ELECTION NEWS : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, हरनावदा पंचायत चुनावीरण, दिग्गजों की प्रतिष्ठा थी दांव पर, फिर जो हुआ, उसने उलट दिए समीकरण, जाट नेता ओमप्रकाश बेनीवाल के अब चर्चे, आखिर कौन निकला यहां का बाजीगर, पढ़े ये खास खबर
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, हरनावदा पंचायत चुनावीरण, दिग्गजों की प्रतिष्ठा थी दांव पर, फिर जो हुआ, उसने उलट दिए समीकरण, जाट नेता ओमप्रकाश बेनीवाल के अब चर्चे, आखिर कौन निकला यहां का बाजीगर, पढ़े ये खास खबर

(रिपोर्ट- राजेश प्रपन्न)
जीरन। जिले में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव कहीं जगहों पर राजनितिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के बीच बड़ी प्रतिष्ठा का विषय था, कुछ पंचायतो में तो क्षेत्रीय नेताओं के आरक्षण की सीट न आजाने के बाद भी उन्होंने अपने समर्थक लोगो को चुनावीरण में उतरा और जी जान से चुनाव लड़वाया और जिताया भी।
ऐसी ही एक पंचायत नीमच विकासखंड की ग्राम पंचायत हरनावदा भी है, त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव आरक्षण प्रक्रिया हुई और यहां पंचायत का सरपंच पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुवा, वैसे ही जाट समाज के राजनीतिक क्षेत्र में काम करने वाले दो दिग्गजो ने इस पद पर अपनी पानी बिछात शुरू कर दिए। जिसमें प्रमुख रुप से हरनावदा के 18 वर्ष से सरपंच चले आ रहे परिवार के प्रमुख सुरेश पटेल मित्र मंडल द्वारा नारायण मेघवाल पर दाव खेला और उन्हें सरपंच पद के लिए अपना पसंददीदा उम्मीदवार बनाया गया। और इन्हे जितने भी भी पूरी टीम ने कड़ी मेहनत की।
जबकि दूसरी तरफ हरनावदा क्षेत्र में गरीबों के मसीहा कहें जाने वाले ओम प्रकाश बेनीवाल ने भी अपना दाव खेला और कन्हैयालाल मेघवाल के रूप में सरपंच पद पर उम्मीदवारी करवा डाली। जिसके चलते यहां के चुनावी समीकरण को ही हिला कर रख दिया, ऐसे में क्षेत्र के कद्दावर नेता सुरेश पटेल ओर ओमप्रकाश बेनीवाल दोनों ही नेता ने सरपंच पद को अपनी प्रतिष्ठा बना लिया और माहौल को गर्मजोशी से जनता के बीच ले गए, फिर जो चुनावी रंग यहां चढ़ा और अपने अपने उम्मीदवारों के पक्ष में वोट डालने के लिए जी जान लगा डाली, पर 25 को वोटिंग के बाद जब वोटो की गिनती शुरू हुई, तो यहां कन्हैयालाल के पक्ष में मतदान देखा आया ओर वे जीत गए।
कन्हैयालाल मेघवाल छोटे से मजरा गांव गोविंदपुरा का रहने वाला मजदूरी कर अपना गुजर बसर करते है। साथ ही इन्हें धार्मिक कार्यक्रम में भजन संध्या का शौक होने से छोटे छोटे गांव में पहुंच। धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेकर भजनों से श्रोताओं का दिल जीत लिया, और यही कारण रहा कि उनकी सहज सरल स्वभाव के चलते हरनावदा के जाट नेता ओमप्रकाश ने इन्हें सरपंच पद के लिए अपनी और से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन यहां सालो तक सुरेश पटेल का दबदबा था, और इस तिलिस्म को भेद पाना अच्छा अच्छा के बस में नहीं था, पर हरी सी मानी जा रही बाजी को जीत ओमप्रकाश यहां के बाजीगर बन गए ओर अंततः कन्हैयालाल जीत दिलाकर ही अपनी प्रतिष्ठा का परचम यहां लहराया।
कन्हैयालाल मेघवाल विजय होने पर ग्राम पंचायत के आने वाले गांव केरी, अंबा, पीठ, हरनावदा, लक्ष्मीपुरा, गोविंदपुरा आदि क्षेत्र में लगातार सरपंच बने कन्हैया लाल कन्हैयालाल मेघवाल का विजय जुलूस निकाले जा रहे हैं, और कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है।