WOW ! बेटा बोला- स्कॉर्पियों से ले जाएं बारात, तो किसान पिता ने पहले किया इंकार, फिर दिया सरप्राइज, दुल्हन को लेने मंदसौर जिले में यहां उतरा हेलीकॉप्टर, पढ़े खबर

बेटा बोला- स्कॉर्पियों से ले जाएं बारात, तो किसान पिता ने पहले किया इंकार, फिर दिया सरप्राइज, दुल्हन को लेने मंदसौर जिले में यहां उतरा हेलीकॉप्टर, पढ़े खबर

WOW ! बेटा बोला- स्कॉर्पियों से ले जाएं बारात, तो किसान पिता ने पहले किया इंकार, फिर दिया सरप्राइज, दुल्हन को लेने मंदसौर जिले में यहां उतरा हेलीकॉप्टर, पढ़े खबर

मंदसौर। किसान पिता ने पहले ही ठान लिया था कि, बेटे की बरात हेलीकॉप्टर से ही ले जाऊंगा। पिता ने अपने इस संकल्प को पूरा भी किया। जिले के ग्राम बड़वन निवासी यशवंत धाकड़ की गुरुवार को शादी हुई। यशवंत अपनी दुल्हन भावना धाकड़ को लेने हेलीकॉप्टर से दुल्हन के गांव रियावन बरात लेकर पहुंचे। बेटे की बरात को हेलीकॉप्टर से ले जाने को लेकर पिता का कहना है कि बेटे से बढ़कर कुछ भी नहीं है। वहीं बेटे ने कहा कि पिता भगवान से भी बढ़कर हैं।

मां-बाप बधाों की ख्वाहिशें हर समय पूरी करने की हर संभव कोशिश करते हैं। इसका बड़ा उदाहरण गुरुवार को देखने को मिला। मंदसौर तहसील एवं अफजलपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बड़वन निवासी 49 वर्षीय रमेश धाकड़ ने अपने पुत्र यशवंत की शादी में दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लाने की ठानी थी। रमेश धाकड़ किसान है, जिनकी गांव में 25 बीघा जमीन है। गांव में किराना दुकान चलाते हैं। 

एक ही पुत्र होने से पिता अपने बेटे के लिए शादी में भी कोई कमी नहीं रखना चाहते थे। बड़वन निवासी दूल्हे यशवंत की बरात दुल्हन भावना बाबरेचा को लेने गुरुवार शाम पांच बजे दुल्हन के मामा के गांव रियावन तहसील जावरा थाना कालूखेड़ा पहुंचे। शादी के बाद शुक्रवार सुबह दूल्हा-दुल्हन हेलीकॉप्टर से ही बड़वन आएंगे। 

यशवंत ने बताया कि, शादी की तारीख पक्की होने के बाद मैंने कहा पिताजी बरात स्कॉर्पियो वाहन से ले जाएं, तो अच्छा रहेगा। पिताजी ने बताया बेटा मैं तेरी बरात हेलीकॉप्टर से ले जाऊंगा और दुल्हन को भी हेलीकॉप्टर से लाऊंगा। पिता ने मुझे आज तक किसी भी चीज की कमी महसूस नहीं होने दी, वो मेरे लिए भगवान से भी बढ़कर हैं। 

दूल्हे के पिता रमेश धाकड़ ने बताया कि, हेलीकॉप्टर से बरात ले जाने के लिए आठ लाख का खर्च आया है। मैंने मेरे इकलौते बेटे की शादी को यादगार बनाने के लिए शादी में शामिल हुए सभी मेहमानों को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एवं माता जानकी सीता की तस्वीर देने का निर्णय लिया। इससे यह संदेश भी जाएगा कि, सभी मर्यादा पुरुषोत्तम राम एवं सीता के मार्ग पर चलें।