BIG NEWS: श्री किलेश्वर महादेव की शाही सवारी नीमच में रचेगी इतिहास, युवा समाजसेवी अरूल अरोरा की एंट्री ने बनाया खास, शहर के प्रमुख मार्ग होर्डिंग्स से पटे, मशहूर गायक सरदार बादशाह देंगे भोले की प्रस्तुतियां, पढ़े खबर

श्री किलेश्वर महादेव की शाही सवारी नीमच में रचेगी इतिहास

BIG NEWS: श्री किलेश्वर महादेव की शाही सवारी नीमच में रचेगी इतिहास, युवा समाजसेवी अरूल अरोरा की एंट्री ने बनाया खास, शहर के प्रमुख मार्ग होर्डिंग्स से पटे, मशहूर गायक सरदार बादशाह देंगे भोले की प्रस्तुतियां, पढ़े खबर

नीमच। नीमच के प्रसिद्ध चमत्कारिक स्थल श्री किलेश्वर महादेव मंदिर में सावन मास के दौरान भक्तों का प्रतिदिन तांता लगा हुआ है। इस वर्ष श्री किलेश्वर महादेव की शाही सवारी इतिहास रचने वाली है, क्योंकि समाजसेवी अशोक अरोरा गंगानगर के पुत्र युवा समाजसेवी अरूल अरोरा ने तैयारियों की बागडोर अपने हाथों में ले ली है। प्रचार-प्रसार से लेकर धार्मिक कार्यक्रमों की रूपरेखा श्री किलेश्वर महादेव के भक्त अरूल अरोरा द्वारा तय की जा रही है। आगामी 21 अगस्त को सोमवार के दिन शाही सवारी शहर के प्रमुख मार्गों से शाही अंदाज में निकलेगी। चमत्कारिक श्री किलेश्वर महादेव शहर का भ्रमण करेंगे। पिछले एक सप्ताह से शाही सवारी की तैयारियां चल रही है। पूरा शहर इस बार शाही अंदाज में निकलने वाली शाही सवारी का इंतजार कर रहा है।

धार्मिक कार्यक्रमों में अग्रिणी प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा गंगानगर के पुत्र अरूल अरोरा भी श्री किलेश्वर महादेव मंदिर के भक्त है। श्री किलेश्वर महादेव मंदिर में अनुष्ठान, हवन, जलाभिषेक समय-समय में करते आ रहे है, इस वर्ष सावन माह के सोमवार के उपलक्ष्य में निकलने वाली शाही सवारी के तमाम इंतजाम की बागडौर युवा समाजसेवी अरूल अरोरा ने अपने हाथों में ले रखी है। उनके निर्देशन में पिछले एक सप्ताह से जोर-शोर से तैयारियां चल रही है। शहर के हर मार्ग होर्डिग्स और पोस्टर से पट गए है। शाही सवारी के साथ-साथ प्रसिद्ध कलाकार सरदार बादशाह चलेंगे, जो भोलेनाथ के भजनों से भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देंगे। बम, बम की धुन और झांकियों का झुंड भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेंगे। शाही सवारी की तैयारियों को लेकर अलग-अलग टीमें काम कर रही है, हर एक टीम को अलग-अलग जिम्मा सौंपा गया है। समाजसेवी अरूल अरोरा टीमों को दिशा—निर्देश दे रहे, ताकि किसी भी प्रकार की कमी शाही सवारी में नहीं रहें।

इस बार शाही सवारी में ये रहेगा खास- 

लम्बू-छोटी, बैंड, राधाकृष्ण की झांकी, ढोल पार्टी, ब्रहृमा एवं विष्णुजी की झांकी, श्रीनाथजी व श्याम बाबा की झांकी, आदिवासी भगोरिया नृत्य, नंदी, अघोरीशंकर, बाहुबली, राजस्थानी ट्रेडिशन ग्रुप, भस्म आरती, भटिण्डा बैंड, शाही रथ, पायलो सहित पटाखा।