BIG REPORT: नेहा जोशी गुमशुदगी मामला, पहली बार पुलिस कप्तान आएं फ्रंटफुट, उठ रहें सवालों पर दिए जवाब, तो जल्द युवती की दस्तयाबी का जताया भरोसा, पढ़े ये खास खबर

नेहा जोशी गुमशुदगी मामला, पहली बार पुलिस कप्तान आएं फ्रंटफुट, उठ रहें सवालों पर दिए जवाब, तो जल्द युवती की दस्तयाबी का जताया भरोसा, पढ़े ये खास खबर

BIG REPORT: नेहा जोशी गुमशुदगी मामला, पहली बार पुलिस कप्तान आएं फ्रंटफुट, उठ रहें सवालों पर दिए जवाब, तो जल्द युवती की दस्तयाबी का जताया भरोसा, पढ़े ये खास खबर

नीमच। जिले के मनासा थाना क्षेत्र के ग्राम आतरीमाता से बीते दिनों लापता हुई बालिका नेहा जोशी सहित जिले के अन्य गुमशुदगी के प्रकरणों के संबंध में जिला पुलिस कप्तान सुरज कुमार वर्मा ने सोमवार रात 8 बजे एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। वार्ता का आयोजन स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम पर हुआ। इस दौरान एसपी वर्मा ने नेहा जोशी के संबंध में वर्तमान में चल रही जांच के संबंध में जानकारी दी। साथ ही अन्य प्रकरणों से भी अवगत कराया। 

प्रेसवार्ता के दौरान एसपी सूरज कुमार वर्मा ने कहां कि, बीते करीब 1 साल से एक प्रकरण चल रहा है। जिसमे नेहा जोशी नामक युवती घर से गुम हुई थी, शुरूआत में इसमे गुमशुदगी कायम हुई थी, बाद में इसमे एफआईआर किया गया। प्रकरण को लेकर कई लोगों में असमंजस्य है कि, एफआईआर में देरी क्यों हुई, क्योंकि सीआरपीसी के तहत कोई भी बालिग युवती अगर जाती है, उसमे पुलिस गुमशुदगी कायम करती है। अगर कोई सबुत आ जाए कि, कोई किसी युवती को उठाकर लेकर गया है, या अपकरण कर ले गया है, तो उसी अनुसार प्रकरण दर्ज किया जाता है। कई युवतियां है, तो अपनी मर्जी से जाती है, कई घर भी छोड़कर जाती है, तो उन सभी में गुमशुदगी में कायम की जाती है। 

लापता नेहा जोशी के मामले में एसपी वर्मा ने बताया कि, प्रकरण में उस समय कोई ऐसे तथ्य सामने नहीं आए थे। परिजनों ने प्रारंभिक जानकारी दी थी। उसके बाद पुलिस ने ही उसके फोन से सीडीआर, तकनीकी शास्य जुटाएं, उसी के आधार पर जिससे उसकी बात हुई थी। उन सभी के पूछताछ की गई, शुरूआती समय में जिसे पूछताछ के लिए लाया गया था। वह बात कर रहा था, तो उसे आरोपी नहीं माना जा सकता। जिसके बाद अन्य नंबरों के संबंध में जानकारी एकत्रित की गई। कई लोगों से युवती की बातचीत थी। सोशल डेटा भी था। जिसके बाद आखिर में चार युवकों को आरोपी बनाया गया। उनके पास कोई स्पष्ट जवाब नहीं था। उन्होंने दो से तीन घंटे बाद भादवामाता मंदिर के आसपास छोटा, तो लास्ट सीन के आधार पर प्रकरण दर्ज किया गया। 

पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों का एसपी वर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि, युवती के फोन का आईएमआई एक्टिव हुआ था। उसके तत्काल बाद रोजाना ट्रैस कर रहें थे। फिर हम महिला तक पहुंचे थे। लेकिन महिला को मंदिर से फोन मिला था। पुलिस हर क्लू को गंभीरता से ले रही है। पुलिस ने युवती के लापता होने के दूसरे दिन से ही जांच में गंभीरता बरती है। जहां-जहां युवती ने बात कि, जिन लोगों से भी बात की, पुलिस ने उन सभी से पूछताछ की। मंदसौर में भी पुलिस टीम पहुंची, और पूछताछ की। 

उन्होंने कहा कि, विवेचना के दौरान हर बिन्दू का खुलासा करना असंभव है। क्योंकि आरोपी को उसका फायदा मिलता है। ना ही उसकी डिटेल बताई जा सकती है। दूसरी और उन्होंने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनका पीआर लिया गया। पीआर में भी पूछताछ की गई, लेकिन कोई खुलासा नहीं हुआ। फिर आरोपियों के नार्को टेस्ट के लिए भी अप्लाय किया गया। जिसमे माननीय न्यायालय ने किसी कारण से मंजूरी नहीं दी। जिसके बाद हाईकोर्ट में अपील की प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा चार आरोपियों के पोलिग्राम टेस्ट के लिए अप्लाय किया। इस बात अनुमति मिलने की संभावना है। पुलिस विधि अनुसार कार्यवाही कर रही है, और जल्द ही कोई सफलता मिलने की भी संभावना है।  

प्रकरणों की दी जानकारी- 

एसपी वर्मा ने बताया कि, कई तरह के और भी मामले आए कि, महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ रहे है, तो पुलिस ने डेटा आकलन किया है, और प्रेसनोट भी जारी किया था। आज फिर उसे रिपिट किया जाएगा। आखरी साल का डेटा देखें, तो कुल 80 बालिकाएं गई थी। 79 बालिकाओं को दस्तयाब भी किया। वहीं 13 बालक गए थे, और सभी को दस्तयाब किया। पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। पिछला साल चुनौती भरा था। कोविड में चार महिने तक डयूटी में लगी थी। 

नेहा के परिजनों को किया संतुष्ट- 

एसपी वर्मा ने बताया कि, तत्कालीन रूप से कोई भी मांग होती है, तो उसे पूरी करते है। अगर परिजनों के पास कोई भी सबूत है, तो पुलिस जांच के लिए तैयार है। पुलिस ने परिजनों को पहले भी कहा है कि, वह अगर आईओं से संतुष्ट नहीं है, और टीआई से संतुष्ट नहीं है, तो पुलिस दोनों के विरूध्द जांच करेगी। आप सबूत दिजीए, हम जांच के लिए तैयार है। राकेश जोशी एक चीज से नाराज है, जिस पर उन्हें कानूनी प्रक्रिया के तहत समझाया गया। स्वभाविक बात है बच्ची के पिता है। वह तब तक संतुष्ट नहीं होंगे, जब तक की बच्ची घर नहीं आ जाती। उन्हें भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन पुलिस लगातार लड़की के पिता से चर्चा कर रही है। पुलिस हर पहलू पर जांच के लिए तैयार है। 

डीआईजी ने दिए दिशा-निर्देश- 

एसपी वर्मा ने बताया कि, इस प्रकरण की समीक्षा भी पूर्व में डायरी बुलाकर की गई। साथ ही दिशा-निर्देश भी दिए गए है, और इसी मामले में इनाम बढ़ाने के लिए डीआईजी को पत्र लिखा गया था, जो कि प्रक्रिया में है। पुलिस ने पूरा प्रयास किया है। 

विशेष टीम का गठन- 

एसपी वर्मा ने यह भी बताया कि, नेहा जोशी की तलाश में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। प्रकरण को गंभीरता से लिया जा रहा है। बच्ची की तलाश के लिए विशेष टीम का गठन भी किया गया है। जिसमे पुलिस विभाग के अनुभवी अधिकारी और कर्मचारी लगातार लगे हुए है। संभवतः जल्द ही कोई बड़ी सफलता हाथ लग सकती है।