NEWS : चंबल के पानी की मांग, कृति के साथ एकजुट हुआ नीमच, 35 से अधिक संस्थाओं, संगठनों और समाज के पदाधिकारी व सदस्य शामिल हुए, रैली निकालकर को ज्ञापन सौंपा, पढ़े खबर
चंबल के पानी की मांग, कृति के साथ एकजुट हुआ नीमच
नीमच। चंबल के पानी की मांग को लेकर जिले की अग्रणी साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था कृति के साथ समूचा नीमच एकजुट हो गया। चंबल के पानी की मांग को लेकर कृति के साथ 35 से अधिक संस्थाओं, संगठनों और समाजों के सदस्यों ने रैली निकालकर जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और नीमच शहर को चंबल का पानी दिए जाने की मांग को पूरजोर तरीके से उठाया।
जिले की अग्रणी संस्था कृति विगत 15 साल (सन् 2009) से नीमच शहर को चंबल का पानी दिए जाने की मांग कर रही है और विभिन्न तरह से आंदोलन कर जिले के जनप्रतिनिधियों को जागृत करने की दिशा में प्रयास कर रही है। इसी क्रम में 22 जून शनिवार को कृति ने नीमच शहर को चंबल का पानी दिए जाने की मांग को लेकर रैली का आयोजन किया। शहर के भारत माता चौराहा पर शनिवार शाम करीब 6 बजे से कृति के अध्यक्ष इंजीनियर बाबूलाल गौड़ की अगुवाई में रैली की शुरुआत हुई, जिसमें जिले की 35 से अधिक संस्थाओं, संगठनों और समाजों के पदाधिकारियों, सदस्यों और अन्य लोगों ने हिस्सा लिया।
रैली भारत माता चौराहा से पुस्तक बाजार, जाजू बिल्डिंग, तिलक मार्ग, घंटा घर, नया बाजार, बारादरी, फव्वारा चौक, सब्जी मंडी चौराहा, कमल चौक होते हुए पुन: भारत माता चौराहा पर पहुंची, जहां कृति के साथ सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से जिला कलेक्टर दिनेश जैन के प्रतिनिधि तहसीलदार संजय मालवीय को एक ज्ञापन सौंपकर नीमच शहर को चंबल का पानी दिए जाने की मांग की। रैली में शामिल लोगों ने जोरदार तरीके से नारेबाजी कर चंबल का पानी नीमच को दिए जाने की पूरजोर तरीके से पैरवी की।
कृति अध्यक्ष इंजीनियर गौड़ ने कहा कि, चंबल का पानी नीमच व मंदसौर के ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच चुका है और योजना को तेजी से क्रियान्वित भी किया जा रहा है, लेकिन यह दुर्भाग्य की बात है कि इस योजना में नीमच शहर को शामिल नहीं किया गया है। नीमच शहर को चंबल का पानी मिलना ही चाहिए, क्योंकि चंबल का पानी नीमच की जनता का हक व अधिकार है। संस्था कृति विगत 15 साल से नीमच के नागरिकों के लिए चंबल का पानी मांग रही है और मांग पूरी नहीं होने तक कृति जनता के सहयोग से इस कार्य में निरंतर जुटी रहेगी।
रैली में कृति सचिव महेंद्र त्रिवेदी, किशोर जेवरिया, ओमप्रकाश चौधरी, रघुनंदन पाराशर, प्रकाश भट्ट, तेज सिंह जैन, श्याम थोरेचा, डॉ निर्मला उपाध्याय, पुष्पलता सक्सेना, डॉ पृथ्वी सिंह वर्मा, गणेश खंडेलवाल, लोकेंद्र बंसल, कैलाश बाहेती, सत्येंद्र सिंह राठौड़, कमलेश जायसवाल, राजेश जायसवाल, शरद पाटीदार, आशा सांभर, चेतना लालका, पं. अंबिका प्रसाद जोशी, एडवोकेट कृष्णा शर्मा, नवीन अग्रवाल, बालचंद वर्मा, जगदीशचंद्र शर्मा, रमेश मोरे, किशोर बागड़ी, डॉ राकेश वर्मा, जिनेंद्र सुराना, अनिल चौरसिया, कमल मित्तल, अनिल विनायका, हिदायतउल्लाह खान, मुकेश पोरवाल, साबिर मसूदी, ओमप्रकाश बंसल सहित 35 से अधिक संस्थाओं, संगठनों और समाजों के पदाधिकारी, सदस्य और अन्य लोग शामिल हुए।