NEWS: महागढ़ में गणेशोत्सव समिति ने किया श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन, 7 दिनों तक भक्तों ने लिया धर्म लाभ, पढ़े खबर

महागढ़ में गणेशोत्सव समिति ने किया श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन, 7 दिनों तक भक्तों ने लिया धर्म लाभ

NEWS: महागढ़ में गणेशोत्सव समिति ने किया श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन, 7 दिनों तक भक्तों ने लिया धर्म लाभ, पढ़े खबर

मनासा।महागढ़ में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी गणेशोत्सव समिति द्वारा पीपल चोक  महागढ़ में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया। मालवा माटी सन्त प. श्री दीपक गुरुजी महिदपुर द्वारा श्रीमद्भागवत कथा का सात दिवसिय कथा का वाचन किया गया। श्रीमदभागवत कथा के पूर्णावती के दिन प.दीपक गुरुजी द्वारा बताया गया कि मनुष्य में धर्म और अधर्म दोनों की प्रवति होती है कभी भीतर धर्म बढ़ता है और कभी अधर्म।

 जब व्यक्ति के अंदर अधर्म का भाव आता है तब उसके मन मे उस अधर्म को न करने की एक लहर भी जरूर आती है भले वो उस पर ध्यान दे या न दे और अधर्म करने पर बार बार उसका मन अवश्य कहता रहता है की जो कर रहे हो वह गलत है ये आवाज तब तक आएगी जब जब आप अधर्म करेंगे।मनुष्य इसी आवाज को नजरअंदाज करके अधर्म करने लग जाते है ये अंदर की आवाज कुछ और नही बल्कि हमारी चेतना में बैठे कृष्ण की प्रेरणा होती है जो हमे अधर्म न करने की सलाह देती रहती है यही ईश्वर ने कहा है जब जब धर्मं की हानि ओर अधर्म की वृद्धि होगी।

तब तब तक मे प्रकट होता रहूंगा यही उनके प्रकट होने की प्रक्रिया है क्योंकि वह तो अपनी प्रेरणाओं से हर व्यक्ति के अंदर अपनी अनुभूतियों का अहसास कराते ही रहेंगे। सात दिवसीय कथा के दौरान भगवान कृष्णलीला, प्रह्लादचरित्र, समुद्र मंथन एव अन्य कई ईश्वरीय रूपो का वर्णन किया गया। श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन पूर्णवती के अवसर पर आसपास के गांवों से श्रद्रालु कथा का लाभ प्राप्त करने आये एव सभी ने अंत मे महाप्रसादी का लाभ प्राप्त किया। इस अवसर पर महागढ़ के राठौर समाज के सभी परिवार, नगर एव आसपास के गांवों के सभी धर्म प्रेमीबन्धु उपस्थित थे।