BIG NEWS: वेतन नहीं मिला, तो सफाई कर्मचारियों में आक्रोश, काम किया बंद, और बैठ गए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, ये 10 सूत्रीय मांगे, क्या बोले जिम्मेदार अधिकारी...! पढ़े ये खबर
वेतन नहीं मिला
जीरन। सफाई कर्मचारी मजदूर संघ द्वारा अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर के काम बंद अभियान के तहत अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से पूरे नगर की सफाई व्यवस्था डगमगाने लगी है, नालियां जाम होकर गंदा पानी रोड पर आने लगा है। वही आज नगर में कहीं भी सफाई देखने को नहीं मिली, चारों तरफ कचरा ही नजर आ रहा है।
कर्मचारियों का कहना है कि हमें तीन-तीन माह तक वेतन नहीं मिलता है, ऐसी स्थिति में परिवार को चलाना बड़ा ही मुश्किल हो जाता है। पहले तो 40 से 45 दिन में वेतन मिल जाता था लेकिन आज स्थिति ऐसी है कि तीन-तीन माह तक भी वेतन नहीं मिलता है ऐसे में परिवार की जिम्मेदारी बडी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। समस्या को लेकर के नगर पालिका अधिकारी सीएमओ को अवगत कराया गया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया।
सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शैलेंद्र सरपटा और अन्य पदाधिकारी प्रहलाद पंडित श्यामलाल नगला विजय लौट व विमला कल्याण ने बताया कि, जब हम समस्या को लेकर के सी एम ओ साहब के पास गए और उनसे कहा कि सर वेतन निकाल दीजिए हमें बहुत समस्या आ रही हैं तो बोलते हैं कि नगर परिषद में पैसे ही नहीं है वेतन आपको कहां से देंगे। जब हमने उनसे यह कहा कि और भी तो नगर परिषद हैं जिले में वहां तो कोई ऐसी समस्या नहीं है हमारे लिए ही यह समस्या क्यों तो साहब का कहना है कि यहां से छोड़कर के उन नगर परिषद में चले जाओ जहां वेतन मिलता है यहां तो ऐसा ही चलेगा, और बात करने से भी मना कर दिया।
इनका कहना-
सफाई कर्मचारियों की समस्या वेतन नहीं मिलना, इसको लेकर के सीएम साहब के पास गए, और उनसे बात की लेकिन सीएमओ साहब का जवाब संतुष्ट जनक नहीं था हमने कहा कि और भी नगर परिषद हैं जहां पर कार्य सुचारू रूप से चल रहा है वहां पर ऐसी कोई वेतन संबंधी समस्याएं नहीं है तो सीएमएस आपका कहना है कि आप जीवन नगर परिषद को छोड़कर के वहां चले जाएं और वहीं काम करें, यहां तो ऐसा ही चलेगा- शैलेन्द्र सरपटा, अध्यक्ष, सफाई कर्मचारी संघ, जीरन
निकाय के पास जैसे ही बजट आता है, वैसे ही सबसे पहले सफाई कर्मचारियों को वेतन दिया जाता है। अभी निकाय के पास बजट का इशू है, इसलिए वेतन में दिकत आ रही है। निकाय के और भी कर्मचारी है, जिनका वेतन नहीं दिया गया है। निकाय के पास पर्याप्त बजट नही है। इसलिए दिकत आ रही है, और ये जिस प्रकार से काम छोड़ कर हड़ताल पर बैठ गए हैं, जो कि नियम के विरुद्ध है सभी को नोटिस जारी कर दिया गया है। यदि हड़ताल समाप्त नहीं कि तो कार्यवाही की जाएगी।- नन्दलाल प्रजापत, सी.एम.ओ, जीरन