BIG NEWS : महेश धाकड़ मर्डर मिस्ट्री : सिर पर मारा लट्ठ, तकिये से रोकी सांसे, हाथ बांधकर फेंका बोरखेड़ी कलां की नदी में, FIR के बाद एक्शन में T.I विकास पटेल की टीम, 48 घंटों में हत्या का खुलासा, इंदिरा नगर और बरूखेड़ा के आरोपी गिरफ्तार, नीमच सिटी पुलिस की बड़ी कार्यवाही, पढ़े खबर

महेश धाकड़ मर्डर मिस्ट्री

BIG NEWS : महेश धाकड़ मर्डर मिस्ट्री : सिर पर मारा लट्ठ, तकिये से रोकी सांसे, हाथ बांधकर फेंका बोरखेड़ी कलां की नदी में, FIR के बाद एक्शन में T.I विकास पटेल की टीम, 48 घंटों में हत्या का खुलासा, इंदिरा नगर और बरूखेड़ा के आरोपी गिरफ्तार, नीमच सिटी पुलिस की बड़ी कार्यवाही, पढ़े खबर

नीमच। एसपी अंकित जायसवाल के निर्देशन, एएसपी नवलसिंह सिसौदिया, सीएसपी अभिषेक रंजन (भापुसे) के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी नीमच सिटी निरीक्षक विकास पटेल एवं प्रभारी सायबर सेल प्रआर प्रदीप शिन्दें के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा दिनांक- 23 अगस्त को बोरखेडी कलां पुलिया के पास नदी के नीचे मिले अज्ञात व्यक्ति के शव (अंधे कत्ल प्रकरण) का पर्दाफाश करते हुए हत्या करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।

जानकारी के अनुसार, नीमच सिटी थाने पर दिनांक- 23 अगस्त को ग्राम बोरखेडी कलां के कोटवार श्रवण सिंह ने रिपोर्ट किया कि, गांव की नदी में किसी अज्ञात व्यक्ति की लाश तैर रही है। सूचना मिलते ही थाने पर मर्ग क्र. 61/24 धारा- 194 बीएनएसएस का पंजीबद्ध कर जांच में लिया। जांच में घटना स्थल की तस्दीक करते हुए नदी के नीचे से अज्ञात व्यक्ति के शव को ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला। मृतक के दोनों हाथ रस्सी से बंधे होकर हाथ पैर तथा सीर पर चोट के निशान थे और गले में लाल रंग का कपड़ा डला था। 

जिसके बाद शव को जिला चिकित्सालय भिजवाया जाकर मृतक के शव पोस्टमार्टम डाक्टरो की पैनल से कराया गया। मृतक की पहचान महेश पिता खेमराज धाकड़ (50) निवासी खेड़ी मोहल्ला नीमच के रूप में भाई सुशील कुमार धाकड़ द्वारा की गई। फिर मृतक की पत्नी श्यामबाई तथा पुत्री अंजली से पुछताछ कर कथन लेते उनके द्वारा कथनों में अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा उनकी हत्या कर उनके दोनों हाथ बांधकर उनकी लाश नदी में फेंकना बताया। महेश धाकड़ की प्राप्त पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में मृतक की मृत्यु का कारण सामुहिक रूप से सीर पर गंभीर चोंट और गर्दन पर दबाव के कारण होना लेख किया। 

साक्षीयों के कथन तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मृतक महेश धाकड़ की हत्या अज्ञात आरोपी के द्वारा की जाकर साक्ष्य छुपाने के आशय से उसकी लाश को बोरखेडी कलां की नदी में हाथ बांधकर फेंकना पाया गया, जो मर्ग जांच से अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध धारा 103 (1) 238 बी.एन.एस. 2023 का घटित करना पाया जाने से अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।

घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी अंकित जायसवाल द्वारा एएसपी नवल सिंह सिसोदिया, सीएसपी अभिषेक रंजन के मार्गदर्शन में अंधे कत्ल प्रकरण की पतारसी एवं आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी करने हेतु थाना प्रभारी नीमच सिटी निरीक्षक विकास पटेल एवं प्रभारी सायबर सेल प्रदीप शिन्दें के नेतृत्व में टीम गठीत की। विवेचना के दौरान और तकनिकी साक्ष्यों तथा मुखबीर तंत्र से पतारसी करते मृतक महेश पिता खेमराज धाकड़ (50) की मृत्यु में संदिग्ध गिरधारीलाल पिता मोती लाल ग्वाला निवासी इन्द्रानगर विस्तार व भेरुलाल जाटव पिता मोडीराम जाटव निवासी बरुखेडा द्वारा करने की सुचना पर उक्त दोनो संद्विग्ध की तलाश करते उक्त दोनो व्यक्ति अपने अपने निवास स्थान पर नही होना पाये गये। 

उक्त दोनो संद्विग्ध व्यक्तियों को मुखबीर सुचना पर दिनांक- 26 अगस्त को इन्द्रा नगर मांगलिक भवन के पास से गिरफ्तार किया जाकर सदर अपराध के सबंध में पुछताछ करते गिरधारी ग्वाला व भेरुलाल जाटव ने पैसे के लेनदेन की बात पर दिनांक- 22 व 23 अगस्त की रात मृतक महेश धाकड़ को आरोपी गिरधारी ग्वाला के घर बुलाया व अपने साथ भेरुलाल जाटव के साथ मिलकर लट्ठ से सिर में वार कर व तकियें से मुह दबाकर मार डाला। 

फिर मृतक महेश की लाश के दोनों हाथ बांध कर महेश की बाइक पर ही बैठाकर बरुखेडा होते हुये बोरखेडी कला नदी की पुलिया पर पहुंचें व मृतक महेश की लाश को उपर से पानी में फेंक दिया। बाद मृतक महेश की बाइक को रावतखेडा रोड़ में फेंककर अपने अपने घर वापस आ गयें। दोनो आरोपीयो गिरधारी ग्वाला व भेरुलाल जाटव की निशांदेही से घटना में प्रयुक्त एक लट्ठ व एक तकिया आरोपी गिरधारी के घर से बरामद कर जप्त किया।

गिरफ्तार आरोपी- 

उक्त कार्यवाही के दौरान पुलिस ने आरोपी गिरधारी लाल पिता मोतीलाल ग्वाला (50) निवासी इन्द्रा नगर विस्तार और भेरुलाल पिता मोडीराम जाटव (28) निवासी ग्राम बरुखेडा को गिरफ्तार किया है। 

सराहनीय कार्य- 

इस सराहनीय कार्य में निरीक्षक विकास पटेल, उनि गजैन्द्र सिंह चौहान, सउनि अनिल राजपुरोहीत, प्रआर प्रदीप शिंदे (सायबर सेल), आरक्षक लक्की शुक्ला, रामप्रसाद पाटीदार, लखन प्रताप सिंह (सायबर सेल), सुनिल शर्मा, राकेश मीणा और आर. कुलदीप सिंह (सायबर सेल) का सराहनीय योगदान रहा है।