BIG NEWS: पहना सफेद कोट, और हाथ में थामा चमचा, नीमच में चर्चा का विषय बना नर्सिंग चाय वाला, डिग्री के बाद भी क्यों उठाया ये कदम...! पढ़े खबर
पहना सफेद कोट, और हाथ में थामा चमचा, नीमच में चर्चा का विषय बना नर्सिंग चाय वाला, डिग्री के बाद भी क्यों उठाया ये कदम...! पढ़े खबर

नीमच। लाखों रुपए नर्सिंग की पढ़ाई पर खर्च करने और करीब पांच साल तक नर्सिंग कार्य के अनुभव के बाद भी एक युवा को बेरोजगारी की मार का सामना करना पड़ रहा है। जिसका नतीजा यह है कि, पढ़े लिखे नर्सिंग डिग्रीधारी राहुल ने आखिरकार चाय की दुकान चलाना ही बेहतर माना।
जानकारी के अनुसार नर्सिग के डिग्रीधारी युवा राहुल ने बताया कि, वर्ष 2018-19 में उसने नर्सिंग की डिग्री हासिल की। उसके बाद बाहर बड़े अस्पतालों में कार्य कर पांच साल का अनुभव भी लिया। परिवार की समस्या के कारण वह बाहर नहीं जाना चाहता। जिसके चलते कोरोना काल में जिला अस्पताल में भी नर्सिंग स्टाफ के रूप में सेवा दी। अब उन्हें वापस निकाल दिया गया। स्थानीय नर्सिंग होम व अस्पताल में 12 घंटे की नोकरी देकर सिर्फ 3 से 5 हजार प्रति माह वेतन दिया जा रहा है। जिससे घर का खर्च बिल्कुल भी नहीं चल पाता है।
नर्सिंग के बाद सोचा था कि, नौकरी लग जाएगी और वह लोगों की सेवा कर पाएंगे। लेकिन नर्सिंग की डिग्री के बाद भी उन्हें कोई रोजगार नहीं मिल रहा है। नर्सिंग की डिग्री में बाहर रहकर पढ़ाई के करीब 3 से 4 लाख रुपए वह खर्च कर चुके है। आज शहर में कई निजी नर्सिंग कॉलेज खुल गए है। जो कि मोटी फीस लेकर ट्रेनिंग देकर अच्छी नौकरी के सपने दिखाते है। लेकिन वास्तविक में तीन से पांच हजार का जॉब मिलता है और 12 घंटे काम करना है।
वहीं सरकारी नौकरी की कोचिंग तैयारी के लिए बाहर जाकर पढ़ाई करनी पढ़ती है। जिस पर भी करीब एक से डेढ़ लाख रुपए खर्चा आता है। अब गरीब युवा ऐसे में क्या करें। इसके चलते उन्होंने चाय की थड़ी लगाई है। आज अगर वह नर्सिंग की नौकरी में पांच साल और डिग्री में रुपए नहीं बिगाड़ते तो काफी कुछ कमा सकते थे।