NEWS: लम्पी वायरस का बढ़ता खतरा, एक्शन मोड में जिला प्रशासन, चीताखेड़ा में सैकड़ों गौवंश को लगाया टीका, क्या बोले पशु चिकित्सक, पढ़े खबर
लम्पी वायरस का बढ़ता खतरा, एक्शन मोड में जिला प्रशासन, चीताखेड़ा में सैकड़ों गौवंश को लगाया टीका, क्या बोले पशु चिकित्सक, पढ़े खबर
चीताखेडा। राजस्थान से लगा नीमच जिले के गांव चीताखेड़ा में गो वंश में लंपी स्किन वायरस रोग सक्रिय हो गया है। लंपी स्किन रोग के संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए, जिला कलेक्टर चीताखेड़ा के पशु चिकित्सालय मुख्यालय पर 11 वाइल वैक्सीन डोज लगाने का लक्ष्य दिया। चीताखेड़ा, अमावली जागीर, पीठ, नायनखेडी गांव के गो वंश में लंपी स्किन वायरस के रोग की पुष्टि हुई है।
पशु चिकित्सालय विभाग के डॉ. केसरीमल मोंगिया ने बताया कि, गांव में अनुमानित 2 हजार 200 पशुओं की संख्या है। जिनमें 500 गौ वंश है, और 1 हजार 700 अन्य पशु है। चीताखेड़ा में 2 गायों में लंपी स्किन वायरस की पुष्टि हुई है। वैसे अभी तक तो इस बीमारी से किसी गो वंश की मौत नहीं हुई है। विभाग ने दावा किया कि राजस्थान से लगे चीता खेड़ा गांव में 11 वाइल भेजी गई है। वैसे वर्तमान में चीताखेडा में कुल 500 गो वंश में से 2 गोवंश में लंपी स्किन वायरस रोग की पुष्टि की गई है।
गोवंश में लंपी स्किन वायरस के लक्षण-
गो वंशिओं में लंपी स्किन वायरस रोग के लक्षण पांव में सुजन, नाक से पानी टपकना, घास नहीं खाना, शरीर पर गठानें, बुखार आना जैसे लक्षण दिखते हैं, तो उन पशुओं में लंपी स्किन वायरस रोग होता है। ए.वी.एफ.ओ. डॉ. केसरीमल मोंगिया, डॉ.विजय शर्मा भ्रत्य, विनोद धानोक गो सेवक द्वारा चीताखेड़ा पशु चिकित्सालय परिसर में गुरुवार को गो वंशिओं को वैक्सीनेशन किया गया।