NEWS : नीमच में गौसेवक पर हमला, तो नारायणी सेना ने खोला मोर्चा, बघाना थाने पहुंचे पदाधिकारी और सदस्य, अपनी मांगो को लेकर सौंपा ज्ञापन, पढ़े खबर
नीमच में गौसेवक पर हमला

नीमच। बघाना के होली चौक पर एक बीमार गौमाता लंपी जैसी बीमारी से पीड़ित हालत में सड़क पर पड़ी मिली। सूचना पर गौसेवक मितेश अहीर मौके पर पहुंचे और उन्होंने गौमाता की सेवा करते हुए प्राथमिक उपचार किया। गाय की पहचान पास ही के नारायण शर्मा की बताई गई। जब मितेश अहीर ने उन्हें फोन कर गाय को घर ले जाकर इलाज करवाने का आग्रह किया, तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया और कहा कि शाम को ले जाएंगे। अगले दिन भी गौमाता वहीं मिली।
इस पर मितेश अहीर ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया, और उनकी मौजूदगी में गाय को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया। इसी सेवा कार्य से नाराज होकर अजय शर्मा पिता नारायण शर्मा, निवासी होली चौक, और शाहरुख खान, निवासी नाका नंबर 4, बघाना ने मितेश अहीर की दुकान पर हमला किया, गाली-गलौज की, दुकान का सामान फेंका, और मारपीट की। इस घटना के विरोध में आज 13 अक्टूबर को नारायणी सेना, जिला नीमच के नेतृत्व में थाना बघाना पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी, गौसेवक को प्रशासनिक सुरक्षा, तथा तोड़फोड़ की क्षतिपूर्ति की मांग की गई। नारायणी सेना ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो जिला स्तरीय आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर नारायणी सेना के जिलाध्यक्ष हरीश अहीर, गजेंद्र यादव संभाग प्रभारी, अल्केश यादव कार्यकारी अध्यक्ष, निखिल अहीर जिला महामंत्री, जितेंद्र अहीर, सुभाष अहीर, राजू अहीर, राहुल अहीर, कुलदीप अहीर, गणेश अहीर, ऋषि अहीर, बाबूलाल अहीर, मुकेश अहीर, टोनी शर्मा, कपिल अहीर, प्रदीप अहीर, निलेश अहीर, सुनील अहीर, देवकिशन अहीर, कुणाल मारू, भावेश मारू, दशरथ अहीर, अजय अहीर, जितेंद्र योगी और स्वयं गौसेवक मितेश अहीर उपस्थित रहे।
नारायणी सेना ने एक बार फिर यह साबित किया कि, जब भी समाज के सेवाभावी कार्यों या गौमाता की सेवा में कोई बाधा आती है, सेना हर मोर्चे पर खड़ी होती है, संघर्ष, सेवा और सम्मान के साथ। नारायणी सेना – धर्म, समाज और स्वाभिमान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध।