POLITICS NEWS : भाजपा का गढ़ मालवांचल क्षेत्र, नीमच सहित इन जिलों में हालत खराब, जन आशीर्वाद यात्रा में बवाल पे बवाल, भाजपाई ही भीड़ रहें आपस में, अब युवा नेता शुभम और राकेश में चले लात-घुसे, शीर्ष नेतृत्व चिंता में, क्या बदलेंगे ये सिटिंग MLA...? पढ़े ये खास खबर

भाजपा का गढ़ मालवांचल क्षेत्र

POLITICS NEWS : भाजपा का गढ़ मालवांचल क्षेत्र, नीमच सहित इन जिलों में हालत खराब, जन आशीर्वाद यात्रा में बवाल पे बवाल, भाजपाई ही भीड़ रहें आपस में, अब युवा नेता शुभम और राकेश में चले लात-घुसे, शीर्ष नेतृत्व चिंता में, क्या बदलेंगे ये सिटिंग MLA...? पढ़े ये खास खबर

नीमच। भाजपा के गढ़ मालवा क्षेत्र में ही जन आशीर्वाद यात्रा में बवाल देखने को मिल रहे है। पहले जहां नीमच जिले की जावद और रामपुरा तहसील में बवाल हुआ, तो अब रतलाम से भाजपाई नेताओं के आपसी विवाद की खबरे सामने आई है। जिसने भाजपा संगठन को ही चिंता में डाल दिया। 

जी हां, मालवांचल का नीमच-मंदसौर जिला संघ परिवार की नर्सरी होकर हमेशा से ही भाजपा का गढ़ रहा है। अभी भी इस क्षेत्र की आठों विधानसभा सीटों में भाजपा का ही कब्जा है, और पार्टी इन चुनावों में भी अपना दबदबा यहां कायम रखने में अपना पूरा दमखम लगाए हुए है। इसी के मद्देनजर बीती 4 सितम्बर को नीमच से ही जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों सीएम शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में की गई। 

नीमच में तो जन आशीर्वाद यात्रा प्रारंभ होकर सफलता के साथ मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा की विधानसभा जावद की और कुछ कर गई, लेकिन फिर जो बवाल शुरू हुए, वें एक एक कर सामने आ ही रहे है। पहले जहां जावद में भाजपाई कार्यकर्ता ही आपस में भीड़ गए, और यात्रा को रोकते हुए ऐसा भारी बवाल खड़ा किया कि, भाजपा के राष्ट्रिय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय को मंच से ही कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाना पड़ा। 

जबकि ये यात्रा जब माधव मारु की विधानसभा मनासा पहुंची, तो यहां अंत में जाते-जाते ऐसा बड़ा बवाल मचा गई जिसने नेशनल मीडिया में अपनी सुर्खिया तक बटोर ली। यहां पर तो रावलीकुड़ी गांव के लोगों ने ही चीता प्रोजेक्ट में पशु के चरने की जमीन के चले जाने को लेकर विरोध के रूप में जन आशीर्वाद यात्रा के ही सामने पशुओं को खड़ा करने और खुद रोड़ पर लेटते हुए रोक लिया, और मोके पर वाद-विवाद के बीच पथराव भी यहां गुस्साएं ग्रामीणों ने कर दिया। हालांकि भाजपाई नेताओं ने इसे कांग्रेस का विरोध बताया। जबकि कांग्रेस नेताओं ने इसे भाजपा सरकार के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश करार दिया। 

वहीं अब रतलाम ग्रामीण क्षेत्र में भाजपा द्वारा निकाली जा रही जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कमेड़ गांव में भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राकेश पाटीदार और जिला उपाध्यक्ष शुभम गुर्जर के बीच किसी बात को लेकर तू-तू मैं-मैं हुई, और फिर यहीं तू-तू मैं-मैं हाथापाई तक पहुंच जाने का मामला सामने आया है। दोनों में जमकर लात घूंसे चले। इसी बीच शुभम गुर्जर के साथियों ने भी विवाद शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद अन्य भाजपा नेताओं ने बीच बचाव कर मामले को शांत करवाया।

कुल मिलाकर भाजपा के गढ़ कहें जाने वाले मालवा क्षेत्र में भाजपा के लिए एंटी इनकम्बैंसी का फ्रेक्टर तो पहले से था ही, वहीं अब लोगों के विरोध के साथ ही अपनी ही पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं के बीच आपसी टकराव जैसे हालत बड़ी परेशानी का सबब बनते जा रहे है। चुनाव के पहले गोपनीय सर्वे रिपोर्ट्स में सूत्रों के अनुसार इस क्षेत्र की कुछ सीटों पर भाजपा की स्तिथियां ठीक नहीं बताई जा रही है। ऐसे में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान लगातार सामने आएं विवाद संगठन के लिए भी बड़ा सिरदर्द साबित हो रहे है। ऐसे में अब पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस डेमेज कंट्रोल को कैसे करता है ये देखने वाली बात जरूर होगी। क्योंकि भाजपा के इस किले में अगर सेंधमारी हुई तो ये बड़ा नुकसान भाजपा को सरकार गवाकर चुकाना पड़ सकता है। 

ऐसे में भाजपाई संगठन का शीर्ष नेतृत्व काफी गंभीर होकर इस क्षेत्र की विधानसभा सीटों पर अपनी नजर बनाये हुए है, और काफी मंथन के बाद ही इन क्षेत्रों में वे अपने उम्मीदवार को मैदान में उतरेंगे। सूत्र बताते है कि, नीमच जिले में दो टिकट बदल सकते है, तो वहीं मंदसौर जिले में भी दो सीटों पर भाजपा अपने उम्मीदवार बदलने के मूड में है, जबकि रतलाम क्षेत्र में भी दो सीटों पर सिटिंग MLA ड्रॉप किये जा सकते है।