BIG NEWS: झारखंड सरकार का फैसला, और सकल जैन समाज में आक्रोश, जीरन-चीताखेड़ा में भी विरोध, निकाली भव्य रैली, सौंपा ज्ञापन, तीर्थ क्षेत्र सम्मेद शिखर को लेकर की ये बड़ी मांग...! पढ़े खबर

झारखंड सरकार का फैसला, और सकल जैन समाज में आक्रोश, जीरन-चीताखेड़ा में भी विरोध, निकाली भव्य रैली, सौंपा ज्ञापन, तीर्थ क्षेत्र सम्मेद शिखर को लेकर की ये बड़ी मांग...! पढ़े खबर

BIG NEWS: झारखंड सरकार का फैसला, और सकल जैन समाज में आक्रोश, जीरन-चीताखेड़ा में भी विरोध, निकाली भव्य रैली, सौंपा ज्ञापन, तीर्थ क्षेत्र सम्मेद शिखर को लेकर की ये बड़ी मांग...! पढ़े खबर

रिपोर्ट- राजेश प्रपन्ना /आजाद मंसूरी  

जीरन। झारखंड सरकार ने तीर्थ क्षेत्र सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने का प्रस्ताव पास कर दिया। जिसका विरोध देश भर में देखने को मिल रहा है। जैन समाज आये दिन सड़कों पर उतर रहा है, और विरोध स्वरुप तीर्थ स्थल घोषित नहीं करने की मांगे उठने लगी है। इस विरोध का असर देश और प्रदेश के साथ नीमच जिले की जीरन तहसील और ग्राम चीताखेड़ा में भी देखने को मिला है। यहां सकल जैन समाज के तत्वाधान में बड़ी संख्या में समाजजन शासकीय कार्यलय पहुंचे। जहां राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। 

सबसे पहले बात की जाए जीरन नगर की तो यहां सकल जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में शासकीय कार्यलय पहुंचे। जहां इनके द्वारा तहसीलदार बीएल डाबी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान समाजजनों ने मांग की है कि, सरकार के सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल ना बनाया जाए, इसे एक धार्मिक स्थल ही बने रहने दिया जाए। 

वहीं चीताखेड़ा में भी सकल जैन समाज की एक बैठक हुई, जिसमे समाजजनों ने झारखंड सरकार द्वारा सम्मेद शिखर जैन तीर्थ को पर्यटन स्थल घोषित करने के निर्णय एवं देश के प्रख्यात पालीताणा जैन तीर्थ पर आदिनाथ भगवान के पगलिए खंडित करने की घटना  का विरोध कर निंदा प्रस्ताव पारित किया। वहीं विरोध स्वरूप प्रतिष्ठान भी बंद रखे। 

समाजजनों ने बताया कि, जैन समाज की आस्था और श्रध्दा का केन्द्र शाश्वत तीर्थ क्षेत्र सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने का प्रस्ताव पास किया। सरकार के इस निंदनीय कृत्य के विरोध में चीताखेड़ा में भी सभी समाजजन एकत्रित हुए, और सदर बाजार व बस स्टेंड होते हुए पुलिस सहायता केंद्र पहुंचे। जहां सभी के द्वारा प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान यहां भी मांग की गई कि, तीर्थ क्षेत्र सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित ना किया जाए।