में बैठे लोग हम कर्मचारियों की मांगों को भूल चुके हैं। हे ईश्वर तुम कुछ ऐसा करो कि सरकार को याद आ जाए की इन प्रार्थनाकर्ता जो कोरोना काल में भी दी गई जिम्मेदारी को बेहतर ढंग से निभा रहे हैं, ऐसे में कम से कम जो काम कर रहे हैं उनकी सुध तो सरकार ले ले।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी मंदसौर अंर्तगत मंदसौर के कर्मचारी हड़ताल पर रहे, इस हेतु आज शनिवार को नगर पालिका के बाहर, गांधी चौराहे पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, और यह हड़ताल तब तक जारी रहेगी। जब तक संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियो की 2 सूत्रीय मांगों को सरकार द्वारा पूरा नहीं किया जाता है। महोदय लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश में लगभग 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी कार्यरत है, जो की विगत 20 वर्षो से लगातार कार्यरत है। जिन्होने कोरोना काल के दौरान भी अपनी जान हथेली पर रखकर लगातार स्वास्थ्य सेवाऐ दी है। जिसमें अपने कई साथियों को भी खोया है।
मध्य प्रदेश शासन काल द्वारा संविदा कर्मचारियों के लिए केबिनेट में 5 जून 2018 की नीति सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी की गई थी। जिसके अनुसार खेल युवा कल्याण विभाग, महिला बाल विकास विभाग, राजस्व विभाग, पशुपालन विभाग, लोक सेवा प्रबंधन विभाग, स्थानीय निधि संपरीक्षा म.प्र. प्रकोष्ठ भोपाल आदि में लागू की जा चुकी है परन्तु एन.एच.एम. के संविदा कर्मचारियों पर आज दिनांक तक लागू नहीं की गई। विगत वर्ष 2021 में आंदोलन के दौरान एन.एच.एम द्वारा जारी पत्र दिया गया था। जिसमें कहा गया था कि, जून के द्वितीय सप्ताह 2021 तक वित्त विभाग से अन्तिम निर्णय लेकर 5 जून 2018 की नीति लागू कराई जावेगी जो कि आज दिनांक तक लंबित है।
मध्यप्रदेश के प्रिय मुख्यमंत्री ने ही अपने ट्वीट के माध्यम से संविदा व्यवस्था को अन्याय पूर्ण माना है। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ माननीय मुख्यमंत्री मांग करता है कि, अपना संकल्प पूर्ण करें।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की मांगों के संदंर्भ में-
मध्यप्रदेश के एन.एच.एम. के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को अन्य राज्यों की भांति नियमित किया जावे। तथा नियमित की प्रक्रिया के प्रचलन में सामान्य प्रशासन विभाग के पत्र 5 जून 2018 की नीति लागू कर उसके अनुसान नियमित कर्मचारियों का न्यूनतम 90 प्रतिशत वेतन एवं अन्य सुविधाऐ आज दिनांक तक एरियर सहित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के समस्त संविदा कर्मचारियों को तत्काल आदेश करने का कष्ट करें।
एन.एच.एम. सपोर्ट स्टाफ को आउट सोर्सिग से हटाकर तत्काल एन.एच.एम. में वापस लिया जाए तथा बी.मॉक लेखापाल, मलेरिया एम.पी.डब्ल्यू व अप्रेजल से निष्काशित कर्मचारियों को तत्काल एन.एच.एम. में वापस लिये जाने संबंधित आदेश प्रदान करे।