BIG BREAKING: स्कॉर्पियों ने मादक पदार्थ की तस्करी, रतनगढ़ पुलिस की नाकाबंदी देख घुमाई कार, घेराबंदी कर रोका, तलाशी में मिली डोडाचूरा की बड़ी खैप, किसका फायदा उठाकर तस्कर हुआ फरार...! पढ़े ये खबर
स्कॉर्पियों ने मादक पदार्थ की तस्करी, रतनगढ़ पुलिस की नाकाबंदी देख घुमाई कार, घेराबंदी कर रोका, तलाशी में मिली डोडाचूरा की बड़ी खैप, किसका फायदा उठाकर तस्कर हुआ फरार...! पढ़े ये खबर
रिपोर्ट- संतोष गुर्जर
नीमच। एसपी सुरज कुमार वर्मा के कुशल निर्देशन में जिले में अवैध मादक पदार्थ की धरपकड़ हेतु चलाए जा रहे नशामुक्ति अभियान के अन्तर्गत एएसपी एस.एस. कनेश एवं जावद एसडीओपी रामतिलक मालवीय के मार्गदर्शन में रतनगढ़ थाना प्रभारी आनन्दसिंह आजाद व टीम द्वारा सफेद रंग की बिना नम्बर की स्कार्पियों वाहन से 200 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ डोडाचूरा को जप्त किया।
जानकारी के अनुसार दिनांक- 2 अक्टूबर की रात में एएसआई चन्द्रप्रकाश सांखला को मुखबीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई है कि, एक सफेद रंग की बिना नम्बर की स्कार्पियों में चालक अपने कब्जे में अवैध मादक पदार्थ डोडाचूरा भरकर बैगू के रास्ते होता हुआ राजस्थान जाने वाला है।
सूचना पर टीम ने काकरिया तलाई बैगू रोड़ ग्राम बरखेड़ा गुर्जर फंटे पर नाकाबन्दी की। इस दौरान ग्राम काकरिया तलाई की और से एक बिना नम्बर सफेद स्कार्पियों आती दिखी। जिसे पुलिस ने रोकने का इशारा किया। वाहन चालक पुलिस को देख वाहन को तेजगति से चलाकर बैगू रोड़ तरफ भागने लगा। जिसका पीछा कर घेराबन्दी की। लेकिन वाहन चालक वाहन छोड़ जंगल व खेतों में भागा। जिसका पीछा फोर्स के द्वारा किया। पर चालक खेतों व जंगलों की आड़ व अन्धेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हुआ।
उक्त स्कार्पियों की तलाशी लेने पर उसमे 10 प्लास्टिक के कट्टों में कुल 200 किलो ग्राम अवैध मादक पदार्थ डोडाचूरा मिला। मौके पर अवैध मादक पदार्थ डोडाचूरा कीमती 4 लाख रुपये व स्कार्पियों कीमती 10 लाख रुपये को जप्त की। मौके की सम्पूर्ण कार्यवाही कर थाने पर स्कार्पियों के आरोपी चालक के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। प्रकरण में जप्तशुदा स्कार्पियों के वाहन स्वामी एवं अज्ञात आरोपी की पतारसी के प्रयास कर विवेचना की जा रही है।
इस सराहनीय कार्य में थाना प्रभारी रतनगढ आनन्दसिंह आजाद, सउनि चन्द्रप्रकाश सांखला, प्रधान आरक्षक खेमराज चौहान, आरक्षक संदीप जाट, कृष्णा धाकड, राहुलसिंह, ईश्वरसिंह और आरक्षक मोहनप्रकाश परमार का सराहनीय योगदान रहा।