BIG NEWS: मंदिर से उड़ाए बेशकीमती आभूषण, और मंदसौर के इस सुनार को बेचे, जब हरकत में आई नाहरगढ़ पुलिस, तो वारदात का भंडाफोड़, आरोपी ईमरान सहित नंदकिशोर सोनी गिरफ्तार, पढ़े ये खबर
मंदिर से उड़ाए बेशकीमती आभूषण, और मंदसौर के इस सुनार को बेचे
मंदसौर। एसपी अनुराग सुजानिया के निर्देशन, एएसपी गौतम सिंह सौलंकी एवं सीएसपी नरेन्द्र सिंह सौलंकी के मार्गदर्शन में नाहरगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक भुवानसिंह गोरे के नेतृत्व में पंचमुखी बालाजी मंदिर बिल्लोद क्षेत्र में चोरी गये चांदी के पांच छत्र को बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया।
जानकारी के अनुसार बीती दिनांक 26.05.2023 को फरियादी महावीर पिता पुरणदास बैरागी (50) निवासी एकलगढ़ थाना सीतामऊ हा.मु. ग्राम बिल्लौद ने पंचमुखी बालाजी मंदीर बिल्लोद पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बालाजी मूर्ति के उपर टंगे हुवे चांदी के पांच छत्र चोरी करने के संबंध में रिपोर्ट की।
जिस पर नाहरगढ़ थाने में अपराध क्रमांक 181/23 धारा- 454, 380 भादवि का कायम कर अनुसंधान में लिया। अनुसंधान के दौरान अज्ञात आरोपी की तलाश हेतु मुखबीर मामुर किये गये तथा सीसीटीवी एवं अन्य साक्ष्य संकलन के आधार पर उक्त चोरी के आरोपी की पहचान ईमरान पिता बाबु खां पठान (30) निवासी ग्राम दावतखेडी थाना वायडीनगर के रूप में हुई।
दिनांक 4 जुलाई को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ करने पर आरोपी ईमरान पठान ने बताया कि, उसने अपने साथी सादिक निवासी रावत भाटा के साथ मिलकर उक्त मंदिर चोरी को अंजाम दिया था। चुराये गये पांच छत्र को नंदकिशोर पिता मूलचंद सोनी (70) निवासी मण्डी गेट मंदसौर की तिरुपति ज्वैलर्स नामक दुकान पर बैच दिया। चोरी का माल खरीदने के अपराध में धारा- 411 भादवि में नंदकिशोर को आरोपी बनाया। आरोपी ईमरान की निशादेही से उक्त पांचो छत्र नंदकिशोर सोनी की दुकान से जप्त किये।
यह आरोपी गिरफ्तार-
उक्त कार्यवाही के दौरान पुलिस ने आरोपी ईमरान पिता बाबु खां पठान (30) निवासी ग्राम दावतखेड़ी थाना वायडीनगर और नंदकिशोर पिता मूलचंद सोनी (70) निवासी मंडी गेट मंदसौर की तिरुपति ज्वैलर्स मंदसौर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने चोरी गया मश्रुका चांदी के पांच छत्र (किमती 80 हजार रुपये) भी जप्त किये है।
सराहनीय कार्य-
उक्त कार्यवाही में नाहरगढ़ थाना प्रभारी निरी. भुवान सिंह गोरे, उनि. सुनील कुमार, सउनि ओ.पी. राठौर, प्रआर. का. महावीर सिंह, जितेन्द्र सिंह, दीपक सांखला, प्रआर. कैलाश बघेल, प्रआर. का. अनिल सिंह, आरक्षक लाखन सिंह और चालक लियाकत मेव का सराहनीय योगदान रहा।