NEWS: छोटे से गांव में खुदाई के दौरान निकली थी 9 माताजी की मूर्तियां, अब बन रहा भव्य मन्दिर,पढ़े ये खबर
छोटे से गांव में खुदाई के दौरान निकली थी 9 माताजी की मूर्तियां, अब बन रहा भव्य मन्दिर,
रतलाम जिले के पिपलोदा तहसील मुख्यालय से करीब 11 किलोमीटर की दूरी पर लगभग 200 वर्ष पुराना नवदुर्गा का एक अति चमत्कारी मंदिर है जो कि विक्रम काल से भी पहले का पाषण कालीन मंदिर बताया जाता है। ग्रामीणों से पता चलता है कि द्वापरयुग में भगवान ने कृष्ण के काल में भी यह मंदिर मौजूद था। श्रीकृष्ण के महापरायण के बाद मंदिर की सारी मूर्तियां जमीन में समां गई थी बस पाषण कालीन अवशेष रह गए थे।
कालांतर में ग्रामीणों द्वारा जब उक्त स्थान पर खुदाई की तब जमीन के अंदर प्रतिमाएं पाई गई जिन्हें पुनः बाहर निकाल प्रतिष्ठित किया गया। कहा जाता है कि नवदुर्गा की सारी प्रतिमाएं एकसाथ पूरे विश्व मे कही भी विराजित नहीं है। ग्रामीणो का कहना है कि मां के दरबार में जो भी भक्त आता है कभी खाली नहीं जाता। विशेष तौर पर जिन लोगों को लखमा हो जाता वो नवरात्रि में मंदिर परिसर में रहकर सुबह- शाम परिक्रमा करके अपने दुःखो से निवारण पाते है।
मान्यता है कि यहां मंदिर परिसर के बावड़ी के पानी से स्नान करने से सारे दुःख दूर होते है। यहां कल्पवृक्ष का पेड़ भी है। ऐसी मान्यता है कि यह पेड़ मन की कल्पना पूरी करते है, पेड़ की परिक्रमा लेने से सारे दुःख दूर हो जाते है एवं सारी मनोकामना पूरी होती है ।