BIG NEWS : शासकीय स्कूल की आरक्षित जमीन, और हो रहा अवैध अतिक्रमण, देखने के बाद भी जिम्मेदार मौन, शिक्षा विभाग की चुप्पी, नगर की जनता में आक्रोश, अब सत्यनारायण पाटीदार का बड़ा बयान, पढ़े खबर

शासकीय स्कूल की आरक्षित जमीन

BIG NEWS : शासकीय स्कूल की आरक्षित जमीन, और हो रहा अवैध अतिक्रमण, देखने के बाद भी जिम्मेदार मौन, शिक्षा विभाग की चुप्पी, नगर की जनता में आक्रोश, अब सत्यनारायण पाटीदार का बड़ा बयान, पढ़े खबर

रतनगढ़। नगर में शासकीय भूमि को एक अन्य शासकीय विभाग द्वारा अवैध रूप से अतिक्रमण करने का अनोखा मामला सामने आया है। क्षेत्र के कॉंग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार ने विद्यार्थियों के हित में शिक्षा विभाग की जमीन को बचाने के लिये कलेक्टर के यहां पत्र व्यवहार करते हुए जमीन को शिक्षा विभाग के लिये ही सुरक्षित रखने व वहां कन्या हाईस्कूल के लिये भवन निर्माण करने की बात लिखी है। रतनगढ़ में शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों की आंखों के सामने स्कूल भवन निर्माण के लिए सिंगोली रोड पर रिक्त पड़ी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण व इसमें राजनेताओं की मौन स्वीकृति से नगर की आम जनता में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया है।

इस संबंध में जावद के पूर्व जनपद अध्यक्ष व प्रदेश कॉंग्रेस के सचिव सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि रतनगढ़ में सिंगोली रोड पर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यम विद्यालय रतनगढ़ के लिए आरक्षित जमीन पर नगर परिषद रतनगढ़ द्वारा रोड़ निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया और शिक्षा विभाग मौन बैठा है। जबकि सिंगोली रोड पर स्थित स्कूल के लिए आरक्षित भूमि पर स्कूल निर्माण होता है तो यह क्षेत्र बालिकाओं के लिए सुरक्षित रहेगा और उनके आने जाने के लिए सुगम मार्ग भी रहेगा । लेकिन उसके बाद भी वहां अनदेखी करते हुए अतिक्रमण के प्रयास हो रहे है।

जबकि क्षेत्र के संकुल प्राचार्य द्वारा व जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा भी उनकी जमीन को बचाने के लिए पत्र व्यवहार किया गया लेकिन वो कागजों तक ही सीमित नजर आ रहा है क्योंकि शिक्षा विभाग की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण पर शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों की चुप्पी और जनप्रतिनिधियों की मौन स्वीकृति किसी बड़े भूमि घोटाले की और ईशारा कर रही है।

पाटीदार ने कहा कि स्कूल भवन निर्माण के लिए शिक्षा विभाग कि उस भूमि पर स्वीकृत 1 करोड़ 47 लाख की नवीन बिल्डिंग को मिडिल स्कूल में बच्चों के छोटे से खेल मैदान मे शिफ्ट कर बनाने की बहुत गहरी साजिश रची जा रही है। इस बीच शिक्षा विभाग के आला अधिकारी सब कुछ जानकर भी अनजान बनने का प्रयास कर रहे है। जिससे बच्चों के एकमात्र खेल मैदान पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

ज्ञात रहे कि लगभग 30 वर्षाे पूर्व सन् 1994 से भी पूर्व शासकीय कन्या हाईस्कूल के नाम से शासन के द्वारा सर्वे नंबर 967 में 0.240 भूमि, 987 में 0261 भूमि, 981 में 0596 भूमि, 989 मे 0.157 भूमि, 997 में 0.031 भूमि, 802 से 806 में 0.199 भूमि,810 से 814 मे 0.146 भूमि,815 से 817 सर्वे नंबर में 0.272 भूमि का कुल रकबा लगभग 4/4.5 बीघा जमीन कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए राज्य शासन द्वारा आरक्षित कर सीमांकन करवाया गया और इसका कब्जा शिक्षा विभाग को सौंप दिया था। तब से लगाकर आज तक इन 30 वर्षों में वहां पर कई बार ईट भट्टे वालों को एवं अन्य अतिक्रमण करने वालों को शिक्षा विभाग के कहने पर शासन द्वारा समय- समय पर हटाया गया। साथ ही इसी जमीन के ऊपर नगर परिषद रतनगढ द्वारा वर्ष 2002 में भी गंदे पानी की निकासी का नाला निर्माण करने का प्रयास किया जा रहा था। इसकी जानकारी मिलते ही तत्कालीन प्रधानाध्यापक कैलाश चंद्र सेन द्वारा टप्पा तहसील रतनगढ में लिखित में शिकायत की गई। जिस पर तत्कालीन तहसीलदार ने 22 मई 2002 को रतनगढ हल्का नंबर 34 के पटवारी गणेशराम आर्य को भेज कर मौका पंचनामा बनाया था और नगर परिषद को शिक्षा विभाग के लिए स्वीकृत भूमि के बाहर नाला निर्माण करने के लिए आदेशित किया गया था। अब फिर से रतनगढ़ नगर परिषद द्वारा बच्चों के लिए खेल मैदान और स्कूल के लिए आरक्षित शासकीय कन्या हाईस्कूल की भूमि पर राजस्व विभाग एवं शिक्षा विभाग के स्थानीय अधिकारी कर्मचारियों पर दबाव डालकर अवैध रूप से रोड निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया। जिसकी जानकारी शिक्षा विभाग के स्थानीय जिम्मेदारों से लगाकर जिले के आला अधिकारियों तक को है किंतु राजनेताओं के दबाव एवं स्वयं के ट्रांसफर हो जाने के भय के चलते वे सभी मूकदर्शक बनकर खामोश बैठे है।

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शासकीय कन्या हाईस्कूल की क्रमोन्नती के पश्चात शासन द्वारा इसे हायर सेकेंडरी स्कूल के रूप में स्वीकृति दे दी गई है एवं वर्तमान मे एकीकृत शाला परिसर मे चल रहे शासकीय कन्या स्कूल के जर्जर भवन एवं 9 वी से 12 वीं तक शाला में पढने वाली छात्राओं की संख्या को देखते हुए नया भवन स्वीकृत किया गया है जिसका टेंडर होने के साथ ही शीघ्र निर्माण कार्य प्रारंभ होने वाला है लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं नेताओं के द्वारा इंजीनियर,निर्माण ठेकेदार एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के ऊपर राजनीतिक दबाव के द्वारा डराधमका कर नीमच सिंगोली रोड के समीप आरक्षित भूमि पर स्वीकृत शासकीय कन्या हाई स्कूल के नवीन भवन जिसकी राशि 1 करोड़ 47 लाख खाते मे आ चुके है को यहां नही बनवाकर अनीत की जा रही है। जिम्मेदार अपने पद प्रभाव का गलत तरीके से उपयोग कर सैकडों बच्चियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। यदि उक्त नवीन भवन नीमच सिंगोली रोड स्थित कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल के आरक्षित परिसर में बनाया जाता है तो नगर परिषद के अवैध कब्जे को भी रोका जा सकेगा और रोड पर आवागमन के साधन उपलब्ध होने से बच्चियों को अपने गंतव्य स्थल पर आने जाने में भी सुविधा रहेगी। वही यहां पर वह अपने आप को सुरक्षित महसूस करेगी। सैकड़ों बालिकाओं के अभिभावको एवं नगरवासियों ने स्थानीय तहसीलदार, विधायक,जिला कलेक्टर महोदय नीमच,जिला शिक्षा अधिकारी नीमच से मांग करते हुए कहा है कि नगर परिषद द्वारा कन्या हाई सेकेंडरी स्कूल के आरक्षित भूमि पर नगर परिषद के अवैध निर्माण को तत्काल रोक कर नवीन बिल्डिंग परिसर इसी स्थल पर बनाया जावे।

इनका कहना-

जानकारी आई थी मेरे पास। नवीन भवन निर्माण हेतु पहली से 8 वीं तक स्कूल है वहां भी जमीन रिक्त है और सिंगोली रोड पर भी रिक्त जमीन पड़ी है। नगर परिषद रतनगढ़ और स्कूल की भूमि दोनों की बाउंड्री बनी है वहां। नगर पालिका की भूमि में रावण दहन कर रहे थे, नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारियों का कहना था कि पब्लिक जो गांव की दशहरा मेले में आएगी तो जमीन को समतल कर आने जाने के लिए मार्ग बना दे। नगर परिषद ने समतल करके पब्लिक के लिए अस्थाई रूप से रोड बनाया था। उन्होंने आम पब्लिक के लिए कार्य किया था उसमें क्या विरोध करे। दशहरे के लिए एक दिन के लिए स्कूल की जमीन पर उन्होंने समतल किया था। स्कूल का नवीन भवन कहा बनेगा  यह तो कलेक्टर साहेब ही तय करेंगे।अभी स्कूल की जमीन पर कोई अतिक्रमण नहीं हो रहा है। अगर किसी ने अतिक्रमण किया तो तहसीलदार को शिकायत करेंगे।- रविन्द्र राय, प्रभारी प्राचार्य, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, रतनगढ़। 

रोड बनने का काम शुरू नहीं हुआ है। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो ऐसा कोई मामला मेरे नालेज में नहीं है, नगरपालिका ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है जिसमें स्कूल की जमीन पर बनाया है। अगर ऐसा कोई कार्य हुआ है तो स्कूल वाले मुझे लेटर लिखते तो सम्बंधित के लिए जानकारी लेते तो पता चलता लेकिन ऐसा कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। चर्चाओं में तो आया था ऐसा की नगर पालिका बनाएगी लेकिन हमने उसे आगे बढ़ाया ही नहीं। वर्तमान में उक्त स्थल पर नगर पालिका द्वारा किसी प्रकार का भी कोई भी निर्माण कार्य प्रस्तावित नहीं है।- गिरीश शर्मा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, रतनगढ़। 

इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया पर उनसे संपर्क न हो सका।