BIG NEWS: मां के सिर पर मारा पत्थर, और उतारा मौत के घाट, फिर लाश फेंकी जंगल में, किसके लालच में बेटी-दामाद बने हैवान, खाकी को भी किया गुमराह, पढ़े जघन्य हत्याकांड से जुड़ी ये खबर
मां के सिर पर मारा पत्थर, और उतारा मौत के घाट, फिर लाश फेंकी जंगल में, किसके लालच में बेटी-दामाद बने हैवान, खाकी को भी किया गुमराह, पढ़े जघन्य हत्याकांड से जुड़ी ये खबर
डेस्क। एमपी के बैतूल जिले में दिल दहला देने वाला एक मामला सामने आया। यहां महज 5 लाख रुपयों के लालच में सगी बेटी और दामाद ने मिलकर अपनी बूढ़ी मां को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। कलयुगी बेटी ने अपने पति के साथ मिलकर पहले अपनी मां के सिर पर पत्थर दे मारा, इसके बाद उसकी लाश को पॉलीथिन में लपेटा और कार में रखकर जंगल में फेंक दिया।
बीती 6 जून को पुलिस को बैतूल-परासिया स्टेट हाईवे पर बुजुर्ग महिला की लाश मिली थी। इसके बाद से पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी। महिला की शिनाक्त कर जब बेटी और दामाद से इस बारे में पूछताछ की गई, तो पहले तो वे गुमराह करते नजर आए, इसके बाद जब पुलिस ने पूछताछ में सख्त रुख किया, तो आरोपियों ने अपनी काली करतूतें कबूल लीं। पुलिस ने आरोपी बेटी और दामाद को गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे सुलझाई हत्या की गुत्थी-
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि, रानीपुर थाना क्षेत्र के जंगल में 6 जून को एक बुजुर्ग महिला का शव शव पॉलीथिन में लिपटा बरामद हुआ था। जांच में महिला की शिनाख्त भागीरथी झरबड़े (60) निवासी पाथाखेड़ा के रूप में हुई, भागीरथी की दो बेटियां हैं। वह बीते 1 महीने से अपनी छोटी बेटी उषा के साथ रह रही थी। इसके बाद पुलिस को जांच में पता चला कि, नर्मदापुरम जिले में उषा ने अपनी मां की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, पुलिस ने शव मिलने के बाद उषा को पूछताछ के लिए बुलाया। पूछताछ के दौरान उषा पर पुलिस को शक हुआ, लेकिन उषा पूरे 24 घंटों तक पुलिस को गुमराह करती रही। इसी दौरान पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ शुरू की तो उषा ने अपनी मां की हत्या करना स्वीकार कर लिया।
पैसों के लालच में की हत्या-
उषा ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूला, और बताया कि, उसकी मां की गांव में जमीन थी। जिसे उसने बीते दिनों 5 लाख 82 हजार रुपये में बेच दिया। सौदे के बाद जो पैसा मिला था, वह उषा के खाते में जमा था, उषा की एक बड़ी बहन रेखा भी है, उषा की मां सौदे की इस रकम को अपनी दोनों बेटियों को बराबर बांटना चाहती थी।
उषा का मानना था कि, मां मेरे साथ रहती है, तो बहन को पैसे क्यों दे। इस बात को लेकर उषा ने 6 मई को अपने पति के साथ मिलकर मां के सिर पर पत्थर मार दिया। जिससे मां की मौत हो गई, इसके बाद उषा अपनी मां के शव को पॉलीथिन में लपेटकर जंगल में फेंक आई, उषा ने अपनी बहन रेखा को बताया कि, नदी में स्नान के दौरान मां पानी में बह गई, साथ ही इस नाटक रचते समय उषा ने अपनी मां की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी पुलिस में लिखाई थी। पुलिस ने उषा और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है।