BIG NEWS; मनासा में विहिप पदाधिकारी पर हमला, अब गूंज पहुंची मदंसौर तक, पिपलियामंडी में विरोध प्रदर्शन, फिर सौंपा ज्ञापन, क्या है पूरा मामला...! पढ़े नरेंद्र राठौर की खबर में

मनासा में विहिप पदाधिकारी पर हमला, अब गूंज पहुंची मदंसौर तक, पिपलियामंडी में विरोध प्रदर्शन, फिर सौंपा ज्ञापन, क्या है पूरा मामला...! पढ़े नरेंद्र राठौर की खबर में

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मंदसौर। नीमच जिले के मनासा नगर में रामपुरा नाके पर गत दिनों कुछ लोगों ने प्रांत विद्यार्थी प्रमुख प्रेम कुशवाहा के साथ मारपीट करने की कोशिश की। जिसे लेकर के पिपलियामंडी नगर के गांधी चौराहे पर सोमवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए बजरंग दल ने एसआई सुरेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में बताया कि, बीती दिनांक- 8 अक्टूबर को बजरंग दल के प्रांत विद्यार्थी प्रमुख प्रेम कुशवाह अपनी पत्नी व  बच्चों के साथ में दशहरा देखकर अपने घर की ओर लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में मुस्लिम समाज के कुछ युवक बगैर किसी सक्षम अनुमति के धार्मिक जूलूस निकाल रहे थे, तथा प्रेम कुशवाह के चार पंहिया वाहन को देखकर उनका वाहन घेर लिया। उनके वाहन पर लात एवं घूंसे चलाने लगे, इतना ही नहीं उक्त उपद्रवियों द्वारा प्रेम कुशवाह के समक्ष ही हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान कर धार्मिक भावना आहत की। उक्त युवकों के हाथों में धारदार तलवारें एवं बंदूकें भी थी। 

तत्समय प्रेम कुशवाह द्वारा थाना प्रभारी के.एल दांगी को मोबाईल पर इसकी सूचना दी। जिस पर थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद उपद्रवी मौके से फरार हो गए। इस घटना की प्रेम कुशवाह द्वारा मनासा थाने में रात 9 बजे 21 नामजद उपद्रवियों के विरुद्ध शिकायत की। परंतु थाना प्रभारी दांगी द्वारा आवेदन देने के बाद किसी भी प्रकार की कार्यवाही जांच के उपरांत ही करने की बात कहीं। तब हिन्दू संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा थाने का घेराव किया गया। परंतु थाना प्रभारी द्वारा देर रात्रि 3.00 बजे मात्र पांच उपद्रवियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया। शेष उपद्रवियों के विरुद्ध आज पर्यंत न तो कोई प्रकरण पंजीबद्ध किया है, और न ही कोई गिरफ्तारी की है। 

नीमच-मंदसौर जिले में गुस्लिम वर्ग के लोगों द्वारा आए दिन हिन्दू धर्म एवं हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ अनावश्यक रूप से विवाद किया जा रहा है। इसी का एक उदाहरण गत दिनों नवरात्रि उत्सव के दौरान नीमच में देखने को मिला। जहां माताजी की मूर्ति विर्सजन के दौरान नीमच के बागेश्वर मंदिर में वर्ग विशेष द्वारा हिन्दू समाज के लोगों के साथ विवाद किया गया। 

नीमच के एकता कॉलोनी में पोल पर फरियां लगाने के संबंध में वर्ग विशेष के लोगों द्वारा हिन्दू समाजजनों से विवाद किया तथा इसी दौरान सर तन से जुदा के गाने भी जोर जोर से चलाए गए इन सब घटनाक्रमों की पूरी जानकारी पुलिस प्रशासन को आरंभ से रही है किंतु हिन्दू संगठनों द्वारा बार बार गांग की जाने के उपरांत भी पुलिस प्रशासन द्वारा उपद्रवियों के विरूद्ध कोई दण्डात्मक कार्यवाही नहीं की गई। अब खुलेआम हिन्दू समाज के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। 

गत दिनों केन्द्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रण्ट ऑफ इंडिया एवं उसके अनुषांगिक संगठनों को आतंकी संगठन मानकर प्रतिबंधित किया था। जिसके फलस्वरूप प्रदेश की एटीएस द्वारा नीमच एवं मनासा से संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया। नवरात्रि में ही मंदसौर जिले सीतामऊ थाना क्षेत्र के ग्राम सुरजनी में मुस्लिमजनों द्वारा गरबा पाण्डाल में पथराव किया। जिसमें महिलाओं एवं बच्चों को चोटें आई थी। किंतु पुलिस एवं प्रशासन द्वारा उपद्रवियों के विरूद्ध कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई थी। जिसके लिए भी अविलम्ब उचित कार्यवाही की जावे। 

अतः निवेदन है कि, उक्त घटना में पूरी तरह से लापरवाही करने के कारण थाना प्रभारी के.एल दांगी एवं पुलिस अधीक्षक सूरज वर्मा का तत्काल स्थानांतरण कर नामजद आरोपियों के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जावे। साथ ही स्थानीय प्रशासन को आदेशित किया जाये कि उक्त घटना में लिप्त उपद्रवियों के संबंध में सूक्ष्मता से जांच कर उनके अवैध निर्माणों को भी ध्वस्त किया जावे। यदि इस संबंध में पुलिस एवं प्रशासन द्वारा कोई संतोषप्रद कार्यवाही नहीं की जाती है, तो विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल को उग्र आंदोलन करने को वाध्य ढोना पड़ेगा। जिसका समस्त उत्तरदायित्व प्रशासन का होगा।