NEWS: सिंगोली के रहवासी चार दिनों से अंधेरे के साएं में गुजार रहें रात, सत्यनारायण पाटीदार बोले- मंत्री सखलेचा ने नहीं ली सुध, पढ़े ये खबर

सिंगोली के रहवासी चार दिनों से अंधेरे के साएं में गुजार रहें रात, सत्यनारायण पाटीदार बोले- मंत्री सखलेचा ने नहीं ली सुध, पढ़े ये खबर

NEWS: सिंगोली के रहवासी चार दिनों से अंधेरे के साएं में गुजार रहें रात, सत्यनारायण पाटीदार बोले- मंत्री सखलेचा ने नहीं ली सुध, पढ़े ये खबर

जावद। विधानसभा और प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा के क्षैत्र मे सिंगोली कस्बा बीते पांच दिनों से अंधेरे में डूबा है। नागरिक लगातार विद्युत व्यवस्था बहाल करने की मांग कर रहे है, लेकिन इससे किसी को सरोकार नहीं है। सिंगोली कस्बे में उत्पन्न स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते है। कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार ने इसके लिए मंत्री सखलेचा को जिम्मेदार माना है।

उन्होंने बताया कि मंत्री सखलेचा प्रादेशिक स्तर के मंचों पर अपने क्षैत्र को लेकर बड़ी बड़ी बातें करते है, कई बार उन्हे कहते सुना गया है कि विकास के मुद्दे पर पैसा आड़े नहीं आएगा। सरकार के पास पैसे की कमी नहीं है। वे यह भी कहते है कि उनके क्षैत्र मे बिजली पानी और सड़क जैसी अब कोई समस्या नहीं है। सत्यनारायण पाटीदार ने ऐसी बातों को साफ झूंठ बताते हुए उनके दावों को खोखला बताया है। उन्होंने मंत्री सखलेचा से सवाल किया कि सरकार के पास रुपयों की कमी नहीं है, तो सिंगोली कस्बा क्यों पांच दिनों से अंधेरे में डूबा है। नागरिक लगातार विद्युत व्यवस्था बहाल करने की मांग कर रहे है। लेकिन मंत्री सखलेचा ने अब तक कोई प्रयास नहीं किया है। 

पाटीदार ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि सिंगोली नगर निकाय आर्थिक तंगी का शिकार है। विकास की बात छोड़िए, कर्मचारियों को समय पर वेतन भुगतान करने में भी अधिकारियों को असुविधा महसूस होती है। पता चला है कि वर्तमान में विद्युत विभाग का नगर परिषद पर 55 लाख रुपए बकाया है, ऐसी स्थिति में विद्युत विभाग ने पांच दिन पूर्व कस्बे की स्ट्रीट लाइट को काट दिया था।

स्ट्रीट लाइट बन्द होने से पूरा कस्बा अंधेरे में डूबा है। विद्युत व्यवस्था बहाल कराने के लिए नागरिक लगातार निकाय कर्मचारियों पर दबाव बना रहे हैं। जबकि कर्मचारी निकाय की माली हालत ठीक नहीं होने का हवाला देकर बकाया राशि भुगतान में खुद को असमर्थ महसूस कर रहे है। हालांकि सीएमओ का कहना है कि वे मासिक भुगतान में विलम्ब नहीं करते है, बीते कई महीनों से लगातार भुगतान भी किया जा रहा है लेकिन पुराना बकाया और पेनल्टी राशि के कारण निकाय पर अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ा है।

कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार ने सिंगोली नगर निकाय की आर्थिक स्थिति खराब होने के पीछे मंत्री सकलेचा की उपेक्षापूर्ण नीति को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया कि मंत्री सखलेचा जमीनी हकीकत से परे बड़े बड़े दावे करते है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बुनियादी जरूरतों को पूरा करने की बजाय जापान अमेरिका की बात करते है। जबकि वे स्वयं जानते है कि एक विकासशील राष्ट्र में लोगों की बुनियादी जरूरतों की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए बल्कि उन्हें प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाना चाहिए। 

पाटीदार ने बताया कि हमारा क्षैत्र अभी पूर्ण विकसित नहीं हुआ है, इसलिए जापान अमेरिका से तुलना किए बग़ैर जमीनी स्तर पर लोगों की जरूरतों को पूरा करने का प्रयास किया जाना चाहिए।

सत्यनारायण पाटीदार ने कहा है कि मंत्री सकलेचा वास्तव में जमीनी स्तर पर ध्यान देते, तो आज सिंगोली नगर निकाय द्वारा महज बिजली का बिल भुगतान न करने के लिए नागरिकों को परेशान ही नहीं होना पड़ता। उनका कहना है कि यदि वास्तव में सकलेचा मानते हैं कि सरकार के पास रुपयों की कमी नहीं है, तो सिंगोली नगर परिषद को तुरंत राशि उपलब्ध कराएं ताकि बिजली बिल भुगतान हो और ठप्प पड़े विकास कार्यों के साथ-साथ नागरिक सुविधाओं की पूर्ति हो सके।