BIG BREAKING: सहकारी समिति का प्रबंधक, और वेतन महज 6 हजार, लेकिन संपत्ति करोड़ों में, ऐसे किया फर्जी दस्तावेजों का उपयोग, EOW ने की छापामार कार्यवाही, पढ़े बड़ा खुलासा करती ये खबर

सहकारी समिति का प्रबंधक, और वेतन महज 6 हजार, लेकिन संपत्ति करोड़ों में, ऐसे किया फर्जी दस्तावेजों का उपयोग, EOW ने की छापामार कार्यवाही, पढ़े बड़ा खुलासा करती ये खबर

BIG BREAKING: सहकारी समिति का प्रबंधक, और वेतन महज 6 हजार, लेकिन संपत्ति करोड़ों में, ऐसे किया फर्जी दस्तावेजों का उपयोग, EOW ने की छापामार कार्यवाही, पढ़े बड़ा खुलासा करती ये खबर

नीमच। सहकारी समिति के एक प्रबंधक का वेतन महज 6 हजार रूपये है, लेकिन उसने करोड़ों रूपये की संपत्ति अर्जित की हुई थी। जिसकी सूचना मिलते ही ईओडब्ल्यू की टीम ने मौके पर पहुंच छापामार कार्यवाही शुरू की। आरोपी ने किसानों के हजारों रूपये भी हड़प चुका है। 

मिली जानकारी के अनुसार आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ईओडब्ल्यू को अपने विशेष सूत्रों से सूचना मिली थी। जिस पर डीएसपी अयज कैथवान के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। फिर टीम मंगलवार की अलसुबह करीब 5 बजे उज्जैन जिले की कन्नोद तहसील के ग्राम डोकाकुई पहुंची। जहां टीम ने सहकारी समिति के प्रबंधक गोविंद बागवान के ऑफिस और दो मकान में दबिश देते हुए छापामार कार्यवाही शुरू की। 

जानकारी में सामने आया है कि आरोपी प्रबंधक गोविंद बागवान ने पूर्व में किसानों के नाम पर फर्जी लोन बताए, फिर उनके लोन माफी करवाकर गरीब किसानों का रूपयों को हड़पा, जिसकी शिकायत कन्नोद थाने में हुई, और पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफतार भी किया था। लंबे समय तक आरोपी बागवान जेल में भी रहा। उसके बाद आज फिर सूचना पर ईओडब्ल्यू की टीम ने आरोपी के घर और ऑफिस पर दबिश दी। 

हालांकि टीम द्वारा मौके पर लगातार जांच करते हुए कार्यवाही की जा रही है। आरोपी गोविंद ने फर्जी दस्तावेज से कितनी काली कमाई अर्जित की है। इसका पूरा खुलासा ईओडब्ल्यू की जांच के बाद ही होगा। 

कमाई को छुपाने के लिए बनाए फर्जी पेन और वोट आईडी कार्ड- 

जानकारी में यह भी सामने आया है कि प्रबंधक गोविंद ने अपने शातिराना दिमाग का ऐसा उपयोग किया कि, उसने अपने ही बेटों के फर्जी पेनकार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनवाएं, जिसमे नाम तो उसी के बेटों के थे, लेकिन पिता के नाम पर खुदकी जगह बड़े भाई का नाम अंकित कराया। यह पूरा खेल आरोपी गोविंद ने अपनी काली कमाई को छुपाने के लिए खेला, लेकिन ईओडब्ल्यू की दबिश ने पूरा भंडाफोड़ कर दिया। 

ईओडब्ल्यू की टीम मे यह शामिल- 

उक्त कार्यवाही के दौरान टीम लीडर डीएसपी अयज कैथवास, टीआई अजय संकत, एसआई अर्जुन मालवीय, प्रधान आरक्षक विशाल बादल, प्रधान आरक्षक फिरौज खान और आरक्षक भरत मंडलोई सहित अन्य टीम में शामिल है।